मंगलवार, 19 अप्रैल 2011

Release 1042 धकारा सोच रहा है कि कम से कम अब मरते समय तो धरती वासियों को सच बता दूँ

Release 1042
धकारा को धरती के अंत की बात पर यकीन होने लगा है
धकारा सोच रहा है
कि कम से कम अब मरते समय तो धरती वासियों को सच बता दूँ
शायद इसी से कुछ पाप कम हो जाये
भगवान की नाराजगी कम हो जाये  
और धरती बच जाये
हमे भगवान कह रहा है
कि हम जो कर रहे है
सर्व की भलाई के लिये कर रहे है
मानव को विकास और विनाश की परिभाषा समझाने के लिये ये लीला जरूरी है
तभी मानव धरती की हत्या बन्द करेगा
तभी ईश्वर कृत अस्तित्व कायम रह पायेगा
लगातार ज्वालामुखी का कहर
तेज बवंडर
भयंकर लहरें
भूकम्प
बाड
सूखा
भोजन की कमी
बता रही है कि ईश्वर द्वारा कृत
इस प्राकृतिक सम्पदा की हत्या करके कोई नही बच पायेगा
मानो या ना मानो
वही बचेंगे जो ईश्वर के परम आज्ञा कारी शिष्य और भक्त होंगे
चाहे एलिअंस के अस्तित्व को छुपाने का झूठ हो
या असुरक्षित खनन
चाहे क्रूरता का मंज़र हो
या हत्याओं का कहर
सब कुछ उगल ना होगा
क्यों कि ये ईश्वर का तांडव है
एक ही रास्ता है अभी भी धरती को बचाने का
ईश्वर की बात मान लो
जो विधाता की विधि का विधान  के नाम से धरती पर ईश्वर के दूत द्वारा प्रेषित की गई है
नही तो कहर का सामना तो करना ही पडेगा
अभी तो हर सच बताना है धकारा को
जो धरती वासियों के हित के लिये धकारा को ईश्वर ने दिया था
जिसके विपरीत धकारा ने काम किया
और अपने कुछ साल के शासन के लिये सत्य को कैद कर दिया
अपने धरम को समझना जरूरी है
जो कहता है
कि धरम के विरोधियों को दंडित करना है
धरम को मानने वालों को नही
धरती पर स्वर्ग ला के रहेंगे
राक्षस तंत्र हटा के रहेंगे  
विश्व सेवक व रक्षक
श्याव्ह्डो
    
   
 
 
 
    
 

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