गुरुवार, 31 मार्च 2011

Release 1040 परम शक्ति द्वारा निर्मित इस अकल्पनीय प्रकृति मे देवताओं और दैत्यों की सूचि

 पहले वर्ग मे वह सभी लोग आते है
जो जीविका की मजबूरी के कारण गलत को अपनाने को मजबूर है
यह आम लोग कहलाते है
आम से मतलब वह लोग जो बातों और भगवान पर यकीन करते है
जो सरकार से बात करने मे डरते हैं  
 
दूसरे वर्ग मे वह सभी लोग आते हैं
जो दुख, दर्द, दहशत, घाव, कैद, क्रूरता, गुलामी, हत्या, आदि पीढित तत्वों पर
मलहम लगाने के लिये गलत का साथ देने को मजबूर होते है
जैसे धार्मिक, जनहित संस्थायें, कम्पनियां, प्रचारक ओर समूह आदि    

तीसरे वर्ग मे वह सभी लोग आते हैं
जो भ्रमित होकर गलत का साथ देते है
जैसे कार्यकर्ता, अधिकारी, पार्षद, विधायक, सांसद, मंत्री, राष्ट्रपति, धकारा, जज आदि   

चौथे वर्ग मे वह सब लोग आते है
जो चतुराई करते हुये बहुमत के साथ चलकर गलत का साथ देते है
जैसे व्यापारी, उत्पादक, विशेषज्ञ   

पांचवें वह लोग होते है
जो गलत को खतम करने के लिये
सदैव दुख, दर्द, दहशत, घाव, कैद, क्रूरता, हत्या आदि पीढित तत्वों को
लेने और देने के लिये हमेशा तैयार रहते है
जैसे सेनायें, आतंकवादी, लुटेरों के गैंग, आदि

ये सभी लोग जब अचम्भित होकर, भूल कर या भ्रमित होकर, मजबूर होकर
अपने और अपनों के हित के लिये
बाकी लोगों को अलग समझ कर
काम, फैसला और शिक्षा देने लगते है
तो ये ही लोग दैत्य कहलाते है

यानी हर इंसान और कण देवता भी है दैत्य भी और दोनो मजबूर है
और इसी मजबूरी को जड सहित समाप्त करने के लिये अड चुके है हम
हम है
श्री श्याम द्वारा निर्मित अस्तित्व मे जन्मे प्रत्येक मानव जीव जंतु प्राकृतिक सम्पदा की मजबूरी हटा कर उसकी सहायता के लिये समर्पित समूह
श्याव्ह्डो
Shyam’s world help dedicate organize
Shyawhdo

मजबूरी की जड हटा के रहेंगे
दैत्यों को देवता बना के रहेंगे 
धरती पर स्वर्ग ला के रहेंगे

जय धरती
जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक (विसेर)
श्याव्ह्डो





      

     


     

शुक्रवार, 25 मार्च 2011

release 1036 बेईमान के साथ ईमानदारी से पेस आना ईमानदारी का अपमान होता है

https://picasaweb.google.com/shyawhdo/Mar252011IndaneLpgKaJanataKeSathDhokha#5588013216925028786

बेईमान के साथ ईमानदारी से पेस आना ईमानदारी का अपमान होता है
लाखों पीडितों मे एक पीडित के सबूत साथ लगा है
क.न. 4232, 25.3.2011, 5.23 pm
सरकार नहीं, सरकार के मात पिता यानी जनता करेगी इस पाप का जड सहित अंत  
बेईमानी जड सहित हटा के रहेंगे
धरती पर स्वर्ग ला के रहेंगे
जय धरती
जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याव्ह्डो
     

बुधवार, 23 मार्च 2011

Release 1035

सभी धर्म ग्रंथ अंत मे कहते है
कि अभी हमारा अंत नही हुआ
अभी और कथायें बाकी है
जिनमे देवता विजय प्राप्त करने के लिये नये रूप मे पुनः संघर्ष करेंगे
देवता नये नामों से राजा और रंक के बीच का फर्क मिटा कर इस कलियुग यानी काले युग यानी अँधेरे युग यानी अन्धे न्याय का अंत करेंगे
और फिर शुरू होगा सत्युग यानी सत्य का युग, यानी सच की जीत का युग, यानी सत्य के आधार पर न्याय,     
हे धरती वासियो
हमे स्वीकार करो
क्यों कि हमारा मानना है
कि आज हर जीव जंतु गलत नीति व नियंत्रण के तहत मजबूर होकर अपराध कर रहा है
कोई थोडा है तो कोई ज्यादा है  
आज जो इस गन्दगी को साफ करने की ताकत रखता है
वह चाहते हुये भी सफाई नही कर पा रहा
क्यों कि राजा कामचोर हो कर भोग विलास मे लगा हुआ है
इस लिये वह उचित नीति नियंत्रण नही कर पा रहा
जिसके कारण उंच नीच, कम ज्यादा भेदभाव और छल ने जन्म ले लिया है
जो हर समस्या की जड है
ऐसे मे राजा को चुनने वालों ने देखा देखी अपनी मानसिकता ऐसी बना ली है    
कि यदि राजा ने सफाई की तो वह राजा को बदल देंगे  
एसी परिस्थिति मे ये सफाई तब तक सम्भव नही है
जब तक कोई अपने और अपनों के मरने के डर को निकाल इस मैदान में ना कूद जाये
और सही फैसला ले ने पर ना अड जाये
जब-जब जिस-जिस ने ये काम किया उसे इंसान से उपर का दर्जा मिला 
धरती पर ये काम यदि आज किसी ने किया होता
तो आज ये सडाँद ना होती
ये दहशत ना होती
ये गुलामी ना होती
ये उंच-नीच ना होती
ये दुख दर्द ना होता
ये क्रूरता ना होती
ये धोखा ना होता
ये धन्दा ना होता
ये लूट ना होती
ये हत्या ना होती
ये कैद ना होती
ऐसा समय आयेगा या नही ये सिर्फ भगवान ही बता सकते है
भगवान कहते है तू सद कर्म की ओर आगे बढ फल सही ही मिलेगा
इसी आधार पर चलते हुये बिना फल की इक्षा के हम धरती पर सत्य को स्थापित करने के लिये अपने प्रयास की घोषणा करते है
कि हमारे पद को धरण करते ही
हमारे कानून के तहत
कुछ दिनों मे हम ये सभी घोषणायें पूरी कर देंगे  
हम धरती पर हर कैदी को आज़ाद कर देंगे
सभी अपराधियों को माफ कर सुधरने का मौका दे मुख्य सुरक्षा देंगे
सभी के सभी कर्ज़ समाप्त कर देंगे  
धरती पर सभी सीमायें हटा देंगे
सभी इंसानों को पहचान चिन्ह देंगे
सभी इंसानों को निश्चिंत, समान, स्वर्गीय जीवन शैली देंगे
यानी कम ज्यादा दुख दर्द क्रूरता धोखा कैद हत्या रहित यानी स्वर्गीय जीवन सैली   
सभी धर्मों को न्याय का आधार बनायेंगे
हर विध्वंसक हथियार नष्ट कर देंगे 
धरती पर इंसान के अस्तित्व को बडाने वाली प्राकृतिक जीवन सैली को प्रधानता देंगे
अन्य औरत को माता बहन बेटी का दर्जा दिलायेंगे   
मानव की जानवर सोच को मानवीय बनायेंगे
सामान सुविधा चक्र नीति को प्रधानता देंगे 
हर जानवर को प्राकृतिक निर्भीक जीवन सैली देंगे
ईश्वर आधारित ज्ञान प्रदान करेंगे      
यदि आप ऐसा चाहते है तो आपको अपनी चाह दिखानी होगी
मांगने पर अपनी सहमति देनी होगी
हम भगवान के विचारों के समर्थक है भगवान नही
हे परम पिता परमात्मा हमे सही मार्ग दिखाओ  
ताकि हम तेरे द्वारा बनाये सही मार्ग पर धरती वासियों को ला सकें  
जय धरती
जय मानवता  
विश्व सेवक व रक्षक
श्याव्ह्डो 
 

  
  

मंगलवार, 22 मार्च 2011

Release 1034

Release 1034
ये धरती हमारी है
इस पर हमारा आदेश चलेगा
हम हर देश को इस्तेमाल करेंगे
क्योंकि हम आज़ाद है
हम कुछ भी कर सकते है
हम हर देश की भू सम्पदा के मालिक है
जो हमारे विचारो के सामने आयेगा
उसे मरना होगा
धरती वासियों को हमारी गुलामी माननी होगी
नही तो मरना होगा
हमने लादेन को मारा
हमने सद्दाम को मारा
हमने गद्दाफी को मारा
आम इंसान हमारे लिये क्या चीज है  
हम इनकी जैसी आज़ाद रहने की सोच रखने वाले को गुलाम बना के रहेंगे
और जो ना बना उन को मारते रहेंगे
क्यों कि इसी लूट तंत्र को हम लोकतंत्र कहते है
हर इंसान को हमारी तरह धरती पर गुलाम बनाने होंगे और हमारा गुलाम बनना होगा
वरना ध्यान रहे
हम जो काम करते है खुले आम करते है
दिखा दिखा के करते है 
क्योंकि हम ताकत वर है
क्योकि हम अकलमन्द है
हमारी सबसे बडी ताकत है हमारी शिक्षा देने की तकनीक
हर देश की शिक्षा हमारे कब्जे में है
और हमारा भ्रमित प्रचार
हमसे कोई नही बच सकता
हर नेता हमारे कब्जे मे है
हर देश का मीडिया हमारे कब्जे में है
हर व्यापार हमारे कब्ज़े में है
हर इंसान हमारी चिकित्सा का गुलाम है
हर इंसान हमारे खेलों और मनोरंजन का गुलाम है   
हर इंसान आज हमारे उत्पादों का गुलाम है
हर इंसान हमारी तकनीक का गुलाम है
हर देश हमारे हथियारों का आदि है  
हर धरम आज हमारे दान से जिन्दा है
इस लिये हमारी गुलामी माननी ही होगी
नही तो तुम्हारे भाइयों से ही तुम को कट वा देंगे  
सिर्फ ताकतवर को ही न्याय देने का अधिकार है 
हर देश को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिये
कि हम ही इस धरती के राजा है
हम है ब्रिका
यानी ब्रिटेन का तजुर्बा अमरीका का भ्रमित प्रचार   
हम है यू एन के राजा
यानी धकारा 
जो हमे झेले गा वही जी पायेगा
तब श्याव्ह्डो बोला
ए राजा
जरा सामने तो आजा
फिर बजाते है तुम्हारे लोकतंत्र का बाजा
में खाता सिर्फ धरती का उगा माल ताजा
हम तुम्हारे दिल की घंटी तुम्हारे अपनों से बजायेंगे
हम तुम्हारे अपनों से ही लोग तंत्र चलवायेंगे
धरती पर हर सैनिक का भ्रम हम मिटायेंगे
बिना मरे मस्ती का जीवन उनको हम दिलवायेंगे  
मुझे खरीदना है तो मेरा कानून मान लो
ये धरती जीवन बीज है इतना पहचान लो
हर जन्मा अपना है इतना कहा मान लो
इतनी सी मान ली तो सब ठीक हो जायेगा
पूरब पश्चिम नही रहेगा बस धरती कहलायेगा
तब तेरे पैरों की मिट्टी अपने सर लगायेंगे  
बिना मौत के हँसते हँसते सूली भी चढ जायेंगे
मेरा मकसद धरती जीवन तारों तक पहुचाना है
हर कीमत पर तुम को राजा अपना मुझे बनाना है
हम है
विश्व सेवक व रक्षक
श्याव्ह्डो
        


सोमवार, 21 मार्च 2011

Release 1033

Release 1033
यू एन बोला 2 मिल्लिअन यू एस डोलर (10 करोड रुपय) का अवार्ड देना चाहते है
एम एस एन के पास आजाओ ले लो बात कर लो
श्याव्ह्डो बोला हम तुम्हें 4 मिल्लिअन यू एस डालर (20 करोड रुपय) देंगे तुम अपना एड्रेस प्रूफ दे दो जब कोई जबाब नही आया तो श्याव्हडो बोला बच्चे तुम जहां सोचना बन्द करते हो हम वहां से सोचना शुरू करते है,
इस Sms center के no. 9250155008 से  
date 21.3.2011 time 3.18.43 एस एम एस आया

Release 1032, 21.03.2011

Release 1032 21.03.2011  
सोनियां रानी, प्रणव पितामह बडे परेशान है
कही इनहीं के गार्ड यानी धरती वासी
श्याव्ह्डो की धरती वासियों का राज वाली बात मान कर
इनकी प्रोपर्टी ना छीन ने लगें   
इनके रिमांड ना लेने लगें
इनको कैद ना कर लें
इनका क्रिया करम ना कर दें      
इस लिये इन्होंने श्याव्ह्डो को खतम करने की प्लानिंग और तेज कर दी
धमकियां देना और बढा दिया
जिंदा जला देंगे
परिवार मिटा देंगे 
खून की होली मुबारक
जेल मे सडा देंगे
तब श्याव्ह्डो ने कहा
हे कानून तू तो समान है
अगर तू हमे सुरक्षा ना दे सका तो
हम अपनों की जान बचाने के लिये
डकैतों लुटेरों वसूली बाजों की हत्या करने के लिये आज़ाद है,
फिर हमने धमकी देने वाले को कहा
आजा सामने
हमारा बडा मन है
तेरी खून की होली की मनोकामना पूरी करने का
तेरे जैसे लुटेरों डकैतों वसूली बाजों की लासें बिछाने का धरती वासियों का बडा मन कर रहा है
धमकी देने वाले ने अपना नाम अनिल ठाकुर कहा  
धमकी इस मोबाइल न. से मिली 9820108887  
धमकी देने की तारीख व समय होली का दिन्,
पहली धमकी 20.3.2011, दोपहर 12.40.45   
दूसरी धमकी 20.3.2011, दोपहर 01.22.31
तीसरी धमकी 20.3.2011, दोपहर 01.24.25
इससे पहले नये साल पर परिवार को खतम करने की धमकी दी थी
इसी न. से इसी नाम से   
हमारे द्वारा कानून को बताने की तारीख व समय 20.3.2011 साम 5.30.20 से 5.30.28  
जन सेवक का नाम थानेदार पुल प्रहलाद पुर दिल्ली 44, श्री हरीश चन्द्र   
थानेदार का मोबाइल न. 9868858722   
थानेदार को 2008 से 2011 तक की भारत सरकार, सी एम दिल्ली, सी बी आई, मीडिया, कमिस्नर दिल्ली पुलिस आदि को दी गई पूरी जानकारी एक रजिस्टर पत्र द्वारा पुनः याद कराई गई,
धमकी के एस एम एस को थानेदार के मोबाइल न. पर फोर्वर्ड किया,
4 एस एम एस भेजे  
धमकी देने वाले का मो न. दिया,
हमारी जान मान की हानी का जिम्मेदार कौन सवाल किया,
सी बी आइ और कोर्ट तक हमारा सन्देश देने को कहा
सुरक्षा ना दी तो
अपनों की सुरक्षा के लिये
लुटेरों, डकैतों, बसूलीबाजो की हत्या के लिये हम आज़ाद हैं कहा  
सबूत करीब 6 महिने तक टैलीफोनों पर नियंत्रण करने वाली संस्था ट्राई के पास सुरक्षित है
अब सवाल ये है कि क्या लुटेरों का कानून लुटेरों को सजा दे सकता है ?
धरती वासियों का जबाब नही दे सकता
तो सवाल ये बनता है कि कौन सजा देगा ?
जबाब धरती वासी जिन्होंने इनको अपनी नौकरी पर रखा था
ये ही धरती वासी इनका क्रिया करम करेंगे
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याव्ह्डो