शाहरुख को आर्यवर्ष के व्यवस्थापकों पर यकीन करना चाहिये
की वह खान वर्ग को भी समानता से अधिकार प्रदान करते आ रहे हैं
इसके लिये नादान इंसानों की तरह अपने वर्ग के नाम को आधा ना करें
ये हिन्द विनाश का अपराध भी है
उन्होंने अपने सुपुत्र के नाम में आर्य शब्द जोड़ कर ये अपराध किया है
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