रेप/बलात्कार/बलात्संघ/वैश्यावृत्ति/प्रोसटीट्यूसन/अवैधप्रजनन/अप्राकृतिकसम्भोग/छेड़ना/गलत
नजर/सेक्चुअल हैरैस्मैंन्ट
रेप क्या है?
रेप एक हथियार है इसका
इस्तेमाल कुव्यवस्थाकों.द्वारा सुव्यवस्थापकों को शादी से 40 की उम्र के बाद जैहैर
इलाज के षडयंत्र के फेल होने के बाद पुनः कतल करने के लिये इस्तेमाल किया जाता है जैसे
एलीजाबीथ व उसके पागलों गुलामों.व बेबसों द्वारा श्री संत आसारामबापू श्री
संतरामरहीम शंकराचार्य श्री सतपाल सहाराहैडसुब्रतराय या अन्य प्रभावशाली नेता
अभिनेताओं संगीतकारों कवियों सेनापतियों लेखकों व आतंकवादियों यानी सुव्यवस्थापकों
के साथ करना जारी है
किस लिये इस्तेमाल किया
जाता है?
दरअसल एलीजाबीथ का मानना है
की पानी बैहैता रैहैना चाहिये नहीं तो पानी सड जाता है जिससे लोगों की मृत्यू होती
है बात तो बड़ी अच्छी है पर सच यह है की उन्होंने कुछ असमान हालातों को फिक्स कर
रखा है इन हालातों के आते ही वह कतल कर देती हैं
ये हालात कुछ इस प्रकार है
खुद व खुद के बनाए हुए
संघारी नियमों की हानी होने के आसार नजर आने पर
40 वर्ष की उम्र के बाद
गुलामी ना करा पाने की
परिस्थिती में
अधिकारों को प्राप्त करने
के प्रयासों के समय क़ानून के तैहैत बैहैस करने पर
पुरुषों द्वारा आपराधिक
महिलाओं के तैहैत अपराध ना करना
इलेक्सन हारने की भनक लगने
पर
आदि
तो माना जा सकता है जिन लोगों
से एलीजा को अपने कुव्यवस्था के समाप्त होने का डर लगता है उन लोगों के कतल के लिये
इस हथियार का इस्तेमाल किया जाता है एलीजा के आपराधिक महिला प्रधान कोंग्रेस शब्द
के गणों द्वारा इस समय धरती पर बड़ी मात्रा में.संघार व यातना जारी है यहाँ करीब 6
करोड़ सालाना हत्यायें की जा रही हैं व 95% लोगों को स्लो पोइज़न दे कर यातनायें
देना व जोतना जारी है यदि आम लड़की/महिला रेप की बात करती है तो उसका बार बार रेप कर
के जैहैर आदि खिला कर दुर्दशा कर के वैश्या बना दिया जाता है
विश्व देश राज्य जिला पंचायत
परिवार आदि जहां एक से ज्यादा लोग साथ रैहैते हैं
वहां उन्हें काबू में रखने के
लिये उन पर आरोप लगाया जाता आ रहा है या छोटे परिवार थाना जेल institute आदि में रेप
व दुर्दशा करके काबू में रखा जाता है
काबू में रखने का मतलब जोतने
गुलामी कराने व न करा पाने पर या कतल की तारीख आ जाने पर कतल करने में सक्षम होना
है
रेप की जो परिभाषायें ipc
की धारा 360 से चैप्टर के अन्त तक दी गई है उसके तैहैत तो कोई महिला पुरुष एक
दूसरे को देख सुन व बोल भी नही सकता जबकी दूसरी तरफ उन्हें विश्व व देश के
अधिकारों के तैहैत सब कुछ करने की छूट है
आगे की बाते.तो और बहुत
विकराल हैं
तो अब. इंसान के पास दो
रास्ते है एक वह आतम हत्या की चिंता बंद कर एलीजा के तैहैत जिये और उसी की फिल्मों
की तरह उसके कैहैने पर आत्मा हत्या कर ले
दूसरा रास्ता है की दण्ड के
रूप में एलीजा व उसके समर्थको के साथ ऐसा ही करके एक सन्देश विश्व को दें की विकास
समान क़ानून संबसे बड़ा है विनाशी असमान षडयंत्र नहीं और क़ानून के तैहैर खुशी खुशी
संपूर्ण स्वस्थ शक्तिशाली आजाद राजारानी जैसे सम्मान के साथ जीवन जियें
एक सबूत अभी कुछ दिन पैहैले
एलीजा के गुलामों द्वारा ही बाघी होकर उजागर किया गया यानी एलीजा के गुलामों को अब
हमारा समान विकास का रास्ता अपनी सुरक्षा के लिये सही लगने लगा है एलीजा के अधीन एक
प्रसिद्ध चैनल पर एक पुरुष ने काग्रेस के गुलाम विनाशी से पूछा की ममतादीदी राहुल
से क्यों.नही. मिलती सोनियां से क्यों मिलती है यानी कोंग्रेस के अन्दर पुरुषों को
भी इस सच के रास्ते पर चलना अब सुरक्षित लगने लगा है उन्हें साथ की आपराधिक
महिलाओं के साक्षय मिलाने लगे हैं चाहे वह माता पत्नी प्रेमिका बहिन बेटी दुर्गा या
काली देवी के रूप में ही क्यों.ना हो चाहे वह महिला सम्मान बेटी पढाओ बेटी बचाओ वोकेसनल ट्रेनिग आत्मरक्षाट्रेनिग इंडीपेंनडेनटवुमेन
माँ की रक्षा जैसी कोई भी भ्रामक प्रचार हो यानी हमारी विश्व सेवा व सुरक्षा का
काम अंतिम चरण पर पहुँच चुका है इसका दूसरा साक्ष्य बार बार विश्व युद्ध की धमकियां
है ये विश्व युद्ध नही विश्वविनासीसंघार की धमकी है ये ही है वह आतंक जिसके आधार
पर रिस्तों यानी कानूनों को कटवाया जाता आ रहा है सुव्यवस्थाओं को कुव्यवस्थाओं
में परिवर्तित किया जाता आ रहा है मुझे नही लगता की इतना जानने के बाद कोई इन्हें
सम्मान देगा या इनकी बातें मानेगा 20 वर्ष पैहैले हमने कहा था, हम बदलेंगे विधि के
विधान को समय से पहले सतयुग लाके
उगलियों.पर गिने जा सकने
वाले संघारियों के सामने अब विश्व के सभी प्राणी सुव्यवस्था स्थापित करने के लिये तैयार
है
जिन्हें उन्ही की हमदर्दी बांधे
हुये है
अभी काग्रेस के पास इतना बारूद
नहीं की वह 12000 किलो मीटर स्क्वायर एरिया तक के सुव्यवास्थापकों के घरों का विनाश
कर सके अपने विनास का रास्ता जरूर साफ कर चुकी है
बुद्धि जीवियों के लिये ये
जानना जरूरी है की कांग्स का मतलब विनास अग्रेस का मतलब पागल है और इन्ही शब्दों
को जोड़ने पर बनाता है कोंग्रेस यानी कोंग्रेस के जन्म दाता ने अपनी मंसा इस शब्द में
पैहैले ही जाहिर कर दी है विनाशीपागल
जो हमने कहा वो है लोकतंत्र
यानी विश्व में सभी समूहों को समानता से सुरक्षित रखने वाली विश्व व्यवस्था नाकि असमानता
सहित आपराधिक गैंगों को जीवन दान देते रेहेने की कुव्यवस्था
कतल करना आसान है व्यवस्था
करना मुस्किल इसी मुस्किल से बचने के लिए कोंग्रेस कतल राज करती आरही है जो इन्हें
कर्महीन साबित करता है जिसके लिए श्रिष्टी में. कोई जगह नही इन्हें अपने समानता से
अधिकार देना रुपये बांटना ये काम करने ही होगे नही तो अपने ही षडयंत्रों में यातनायें
सैहैनी होंगी
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