बुधवार, 11 अक्तूबर 2017

matters 1188, विधस्था, विश्व धन व्यवस्था, 05.06 am, 10 october.2017,Under principle of pohinin, Act vin (the management of money in non-ideable nature )




विधस्था

विश्व धन व्यवस्था,

05.06 am 10 October.2017

Under principle of pohinin

Act vin (the management of money in non-ideable nature )

  1. विश्व में शान्ति व्यवस्था को कायम रखने का उद्देश्य धारण किये विश्व के प्रमुख प्रैसिडैन्ट श्रीमान बाराक ओबामा जी ने अपने घर कार्यालय से हमें मेल द्वारा पूछा कि अमेरिका में आई धन की मन्दी की व्यवस्था कैसे ठीक की जाये तब हमें ये अपना समय नष्ट करने का तरीका लगा क्यों कि ये जान बूझ कर हमारी ना समझ में आने वाली कोडिन्ग लैन्गुएज़ में लिखा गया था हमारी योजना को असफ़ल करने का षडयन्त्र लगा आदि बहुत सी गलत बातें सामने आईं उस समय वाइट हाउस द्वारा मन्दी का कारण अमेरिका पर हुये हमलों को बताया जा रहा था पर हम जानते थे कि जब तक यूएन समानता के साथ पारदर्शिता नहीं अपनाता तब तक सब गलत है इस लिये जबाब देना सिर्फ़ गलत को बढावा देना ही था पर आज जब यूएन 110 हत्यायें हर मिनट कर रहा है और इन हत्याओं की लाइन में आप सब और हम यानी विश्व शान्ति समान पारदर्शी व्यवस्था के विस्तारक भी है तो हमें इन हत्याओं को रोकने के लिये वर्तमान अधिकारों के तहत शक्ति और धन की व्यवस्था का विस्तार करना जरूरी लग रहा है इस लिये विधस्था
  2. यदि विश्लेषकों की मानें तो कुछ सन्घारी तब तक सन्घार जारी रखेंगे जब तक धरती पर आखरी हिन्दू भी गुलाम समाप्त अल्प सन्ख्यक नहीं हो जाता यहां हिन्दू का मतलब हिन्दू उसके बाद के विकसित सभी पारिवारिक धर्म जाति आजाती है
  3. विधस्था का पूरा नाम है विश्व धन व्यवस्था, इसका एक और नाम है विन ( मैनेजमेन्ट ओफ़ मनी इन नोन आइडियेबल नेचर)
  4. यह व्यवस्था एक शल्य चिकित्सा है जिसकी आवश्यकता समाप्त होते ही यह स्वत: न्यून खतम हो जायेगी जरूरत पडने पर पुन:प्रारम्भ हो जायेगी निगरानी करेगी
  5. यह व्यवस्था हर उस प्राणी (जीव मानव) तक के लिये है जो खुद इसे प्राप्त करने की जानकारी नही रखता चाहे वह किसी ग्रह लोक देश राज्य जिला आदि में निवास काम करता हो
  6. यह व्यवस्था यूएन से अलग नही यूएन की कमियों को पूरा करने वाली यूएन के भीतर ही एक यूएन उद्देश्य प्रधान अन्गहै जो यूएन के उद्देश्यों को और शुद्ध असरदार बनाने के मकसद से अशुद्धता के काल तक कारावाहियां करेगी मानो बिजली जाने पर या कम ज्यादा होने पर आपातकालीन जैनेरेटर यूपीएस स्वचलित शुरू बन्द बाधा रिपेअर करता हो
  7. यह यूएन की शक्ति धन व्यव्स्था से ही चलेगी कुछ विसेर यूएन के ही ओफ़िसर होगे या हो सकते हैं
  8. ये शल्य चिकित्सा यूएन में फ़ैलती जा रही महामारी को खतम करते ही यूएन के साथ घुलमिल जायेगी
  9. ये सब लीगल दस्ताबेजों को सार्वजनिक करते हुये होता रहेगा
  10. हर देश राज्य जिला आदि में जो नोट का नाम उनका विश्व मूल्य होगा वही विन का नाम विश्व मूल्य होगा
  11. विस्था के कार्यालय कार्यकर्ता विश्व देश राज्य जिला गांव/कौलौनी मौहौल्ले/ब्लोक गली/स्ट्रीट भवन/बिल्डिग मन्जिल/फ़्लोर कक्ष/रूम झोपडी तिरपाल फ़ुट्पात पुल के नीचे आदि तक में होंगे चाहे वह घर कार्यालय मनोरन्जन या कोई खूफ़िया स्थान हो
  12. कोई भी साधारण मानव जो लिख पढ समझ समझा सके वह मुन्सी की तरह इस विस्था को चलाने के अधिकार रखता है जो इसे अपने स्थान पर चला सकेगा
  13. उसे कुछ बातें समझनी होंगी जैसे उसने कितने धन को सन्घर्श राशी में डाला है (यानी निर्माण किया है) किसके लिये डाला है कितना पीढित को दिया है कितना पीढित से लिया है कितना उसके खाते में जमा है कितना उसने खर्च किया है कितना उसने फ़ितूल खर्च किया है कितना उसने जरूरी खर्च किया है कितना धन या काम वापस किया है कितना सन्घर्श द्वारा यूएन से प्राप्त किया है कितने रुपये कितने साल में कितनी आयु कितनी एजुकेसन कितनी बिमारी कितनी दुर्घटना आदि में खर्च हो सकते हैं और देश काल परिस्थिति के अनुसार विशेष नियम बना कर धन बांट सकता है ये जानकारियां अपने पास समहालेगा समय पर या जब मांगी जायें तब मागने वाले को उपलब्ध करायेगा सालाना प्रदर्शित करेगा इससे हत्याओं जिन्हें मौत कहा जाता रहा है जिसके लिये ईश्वर को दोशी बनाता जाता रहा है 99*99% समाप्त हो जायेगी
  14. जिन राशियों के ना होने के कारण मौतें हो सकती थी उस जगह विस्था द्वारा मौतों को रोक कर यूएन से क्लेम करके ये राशी ली जायेगी यूएन द्वारा देरी करने पर ना देने पर उतना धन विस्था के नाम से प्रिन्ट कर के सम्हाला बांटा प्रचारित किया जाता रहेगा जो हूबहू प्रचलित नोट के जैसा होगा जिसमें गुप्त रूप से जीवन अधिकार दण्ड का सन्देश देता हुआ मसाल तराजू घडी मिसाइल कानून छुपा हुआ मिलेगा जो विस्था का फ़र्क साबित करेगा यूएन के सन्घार के सूक्ष्म तरीके को प्रदर्शित करेगा धरतीवासियों से अपने लिये मत लेगा और शक्ति के अधिकार उसके पास हैं साबित करेगा इस बीच बाधा पहुंचाने वाले लोगों को धरतीवासी विसेर मिल कर व्यवस्थित करेंगे
  15. किसी कीमत पर यूएन को किसी भी प्राणी को धन देने के नाम पर गुलाम बनाने के षडयन्त्र को सफ़ल नही होने दिया जायेगा
  16. आज करीब 100% 8 अरब लोग इसी इस जैसे षडयन्त्रों के तैहैत गुलाम बनाये जा चुके हैं जिन्हें उनके ना चाहने पर भी उन्हें आजाद किया जायेगा क्यों कि वह चलती लासकी हालत में जीवन काट रहे हैं जो अपने भले बुरे के सूक्ष्म षडयन्त्र को जानने समझने में असफ़ल है जिसका कारण गलत ज्ञान (बालज्ञान किशोर ज्ञान युवाज्ञान प्रौढज्ञान व्रिद्धज्ञान हंसज्ञान परमहंसज्ञान इक्षाम्रित्यूज्ञान सिद्धिज्ञान अमरज्ञान आदि ज्ञान) जैहैर हमला षडयन्त्र आदि हैं
  17. ये गुलामी ही है जो 110 हत्या हर मिनट हत्याओं का कारण
  18. विस्था के तीब्र होते ही धरती से 99%अपराध समाप्त हो जायेंगे
  19. ये कोई एक पुरुष प्रधान विश्व व्यवस्था नहीं है जिसके राजा हम है ये मालिकों की विश्व व्यवस्था है जो हमारे द्वारा निर्मित समान कानून व्यवस्था के तहैत विस्तारित है जिसमें इसके उद्देश्यों के विकास के लिये कोई भी बदलाव करने के लिये प्रयास कर सकता है 
  20. कोई भी प्राणी मानव गलत दिखने पर खुद अन्यों की मदद से भी प्रार्थमिक उपचार के तैहैत रोकथाम गिरफ़्तारी कैद कर रिपोर्ट कर सकता है
  21. मुन्सी के काम के लिये पैहैले हमें बताना फ़िर मुन्सी की तरह काम करना जरूरी नही आप आराम से अपनी जानकारी दे सकते हैं
  22. ये काम करने वाला मुन्सी अपने लिये उस जगह के यूएन के सरकारी बैन्क कर्मचारियों के बराबर धन सामन सुविधायें भवन भूमि सुरक्षा घर आदि प्राप्त करेगा वह शुरू में अपने घर मन्दिर धरमशाला दुकान या कैम्प लगा कर भी ये विस्था शुरू कर सकता है खुद अपने अपने द्वारा चुने अन्य सहायक करमचारियों के खाते में धन डालेगा निकालेगा रिपोर्ट करेगा
  23. बस उसे उस अवस्था में काम नहीं करना जब उसे खुद पर यकीन ना हो कि वह जो कर रहा है वह सही है या गलत ऐसी अवस्था सही व्यवस्था को लागू करने से रोकने के लिये मानसिक शारीरिक अन्गों पर यूएन के हमलों द्वारा होती है
  24. मुन्सी को इस बात की जानकारी होनी चाहिये कि 365 दिनों में किस का कितना खर्च हो सकता है ताकि कम ज्यादा धन हत्या या अपराध का कारण ना बन सके
  25. मुन्सी को समानता सरलता तीब्रता पार्दर्शिता पर विषेश ध्यान देते रैहैना है ताकि फ़िर से कोई पीढित विधस्था के लिये यूएन या हम को गलत साबित ना कर सके यानी युगान्तरों तक कोई नया श्याडो पैदा ना हो सके
  26. धरती पर प्रत्येक प्राणी विस्था के लेन देन के लिये योग्य है कोई भी इसे लेने देने से इन्कार नहीं कर सकता ऐसा करना इस कानून को तोडना यानी 110हत्या हर मिनट करने वाले यूएन को समर्थन देना साबित करता है जिसके लिये दण्ड प्रावधान के तैहैत कारावाही होगी
  27. ध्यान रहे ये सन्घारों कतलों अपराधों को रोकने के उद्देश्य से निर्मित किये गये कानून है इनको या इनके किसी भाग को तोडना या बेचना ईश्वरीय कानून व्यवस्था को तोडना साबित करेगा जिसके लिये समझने समझाने के प्रयास जारी रहेंगे यदि अपराध साबित होता है तो धन शरीर जीवनकाल भीतरी बाहरी अन्ग सामान सम्पत्ति सेविका आदि के बदले इन्ही को दोशी से ले कर पीढित को दिया जायेगा पुनराव्रिति रोकने के लिये असरदार खौफ़नाक दण्ड जारी रहेंगे जो पीढित के नुकसान मांग को ध्यान में रख कर दिये जायेंगे
  28. दण्ड का खौफ़ आतन्क भय डर धमकाना आदि अपराधों के तैहैत नही आता

8अरब मानवों व 84लाख प्रजातियों सहित होटव्पुन्सक्जी

HOTWPUNSAKG

(Head of The World President of United Nation of Shyawhdo Arvind Kumar Gupta)

हमारा काम

100% कानून शुद्ध करना

100% कानून लागू करना

असहायों की सहायता करना

जनसेवकों को जन सेवा के लिये बाध्य करना

धरती जीवन लोकतन्त्र आजादी और सम्मान की सुरक्षा करना



Shyawhdo Empire, S-22, Pull PrahladPur, M B Road, Indraprasth,

Pin 110044, Aaryvarsh, Prithvii, WCC No.9868247312,

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जय जय धरती मानवता

विश्व सेवक व रक्षक

श्याडो

That’s under of latest version of “United Kingdom of Shyawhdo”

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