पहले वर्ग मे वह सभी लोग आते है
जो जीविका की मजबूरी के कारण गलत को अपनाने को मजबूर है
यह आम लोग कहलाते है
आम से मतलब वह लोग जो बातों और भगवान पर यकीन करते है
जो सरकार से बात करने मे डरते हैं
दूसरे वर्ग मे वह सभी लोग आते हैं
जो दुख, दर्द, दहशत, घाव, कैद, क्रूरता, गुलामी, हत्या, आदि पीढित तत्वों पर
मलहम लगाने के लिये गलत का साथ देने को मजबूर होते है
जैसे धार्मिक, जनहित संस्थायें, कम्पनियां, प्रचारक ओर समूह आदि
तीसरे वर्ग मे वह सभी लोग आते हैं
जो भ्रमित होकर गलत का साथ देते है
जैसे कार्यकर्ता, अधिकारी, पार्षद, विधायक, सांसद, मंत्री, राष्ट्रपति, धकारा, जज आदि
चौथे वर्ग मे वह सब लोग आते है
जो चतुराई करते हुये बहुमत के साथ चलकर गलत का साथ देते है
जैसे व्यापारी, उत्पादक, विशेषज्ञ
पांचवें वह लोग होते है
जो गलत को खतम करने के लिये
सदैव दुख, दर्द, दहशत, घाव, कैद, क्रूरता, हत्या आदि पीढित तत्वों को
लेने और देने के लिये हमेशा तैयार रहते है
जैसे सेनायें, आतंकवादी, लुटेरों के गैंग, आदि
ये सभी लोग जब अचम्भित होकर, भूल कर या भ्रमित होकर, मजबूर होकर
अपने और अपनों के हित के लिये
बाकी लोगों को अलग समझ कर
काम, फैसला और शिक्षा देने लगते है
तो ये ही लोग दैत्य कहलाते है
यानी हर इंसान और कण देवता भी है दैत्य भी और दोनो मजबूर है
और इसी मजबूरी को जड सहित समाप्त करने के लिये अड चुके है हम
हम है
श्री श्याम द्वारा निर्मित अस्तित्व मे जन्मे प्रत्येक मानव जीव जंतु प्राकृतिक सम्पदा की मजबूरी हटा कर उसकी सहायता के लिये समर्पित समूह
श्याव्ह्डो
Shyam’s world help dedicate organize
Shyawhdo
मजबूरी की जड हटा के रहेंगे
दैत्यों को देवता बना के रहेंगे
धरती पर स्वर्ग ला के रहेंगे
जय धरती
जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक (विसेर)
श्याव्ह्डो