शुक्रवार, 25 मई 2018

matter 1210, terrorism


A person engages in domestic terrorism if they do an act "dangerous to human life" that is a violation of the criminal laws of a state or the United States, if the actappears to be intended to: (i) intimidate or coerce a civilian population; (ii) influence the policy of a government by intimidation or coercion; or ( ...
एक व्यक्ति घरेलू आतंकवाद में संलग्न होता है यदि वे "मानव जीवन के लिए खतरनाक" कार्य करते हैं जो कि राज्य या संयुक्त राज्य अमेरिका के आपराधिक कानूनों का उल्लंघन है, यदि यह कार्य करने का इरादा है: (i) एक नागरिक को भयभीत या मजबूर करना आबादी; (ii) भयभीतता या मजबूती से सरकार की नीति को प्रभावित करना; या
आतंकवाद
यहाँ अमरीका का मतलब हर उस सरकार से है जो ऐसा गलत करती आ रही है
यदि आतंकवाद की परिभाषा ये ही है तो धरती का हर सरकारी इंसान आतंकवादी कैहैलायेगा
क्यों. की वह अपने घर में सभी को अपने तैहैत सुरक्षित रखने के लिये एक्सन तो लेगा ही
एक्सन में. मानव को दर्द तकलीफ तो होगी ही अगर अमरीका किसी को उसके अधिकारों.से वंचित रखेगा तो वह अमरीका से अपने अधिकार लेने की कार्यवाही करेगा ऐसे में.अमरीका के क़ानून अमरीका पर ही आरोप लगाने लगेगे की उसने उसके अधिकारों.को क्यों छुपाया जो जानता था उसे ही क्यों. दिया बाकियों. को देने के लिये अपनी गुलामी पत्र क्यों साइन कराये अब वह इन्सान किसी नागरिक को नही उस अपराधी वर्ग के खिलाफ एक्शन लेगा जिसने मिल कर उन नागरिको के हक्क लूटना जारी रखा है व हक्क माँगने वालो व एक्शन लेने वालों के कतल जारी रखे है.अमरीका अपनी फिल्मों के जरिये ये कैहैना बंद करदे की जीत मायने रखती है सही व गलत नहीं. यदि ये ही अमरीका स्टैंड है तो उसे खुद को सरकार कैहैने का कोई हकक नहीं वह तो गैंग भी नहीं क्यों की वहाँ भी सरदार होते हैं और उनके क़ानून होते हैं सरकार की नीति वह है जो सभी को समानता से समय पर जगह पर बिना गुलामी पत्र या एहैसान जताये देती रैहैती है यदि इनमे कही कोई दिक्कत आती है तो एक्सन लाजमी व सही है उसके लिये यह नहीं कहा जा सकता की उस ने अमरीका की नीतियों.को तोड़ा है सही तो यह है की उसने गैंग के षडयंत्र को तोड़ा है गैंग के षड़यंत्र पर हमला किया है वह तो इनाम के लायक है कसाब ने जब कोट को चुप करा दिया था तो कुछ अमरीका के ही बाग़ी चैनल्स खुद को रोक न सके ये कैहैते कैहैते सांस नही ली थी की जज उसके मूं को ताकता रह गया उसने जो कहा वह सच था जो अमरीका दवारा ऐसा किया जाता आ रहा है या यूं कहा जाये की ये ही है अमरीका का असली चैहैरा तो गलत ना होगा अपने अधिकारों को बचाते रेहेने के लिये अभी तो विश्व कुव्यवस्थापक को ये ही नही पता की उसकी कितनी संताने कहा किस हाल में. है वह कैसे उनके लिये अधिकार नीतियां बनाकर उन्हें देगा ये तो हम थे कि जिसने विश्व के सभी प्राणियों. को अपने परिवार का हिस्सा मान कर मानवता के तैहैत सबका रिकोर्ड रखना शुरू किया तब याद आई अमरीका को आपने विफल होने की तब उसने कम से कम अधिकातरों का यूनीवर्सल आई डी तो बनाया बात यहाँ तक तो पहुंची अब देना भी शुरू करना पडेगा नहीं तो हम देंगे अमरीका में.जाके वाइट हाउस में घुस के या तो देना पडेगा या लेना पडेगा विश्व में. नोट छापने व बाटने की ताकत तो किसी एक देवता के पास ही रहेगी वोटो. व नीतियों में. तो कोई जीतने से रहा हमसे सर उठाकर देना बंद रखना लेना लेना जारी रखना ये अधिकारियों.का कतल करना ये ही है असली आतंक नाकि अपने अधिकारों. के लिये लिया गया एक्सन

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