सोमवार, 29 नवंबर 2010

लेख न. 1011 हमे अपनी तरह निश्चिंत कर दो

लेख न. 1011

सेवा मे
      धकारा समाज
      धरती

विषय,    हमे अपनी तरह निश्चिंत कर दो
     
विवरण   धरती पर किन शर्तों व नियमो के पार होने पर मानव को कैद किया जायेगा ?  
धरती पर किन नियमों व शर्तों के पार होने पर मानव का वध किया जायेगा ?
धरती पर किसका फैसला धरती वासियों को मंजूर होगा ?
क्या ये जानकारी धरती वासियों को दी जा चुकी है ?
क्या बिना जानकारी दिये धरती वासियों को कैद करना, हत्या करना सही है ?
कितने धरती वासियों ने अपनी सहमति दी है ?
क्या इन सवालों का जबाब छिपाना सही है ?

क्या हैरतंगेज़ दिखावा करके
सवाल करने के अधिकारी से
सवालों के अधिकारों को छीनना सही है ? 

जब धरती पर
एक इन्सान का अधिकार लेने के लिये     
उसकी पहचान का रिकॉर्ड सुरक्षित रखने मे कामयाबी पाई जा सकती है 
तो देने के लिये
उसकी पहचान के रिकार्डों का इस्तेमाल करने में दिक्कत क्यों आती है ?
क्या ये नीयत खराब करना नही है ?

खामोशी दोषी करार देती है
तर्क अनजाना पन
सबूत निर्दोष साबित करते है
दोष स्वीकार करना महानता
निर्दोष कोई नही है
मजबूरी कारण है इन दोषों का
जिसे धरती से समाप्त करने का हमने धरती वासियों को आश्वासन दिया है

जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याव्हडो
यानी ऐसा समूह
जिसने विश्व मे हर इंसान की मजबूरी मिटाने के लिये
अपने को विश्व के हवाले कर दिया है
Shyam’s World Help Dedicate Organize
श्री श्याम द्वारा निर्मित विश्व मे प्रत्येक असहाय की सहायता के लिये समर्पित समूह
हम इंसान और भगवान को अलग अलग सिद्ध कर चुके है

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