बुधवार, 19 जनवरी 2011

Release 1023 20.01.2011 दोपहर 12.33 जम्मू मे झंडा ना फहराना, सपूतों के चीथडे ना उडवाना


जम्मू मे झंडा ना फहराना, सपूतों के चीथडे ना उडवाना
जम्मू और कश्मीर पर झंडा ना फहराना
ये भारत पाकिस्तान के लाखों जन, सैनिक सपूतों के चीथडे उडाने की और बडता कदम है
बिल्डोजरों और बेल्चों से होता है चीथडो को दफनाने का काम
कछ पल मे ही हो जाता है ये काम, चीथडे ना उडवाना
भारत का कानून सबसे ताकत वर है इसे चुनौती ना देना
भारत का कानून कहता है कि जम्मू और कश्मीर, भारत व पाकिस्तान का आखरी घाव है
हमे इसे किरोदना नही भरना है
हमे जनता का आदेश यानी लोक तंत्र कायम रखना है
अगर मार काट, हाय तौबा, हू हल्ला, नही चाहते हो
अगर कीचड मे सनी भारत व पाकिस्तान के जन सैनिक सपूतों की लासों का मंजर फिर से पैदा नही करना चाहते हो,
अगर इनकी गुलामी स्वीकार नही करना चाहते हो
तो झंडा ना लहराना, शांति ही लाना
सोचो क्यों हार गया इनका शिक्षा अभियान
सोचो क्यों हार गया इनका महँगाई का अभियान
सोचो क्यों हार गया इनका सेतु रक्षा अभियान
सोचो क्यों नही पता चला तुमको इनके अंत का
बन्द कमरों मे हुयी सौदा गीरी है इसका जबाब
जनता सिर्फ सामान है वस्तु है
जिसे इस्तेमाल किया चूसा और पान की पिच्च की तरह थूक दिया
इनके पान का पिच्च ना बनना
जो तुमको इस मुसीबत से बचाये
जो आपको सही शांति का मार्ग दिखाये
वो ही है आपका असली हितैशी
तुम भारत वासी नही धरती वासी हो
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याव्हडो

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