शनिवार, 11 फ़रवरी 2012

Release 1142 प्रवचन, कोई आप का मांस खा कर ऐस कर रहा है

















प्रवचन
हे धरती वासियों
कोई आप का मांस खा कर ऐस कर रहा है
उसने आप को अपने माया जाल व टुटका करके फंसा रक्खा है
आपके शरीर से मांस खतम होने पर वह आपको मरने के लिये गन्दे नाले में फैंक देता है
मर गये तो वह आपकी आने वाली पीडी का मांस खाने लगता है
बच गये तो वह फिर से तुम्हें हलाल करने अपने दूत भेज देता है
और तब तक उन्हें यातना ग्रह में यातनायें देता है
जब तक आप खुद अपना मांस नुचवाने के लिये राजी नहीं हो जाते 
करोडों धरती वासी आज इन राक्षसों के यातना ग्रह में यातनायें सहने को विवश होकर यातनायें सह रहे हैं
ये राक्षस तब तक मांस नौच कर खाते है जब तक शरीर हड्डियों का कंकाल ना बन जाये
अगर इश बीच आप मर गये तो आत्म हत्या या निजी दुश्मनी का ढिडोरा पीट कर आप को ही दोषी बना कर अपना पल्ला छुडा लेते हैं  
अगर आप अपनी जान बचाने में कामयाब रहे तो फिर से मांस नौचने पहुंच जाते हैं
युगों से पीडी दर पीडी वह आपका मांस नौचते आये हैं
युगों से आपके पूर्वज अपना मांस नुचवाते आये हैं
सतयुग में रावणसेना ने  
द्वापरयुग में हिरंण्यकश्चपसेना ने
त्रेतायुग मे कंससेना ने ये काम किये थे
आज कलियुग मे ये काम युनाइटेडनेसनफोर्स कर रही हैं
सतयुग में श्री राम , द्वापर में श्री प्रहलाद , त्रेता में श्री कृष्ण ने इन राक्षसों से धरती वासियों को मुक्त कराया था
कलियुग में इस काम को करने के लिये नियति ने युग पुरुष अन्द्रगुप्त का धरतीभिशेख कर दिया है        
युनाईटेडनेसनफोर्स की ऐस मौज मस्ती और हथियारों के खर्चों के लिये
हर दिन करोंडों धरती वासियों को अपनी जान दे कर
इनके जबडों मे अपना मांस खुद रखना पड रहा है    
जिसकी वजय से धरती पर जीवन का आधार
वातावरण का संतुलन
समाप्त होता जा रहा है
युनाईटेडनेसनफोर्स ने धरती को छोड अन्य ग्रहों पर रहने की तैयारी पूरी कर ली है
अब मरेंगे सिर्फ धरतीवासी
और मौत होगी धरती पर जीवन की
धरती पर जीवन और धरती वासियों को बचाने की जिम्मेदारी श्याडो ने ली है
इसी उद्देश्य के तहत श्याडो ने
असमानता , अन्याय , अत्याचार , असभ्यता , अमानवीयता , अपमान , अंग निरादर , अंगभक्षण , गुलामी और हत्या आदि अपराधॉ के विरुद्ध
व पुनः सतयुग की नीव रखने की कार्यवाही प्रारम्भ शुरू कर दी है,
धरतीवासियों के चरणों मे प्रणाम कर सफलता के आशीर्वाद की भीख मांगते हैं

अर्ज किया है
भूमि रक्षा, भूमि पूजन करने को हम डोल रहे हैं
जिसमे ना की, रक्षा पूजा, दंडित होगा बोल रहे है

जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो
                                                                                   


   


     

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