गुरुवार, 12 अक्तूबर 2017

matters 1189, जीयोत अत्व और काम, 02*40 पी एम से 06*12, 12/अक्टूबर/2017, एक्ट:-जीवित रैहैने योग्य तत्वों, व अतिरिक्त तत्वों द्वारा जीने की लगन बनाये रखने के उपायों, और शिक्षा सहित काम सिखाने व देने के लिये बनाया गया कानून


जीयोत अत्व और काम
02*40 पी एम से 06*12, 12/अक्टूबर/2017
under principle of pohinin
एक्ट:-जीवित रैहैने योग्य तत्वों, व अतिरिक्त तत्वों द्वारा जीने की लगन बनाये रखने के उपायों, और शिक्षा सहित काम सिखाने व देने के लिये बनाया गया कानून

  1. यह कानून श्रिष्टि में प्रत्येक ग्रह लोक देश राज्य जिला गांव मौहौल्ले गली भवन मन्ज़िल घर कार्यालय मनोरन्जन स्थान कक्ष जन्गल गुफ़ाओं रेगिस्तानों सागरों वायूक्षेत्रों झोपडियों तिरपालों फ़ुटपातों पुलों के नीचे पाइपों नालों आदि में रैहैने वाले प्राणियों (जीवों व मानवों)सभी पर समानता से लागू होता है
  2. साल 1972 से साल 2006 तक जब हमने पूरी धरती पर 99।99% प्राणियों के सन्घारों कतलों गुलामी अपराधों को यूएन द्वारा करते व कराते हुये देखा जब खुद सहित धरती के 99।99% यानी आठ अरब लोगों को इन्ही सन्घारों की कतार में लगा देखा तब हमने इन यूएन के इन गलत कामों को जड सहित समाप्त करने के प्रयास तेज़ कर दिये तब साल 2011 के आसपास यूएन हम पर धन दौलत सुख सम्म्रिद्धि के जाल फ़ैकने लगा व हमारे ना फ़ंसने पर यातना सहित हमारे व हमारे जानकारों के कतल के प्रयास तेज़ करना जारी रखे इस समय यूएन ने कानूनी लोगों को सन्घारी ना बनने पर व सन्घारियों को कानून तोडने पर व जो कानून को एक तरफ़ रख यूएन की गुलामी करना जारी रखे थे उन्हें सन्घारी टाइमटेबल के तैहैत यानी 99।99% लोगों का कतल करने के षडयन्त्रों के तैहैत कतल करना जारी रखा था जिसे वह नियति कैहैता था यानी ये सन्घार ईश्वर कर रहा है सितम्बर 2017 तक के रिकोर्ड के आधार पर इस पूरे साल का हिसाब लगाने पर पता चला कि यूएन द्वारा मानवों की 110 हत्यायें हर मिनट की गई हैं सबसे ज्यादा परेसान करने वाली बातें ये भी थी कि 2012 में कानूनी रास्ते से अपने अधिकार मागने पर यूएन ने 14 हत्या हर मिनट की दर से की थी उसके अपने देश व मित्र देशों के देशवासियों के भी इन सन्घारों में कतल किये जा रहे थे 2012 में भारत में अधिकारियों को बदलने के बाद 2017 में ये हत्याये 110 हत्या पर मिनट पाई गई मानो यूएन सन्घारी बवन्डर बन पूरी प्रिथ्वी को निगलने की तैय्यारी कर रहा हो यूएन ऐसे सन्केत मनोरन्जन के माध्यम से भी देना जारी रखे हुये था कि वह उन्हीं लोगों को जीवित छोडेगा जो उसके तैहैत जीवन जियेंगे व मरेंगे, लोगों को सन्घारी निरदई नसेडी विकलान्घ बनाने के कोर्स जारी हैं जिन अस्पतालों पुलिसकार्यालयों न्यायालयों सेनाओं सन्स्थाओं आदि को अधिकार व दन्ड देने के लिये धन दिया जा रहा था उन्हें कतल के लिये धन व अतिरिक्त सामान सुविधाये उपलब्ध कराई जा ने लगी थी ऐसे हालातों में धरती के 99।99% करीब 8 अरब लोगों द्वारा जो यूएन से भयभीत हैं उनके निर्विरोध खामोश बेबस हालातों व मत के आधार पर हमने सब के लिये इस कानून का निर्माण कर पूरी श्रिष्टि में इसका विस्तार कर इसे लागू कर दिया
  3. जीयोत का पूरा नाम है जीवित रैहैने के लिये जरूरी तत्व,अत्व का मतलब है जीवन जीने की चाहत बढाने वाले अतिरिक्त तत्व व काम का मतलब है गलत जो समाप्त करने की जिम्मेदारी,गलत का मतलब है श्याडो के उद्देश्यों को या किसी अन्स को नष्ट करने का प्रयास आप को जो गलत दिखता है उसे जड सहित समाप्त करने की जिम्मेदारी
  4. जीयोत के तैहैत हर प्राणी को हमलों हत्याओं से बचाने व स्वस्थ जीवन देते रैहैने के लिये दिये जाने वाले तत्व जैसे किसी बोडिग स्कूल, कैम्पस, होस्टल, बचाव सिविर, महिला निकेतन, अनाथ आश्रम, कारागार सेनासिविर आदि में कानूनी मन्यता द्वारा जो सामान सुविधायें आदि दी जाती है
  5. अत्व जीयोत के आज की तरह 6 वर्ग होंगे जिन्हें आज क्लास कहा जाता है पैहैली क्लास का मतलब है जीयोत दूसरी क्लास में जीयोत से डबल सुख सुविधायें होंगी, तीसरी क्लास में ये तीन गुना इसी तरह छै क्लास तक ये छै गुना हो जायेंगी यदि जरूरत पडी तो इन क्लासों को और ज्यादा व कम भी किया जा सकता है यातनाग्रह 0 क्लास है यानी स्वर्ग और नर्क इसी धरती पर होंगे हर प्राणी को उसके अच्छे बुरे कामों के आधार पर इन क्लासों में भेजा व वापस लिया जाता रहेगा
  6. काम जीयोत व अत्वों को सभी प्राणियों के लिये बनाने ध्यान रखने बदलाव करने के लिये सभी प्राणी काम करेंगे सभी को उनकी क्लास के अनुसार काम दिया जाता रहेगा धन उपलब्ध कराया जाता रहेगा उपहार व दन्ड दिये जाते रहेंगे
  7. इस कानून के शुद्धिकरण तीब्र असरदार विकास व विस्तार के लिये सभी अपनी आपबीती घतनाओं व बातों का योगदान देते रहेंगे जिन्हें प्रयोग की तरह लागू किया जा सकता है व प्रभाव हीन होने पर हटाया जा सकता है
  8. धरती पर विरोध करने वालों की सन्ख्या व स्वीकार करने वालों की सन्ख्या के आधार पर यह तै होगा कि यह कानून लागू है या नही
  9. इस कानून के तोडने पर या किसी भाग के तोडने पर विधस्था कानून में नियुक्त किये गये दण्ड के अनुसार दण्ड दिया जायेगा

8अरब मानवों व 84लाख प्रजातियों सहित होटव्पुन्सक्जी

HOTWPUNSAKG,

(Head of The World President of United Nation of Shyawhdo)

Shyawhdo Empire S-22 Pull PrahladPur M B Road Indraprasth Pin 110044 Aaryvarsh Prithvii,

WCC No.9868247312, Email: shyawhdo@gmail.com, Web add shyawhdo.blogspot.com,

जय जय धरती मानवता

विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

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