मंगलवार, 31 जुलाई 2018

matter 1265 ...kuchh nahiin hotaa, kuchh huaa?...aisii sanghaarii gulaamdaarii galat sistam ko jaarii rakhane waale kuchh galat log...

Matter 1265 ...कुछ नही होता, कुछ हुआ?...ऐसे संघारी गुलामदारी गलत सिस्टम को जारी रखने वाले कुछ गलत लोग...
आदरणीय प्राणियों ये संघारियों व गुलामदारों द्वारा करीब 8 अरब लोगों को दिये जाते आ रहे सन्देश है जो साबित करते हैं की धरती पर समान काम व अधिकार की व्यवस्था यानी क़ानून का कभी कोई अस्तित्व था ही नही


जब आप अपनी जिन्दगी के बहुत कीमती वापस ना मिलने वाले समय को कतल कराने के बाद अपने विरुद्ध हुये अधिकारों की लूट के षडयंत्रों का पर्दाफास कर अपने व सबके लूटवाये जा रहे अधिकारों को वापस लेने के लिये व इस कुव्यवस्था को सिस्टम बनाने के लिये जी जान से प्रयास करते है तब आप पर संघारियों गुलामदारों द्वारा उनके षडयंतत्रों का अगला चरण इस्तेमाल किया जाता है वह है जैहैर व चक्कर की मात्रा को और बढ़ा देना
जैहैर आपको पागलखानों यातनाग्रहों अस्पतालों फुतपातों व चक्कर आप को जेलों थानों लोकपों कतलखानों तक पहुंचा देता है यदि इतने पर भी आपकी हिम्मत चाहत व प्रयास जारी रैहैते है तो धरती से दूर बनाये गये कतलख़ानों में आपके प्रयासों का नामोनिशान मिटा दिया जाता है ना बोडी ना एविडैन्स ना कारावाही ना न्याय और फिर से ये सब नये फ्रैसर अन्जान बच्चोँ के साथ शुरू करना जारी रखा जाता है
हर षडयंत्र से पैहैले आप के कानों तक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से एक सन्देश पहुंचाना जारी रखा जाता है वह है कुछ नहीं होता और अगत इसके बाबजूद भी आप के प्रयास नहीं रुकते तो दूसरे संदेश का इस्तेमाल किया जाता है कुछ हुआ
अपनी समझदारी का इस्तेमाल कर फैसला कीजिये की यदि आपको अपनी बिल्डिग में अपने लिये सबसे सुरक्षित स्थान चुनना हो तो आप केंद्र को चुनेंगे या किनारे को
और अगर आप को कूडा फैकने करने के लिये कोई स्थान चुनना पड़े तो आप अपनी बिल्डिग में किनारे को चुनेंगे या केंद्र को
जबाब बिल कुल साफ है आप सुरक्षा के लिये केंद्र व कूडा नष्ट करने के लिये किनारों का चुनाव करेंगे
पर अगर कोई देश व दुनियाँ के सिस्टम को चलाने वाला सिस्टम को चलाने के लिये किनारों को चुनता है तो संघारी गुलामदारी के कोन्क्रीट एविडेंस मिल जाते है
ऐसे ही एविडैस हैं आर्यवर्ष की 5 यू .टी. यानी देश व दुनियाँ को चलाने के लिये 5 मुख्य स्थान जो केंद्र में होने की बजाय समंदर के किनारों पर हैं ताकि आसानी से मालिकों द्वारा सही बात कैहैने अधिकार मांगने व सिस्टम को बनाने के प्रयास करने पर उन्हें आसानी से काट कर एविडैंसेज़ को समंदर में नष्ट किया जा सके


ऐसे संघारी गुलामदारी गलत सिस्टम को जारी रखने वाले कुछ गलत लोग



ये सभी गलत बातें समाप्त करना जारी हैं
धरती के सभी लोगों को पुन: सूचित किया जा रहा है की वह समानता से ट्रेनिग काम धन व अन्य सभी अधिकार प्राप्त करने के लिये अपनी विश्व सेवा व सुरक्षा की सभी सुविधायें लेकर अपनी सभी समस्याओं का जड सहित अंत करना जारी रख सकते हैं
सम्पूर्ण विश्व के लिये हमेशा जारी रेहेने वाला कोनटैक्ट नंबर 9868247312



जय धरती जय मानवता
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याड़ो

सोमवार, 30 जुलाई 2018

matter 1264 ....jo inake faisalon ko aur adhik vikasit banaane ke liye badal v radd kar sakataa hai....

Matter 1264....जो इनके फैसलों को और अधिक विकसित बनाने के लिये बदल व रद्द कर सकता है ....




हर प्राणी को एक वजह ज़िंदा रखती है वह है प्यार
हर व्यवस्था को एक वजह बनाती है वह है प्यार की समानता से व्यवस्था
हर व्यवस्था को एक वजह आपस में जोड़ती है वह है इन दौनों के संघारी को अधिकार देकर राजी करना
ये ही है वह वजह जो धरती के सभी वर्गों को एक जुट रखना जारी रखेगी
दुर्दासाई अंत व दुर्दसा सैह रहे हर प्राणी को उसके अधिकार देना जारी है मामला चाहे 650 साल पुराना हो या 6500 साल पुराना मायने ये रखता है की कोई विश्व व्यवस्था को गलत पक्षपाती भेद्भावी खुदगर्ज़ साबित ना कर सके


यदि कोई प्राणी या व्यवस्थापक कुछ कैहैना पूछना समझना समझाना असैहैमती ज़ाहिर करना बातचीत करना चाहे तो उसका स्वागत है
माना जा रहा है की करीब 8 अरब मानव पृथ्वी पर जी रहे हैं
जितने लोग असैहैमती जतायेंगे उन्हें विश्व मंच पर बातचीत का अवसर दिया जायेगा व 8 अरब बुद्धिजीवी मानवों के बहुमत द्वारा सैहैमत किया जायेगा या उनके अनुसार व्यवस्था की वजह को और असरदार व तेज़ होने के लिये बदला जायेगा
यदि कोई मानव या व्यवस्था जो की विश्व व भारत कानूनों आर्टिकल्स व उद्देशिका के तैहैत या आज़ाद है और जो असैहैमती नहीं जताता है तो पुन: साबित होगा की हम विश्व स्तर पर विश्व के क़ानून के तैहैत, कोमनवेल्थ यूनाईटेड नेसन जी20 आदि से कानूनन सीनिअर व्यवस्थापक hotwpunsakg साबित हो चुके हैं, जो इनके फैसलों को और अधिक विकसित बनाने के लिये बदल व रद्द कर सकता है इसके लिये कोई समय सीमा नहीं रखी गई है कोई भी कभी भी अपनी बात रख कर खुद को हम से सीनिअर साबित कर सकता है
अब आप शान से कहें हम है ब्रम्हाण्डवासी यानी Galaxian



जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याड़ो
हर समय सम्पर्क करने के लिये विश्व स्तरीय सम्पर्क कोड
9868247312 http://shyawhdo.blogspot.com







matter 1263 ....aage badho aapa ruk nahiin sakatiin....dharatii ko sonam jaise vishleshk kii jaroorat hai....

Matter 1263 ....आगे बढ़ो आप रुक नहीं सकती आप झुक नहीं आप टूट नहीं आप भाग नहीं सकती आप छुप नहीं सकतीं....धरती की 84 लाख प्रजातियों को सोनाली जैसे विश्लेशकों की जरूरत है....




आगे बढ़ो आप रुक नहीं सकती आप झुक नहीं आप टूट नहीं आप भाग नहीं सकती आप छुप नहीं सकतीं हर वो बात जो आपको गलत लगती है वह क़ानून का उलंघन है इन सभी गलत बातों को इस धरती से मिटाने के लिये आगे बढ़ो बवंडर की तरह आपके रास्ते की हर रुकावट को साफ़ करते जायेंगे हम धरती की 84 लाख प्रजातियों को सोनाली जैसे विश्लेषकों की जरूरत है सही तो ये है की अब आप का जीवन शुरू हुआ है क्यों की अब आप खुद जीवन के लिये फैसले लेने योग्य हो चुकी हैं जीवन का रास्ता दिखाने योग्य हो चुकी हैं जब आपके सभी सलाहकार आपकी जान लेने के फैसले में समर्थन कर रहे थे तब से हमने आपको जीवन अमृत ज्ञान सहित खुशहाल जीवन के लिये समर्थन देना जारी रखा है अब पुन: उन्ही हत्यारों बेबसों लोगों को अपना सलाहकार व साथी मानना खुदकुशी व स्लोसुसाइड के अलावा कुछ नहीं ऐसा कुछ नहीं जो श्याड़ो आप को दे नहीं सकते कमाई और कटाई में फर्क है ये दोषी कमजोर व निर्दोषी ताकतवर की पैहैचान करते हैं जो परेशानी आप नहीं जानतीं इसका मतलब ये नहीं की वो परेशानी आप के सामने नही आयेगी संघारी फिर हज़ारों मे से किसी एक हथियार के साथ आप पर हमला बोलेगा अरबों को इस श्रृष्टि का मालिक बना चुके हैं हम अपने अपनों के व सब के लिये आपको ये करना ही होगा चाहे नेता बन कर झूठा करो या श्याडो बन कर सच्चा ये आप के शुखन आज़ाद जीवन चाह के लिये खुद के विवेक पर निर्भर करता है अब आप मालिक बनने के प्रयास जारी रखेंगी या वही नेता जिसकी अघुवाई में आप की जान लेने की कोशिशें जारी हैं हमारा लगाव ऐसी याददास्त में है जो ये पुन: साबित करने में सक्षम है की हत्या होती है बिमारी नहीं हत्याओं की जानकारी लेने के लिये www.worldometers.info पर जाकर गिनती का विश्लेष्ण कीजिये आप का सेवक, विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक, श्याड़ो

रविवार, 29 जुलाई 2018

matter 1262....aag adhikaaron kii ab har dil men jalanii chaahiye....

Matter 1262 ....आग अधिकारों की अब हर दिल में जलनी चाहिये....

जानकारी अधिकारों की मन में रैहैनी चाहिये/
चीर धरती फिर कोई गंगा निकालनी चाहिये//
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही/
आग अधिकारों की अब हर दिल में जलनी चाहिये//
वन्दे मानवम, वन्दे मानवम, वन्दे मानवम, वन्दे मानवम/
वन्दे मानवम, वन्दे मानवम, वन्दे मानवम, वन्दे मानवम//


PART II
CITIZENSHIP
5. Citizenship at the commencement of the Constitution .......................... 4
6. Rights of citizenship of certain persons who have migrated to India
from Pakistan ...................................................................................................... 4
7. Rights of citizenship of certain migrants to Pakistan ............................. 5
8. Rights of citizenship of certain persons of Indian origin residing
outside India ....................................................................................................... 5
9. Persons voluntarily acquiring citizenship of a foreign State not to be
citizens ................................................................................................................... 5
10. Continuance of the rights of citizenship ..................................................... 5
11. Parliament to regulate the right of citizenship by law ........................... 5

PART III
FUNDAMENTAL RIGHTS

General
12. Definition .............................................................................................................. 6
13. Laws inconsistent with or in derogation of the fundamental rights. ...... 6

Right to Equality
14. Equality before law ........................................................................................... 6
15. Prohibition of discrimination on grounds of religion, race, caste, sex
or place of birth .................................................................................................. 7
ARTICLES ........................................................................................................... PAGES
16. Equality of opportunity in matters of public employment .................. 7-8
17. Abolition of Untouchability ............................................................................ 8
18. Abolition of titles ............................................................................................... 8-9

Right to Freedom
19. Protection of certain rights regarding freedom of speech, etc. ............. 9-10
20. Protection in respect of conviction for offences ........................................ 1 0
21. Protection of life and personal liberty .......................................................... 1 0
21A. Right to education ............................................................................................. 11
22. Protection against arrest and detention in certain cases ........................ 11-12

Right against Exploitation
23. Prohibition of traffic in human beings and forced labour ..................... 13
24. Prohibition of employment of children in factories, etc. ........................ 1 3

Right to Freedom of Religion
25. Freedom of conscience and free profession, practice and propagation
of religion .............................................................................................................. 1 3
26. Freedom to manage religious affairs ........................................................... 13-14
27. Freedom as to payment of taxes for promotion of any particular
religion ................................................................................................................... 1 4
28. Freedom as to attendance at religious instruction or religious worship
in certain educational institutions ................................................................ 1 4

Cultural and Educational Rights
29. Protection of interests of minorities ............................................................. 1 4
30. Right of minorities to establish and administer educational
institutions ........................................................................................................... 14-15
31. [Repealed.] .............................................................................................................. 1 5

Saving of Certain Laws
31A. Saving of Laws providing for acquisition of estates, etc. ..................... 15-17
31B. Validation of certain Acts and Regulations ............................................... 1 7
31C. Saving of laws giving effect to certain directive principles ................... 17-18
31D. [Repealed.] .............................................................................................................. 1 8

Right to Constitutional Remedies
32. Remedies for enforcement of rights conferred by this Part ................... 1 8
32A. [Repealed.] .............................................................................................................. 1 8
33. Power of Parliament to modify the rights conferred by this Part in
their application to Forces, etc. ...................................................................... 1 9
34. Restriction on rights conferred by this Part while martial law is in
force in any area ................................................................................................. 1 9
35. Legislation to give effect to the provisions of this Part .......................... 19-20
 
भाग द्वितीय
सिटिज़नशिप
5.
संविधान के प्रारंभ में नागरिकता ......................... 4
6.
कुछ लोगों की नागरिकता के अधिकार जो भारत चले गए हैं
पाकिस्तान से ................................................ .................................................. .... 4
7.
पाकिस्तान में कुछ प्रवासियों की नागरिकता के अधिकार ............................. 5
8.
भारतीय मूल के कुछ लोगों की नागरिकता के अधिकार रहते हैं
भारत के बाहर ........................................ .................................................. ..... 5
9.
स्वेच्छा से एक विदेशी राज्य की नागरिकता प्राप्त करने वाले व्यक्ति नहीं होना चाहिए
नागरिक ............................................. .................................................. ................ 5
10.
नागरिकता के अधिकारों की निरंतरता ......................................... ........... 5
11.
कानून द्वारा नागरिकता के अधिकार को नियंत्रित करने के लिए संसद ........................... 5
भाग III
मौलिक अधिकार
सामान्य
12.
परिभाषा ........................................... .................................................. ............. 6
13.
मौलिक अधिकारों के साथ असंगत या अपमानजनक कानून। ...... 6
समानता का अधिकार
14.
कानून से पहले समानता ......................................... ............................................. 6
15.
धर्म, जाति, जाति, लिंग के आधार पर भेदभाव का निषेध
या जन्म स्थान .......................................... .................................................. .. 7
लेख ............................................. .................................................. ........ पेज
16.
सार्वजनिक रोजगार के मामलों में अवसर की समानता ................. 7-8
17.
अस्पृश्यता का उन्मूलन ......................................... ............................... 8
18.
खिताब उन्मूलन ......................................... .................................................. 8-9
स्वतंत्रता का अधिकार
19.
भाषण की स्वतंत्रता, आदि के बारे में कुछ अधिकारों का संरक्षण ............. 9-10
20.
अपराधों के लिए सजा के संबंध में संरक्षण .................................... 1 0
21.
जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सुरक्षा .......................................... ................ 1 0
21A
। शिक्षा का अधिकार ........................................... .............................................. 1 1
22.
कुछ मामलों में गिरफ्तारी और रोकथाम के खिलाफ संरक्षण ........................ 11-12
शोषण के खिलाफ सही
23.
मनुष्यों और मजबूर श्रम में यातायात का निषेध ..................... 13
24.
कारखानों में बच्चों के रोजगार का निषेध, आदि ....................... 1 3
धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार
25.
विवेक और स्वतंत्र पेशे, अभ्यास और प्रचार की स्वतंत्रता
धर्म का ........................................... .................................................. ............ 1 3
26.
धार्मिक मामलों का प्रबंधन करने की स्वतंत्रता ....................................... ................ 13-14
27.
किसी भी विशेष पदोन्नति के लिए करों के भुगतान के रूप में स्वतंत्रता
धर्म ............................................. .................................................. ................ 1 4
28.
धार्मिक शिक्षा या धार्मिक पूजा में उपस्थित होने के रूप में स्वतंत्रता
कुछ शैक्षिक संस्थानों में ............................................. ................. 1 1
29.
अल्पसंख्यकों के हितों की सुरक्षा ....................................... ................. 1 1
30.
शैक्षणिक स्थापित करने और प्रशासन करने के लिए अल्पसंख्यकों का अधिकार
संस्थान ............................................. .................................................. ........ 14-15
31. [
दोहराया गया।] ........................................ .................................................. ................ 1 5
कुछ कानूनों की बचत
31A
। संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए उपलब्ध कानूनों की बचत आदि ..................... 15-17
31B
। कुछ अधिनियमों और विनियमों का सत्यापन ........................................ ... 1 7
31C
। कुछ निर्देश सिद्धांतों को प्रभावित करने वाले कानूनों की बचत ................... 17-18
31D
[दोहराया गया।] .......................................... .................................................. ............. 1 1 8
संवैधानिक उपचार का अधिकार
32.
इस भाग द्वारा प्रदान किए गए अधिकारों के प्रवर्तन के लिए उपाय ................... 1 8
32A
[दोहराया गया।] .......................................... .................................................. ............. 1 1 8
33.
इस भाग द्वारा प्रदत्त अधिकारों को संशोधित करने के लिए संसद की शक्ति
बल, आदि के लिए उनके आवेदन ....................................... ........................... 1 9
34.
मार्शल लॉ में रहते हुए इस भाग द्वारा दिए गए अधिकारों पर प्रतिबंध
किसी भी क्षेत्र में बल .......................................... .................................................. 1 9
35.
इस भाग के प्रावधानों को प्रभावी करने के लिए विधान .......................... 1 9 -20

 


matter 1261 ....edvaans le kar taaim bond saudaa samajhautaa diil lenden egriiment karo ileksan aur vot ke chakkar men aakar aatmhatyaa aatmsamarpan mat karo va kaam job upahaar adhikaar mat lo....


matter 1261 ….एडवांस लेकर टाइम बोंड सौदा, समझौता, डील, लेनदेन, एग्रीमेंट, करो, इलेक्सन और वोट के चक्कर में आकर आत्महत्या, आत्मसमर्पण मत करो व काम, जोब, उपहार, अधिकार मत लो….


अपनी हिम्मत व समझदारी का इस्तेमाल करो

एडवांस लेकर टाइम बोंड सौदा, समझौता, डील, लेनदेन, एग्रीमेंट, करो

इलेक्सन और वोट के चक्कर में आकर आत्महत्या, आत्मसमर्पण मत करो व काम, जोब, उपहार, अधिकार मत लो

अपनी मालिकी अपनी मरजी की हत्या मत करो,

अपने ही लोगों का कतल मत करो

अपने लोग मत दो

अपनी धरती पर गुंडाराज मत रैहैने दो

गुंडा शिक्षा मत चलने दो

गुंडा राह समाप्त कर दो

गुंडाई का लाइसेंस यानी वोट मत दो

बीते समय आपको समानता से क्या नही मिला

बीते समय आपने अपना कितना रुपया लुटवाया

बीते समय आपने कितने चक्कर काटे

बीते समय अपने कितनी धमकियाँ सहीं

बीते समय आपने अपनी कितनी सर्विसिस की हत्या सही क्या उसकी वैल्यू मिली

बीते समय आपने कितने घंटे काम किया व कितना धन प्राप्त किया

कितना किसको दिया, कितना खुद पर खर्च किया, कितना बचाया

बीते समय आपने अपने कितने जीवनकाल की हत्या करवाई

बीते समय आपने अपनी कितनी धरती लुटवाई

बीते समय आपने अपने कितने लोगों की हत्या सही

बीते समय आप ने अपनी कितनी बहू बैहैन बेटियों दोस्तों माँओं के साथ रेप रांडधंदा व अवैध प्रजनन सहा

बीते समय तुमने कितना जैहैरीला दर्द सहा

बीते समय तुमने कितनी विकलान्घता सही

ये आपके जन्म जातीय मूल अधिकार यानी सौदे हैं

जो मांगने से नही समान विश्व व्यवस्था के विस्तार से मिलेंगे

जीवन हत्या अमीर गरीब का फर्क मिटा के रहेंगे, घरती है हर प्राणी की समान व्यवस्था बढ़ाके रहेंगे

जय धरती जय मानवता

विश्व सेवक व रक्षक

श्याड़ो

शनिवार, 28 जुलाई 2018

matter 1260 ....tab tab antipous suvidhaayen praaniyon ko shuddh svasthtaa dene ke liye prakat hoti hain....





Matter 1260 ….तब तब Anti Pous सुविधायें प्राणियों को शुद्ध स्वस्थता देने के लिये प्रकट होती हैं….

              जब जब धरती पर संघार का पर्दाफास होता है तब तब Anti Pous सुविधायें प्राणियों को शुद्ध स्वस्थता देने के लिये प्रकट होती हैं जो हमला सैहैता, बीमारों, बुजुर्गों, विकलान्घों की शुद्ध स्वस्थ अवस्था को पुन: विकसित कर तरुणता का विकास जारी रखती है यानी फिर से शक्तिशाली स्वस्थ गठीला शरीर व अतिरिक्त याद्दास्थ के साथ मानसिक विकाश की राह पर चलना
When the conflicts are exposed on Earth, then Anti Pous features appear to give a pure health to the creatures who continue to develop the youth, the sick, the elderly, the healthy and healthy state of the disables and then develop the youth. With the powerful healthier body and extra memory, walking on the path of mental development
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matter 1259 ...apanii rakShaa karane waalon apane ko aajaad rakhane waalon apane ko shukh suvidhaayen dene vaalon vyavasthaaii chinhon kaanoonon ko apamaanit naa hone den...

matter 1259 ...अपनी रक्षा करने वालों, अपने को आज़ाद रखने वालों, अपने को सुख सुविधायें देने वालों, व्यवस्थाई चिन्हों, कानूनों को अपमानित ना होने दे...







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ये क़ानून है की जब तक हालात ना बिगड़ें तब तक हर मानव अपनी रक्षा करने वालों, अपने को आज़ाद रखने वालों, अपने को सुख सुविधायें देने वालों, व्यवस्थाई चिन्हों, कानूनों को अपमानित ना होने दे, ख़ास कर विश्व मंच पर, यदि कोई ऐसा मुद्दा सामने आता है तो वह षडयंत्र है जिसे समाप्त करना विश्व के मालिकों व उनके द्वारा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से नियुक्त किये गये सेवकों का काम है



THE

CONSTITUTION

OF INDIA




1[PART IVA


FUNDAMENTAL DUTIES


51A. It shall be the duty of every citizen of India
(a) to abide by the Constitution and respect its
ideals and institutions, the National Flag and the
National Anthem;


(b) to cherish and follow the noble ideals which inspired our national struggle for freedom;

(c) to uphold and protect the sovereignty, unity and integrity of India;         

(d) to defend the country and render national service when called upon to do so;

(e) to promote harmony and the spirit of common brotherhood amongst all the people of India
transcending religious, linguistic and regional or
sectional diversities; to renounce practices derogatory
to the dignity of women;


(f) to value and preserve the rich heritage of our composite culture;        
(g) to protect and improve the natural environment including forests, lakes, rivers and wild life, and to
have compassion for living creatures;


(h) to develop the scientific temper, humanism and the spirit of inquiry and reform;

(i) to safeguard public property and to abjure violence;

(j) to strive towards excellence in all spheres of ndividual and collective activity so that the nation
constantly rises to higher levels of endeavour and
achievement;


*[(k) who is a parent or guardian to provide opportunities for education to his child or, as the
case may be, ward between the age of six and
fourteen years.]
 


1 [भाग IVA मौलिक ड्यूटीज

51 ए। यह भारत के हर नागरिक का कर्तव्य होगा-
() संविधान का पालन करने और इसका सम्मान करने के लिए
आदर्श और संस्थान, राष्ट्रीय ध्वज और
राष्ट्रीय गीत; (बी) महान आदर्शों की देखभाल और पालन करने के लिए
स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय संघर्ष को प्रेरित किया; (सी) संप्रभुता, एकता को बनाए रखने और उसकी रक्षा करने के लिए
और भारत की अखंडता; (डी) देश की रक्षा और राष्ट्रीय प्रस्तुत करना
जब ऐसा करने के लिए कहा जाता है तो सेवा; () सद्भाव और सामान्य भावना को बढ़ावा देने के लिए
भारत के सभी लोगों के बीच भाईचारे
धार्मिक, भाषाई और क्षेत्रीय या पारदर्शी
विभागीय विविधता; प्रथाओं को अपमानजनक छोड़ने के लिए
महिलाओं की गरिमा के लिए; (एफ) हमारे समृद्ध विरासत को महत्व और संरक्षित करने के लिए
समग्र संस्कृति; (जी) प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और सुधार करने के लिए
जंगल, झीलों, नदियों और जंगली जिंदगी, और सहित
जीवित प्राणियों के लिए करुणा करो; (एच) वैज्ञानिक गुस्सा, मानवतावाद और विकसित करने के लिए
पूछताछ और सुधार की भावना; (i) सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा और अपमान करने के लिए
हिंसा; (जे) के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता की ओर प्रयास करने के लिए
व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधि ताकि राष्ट्र
लगातार प्रयास के उच्च स्तर तक बढ़ता है और
उपलब्धि; * [(के) जो माता-पिता या अभिभावक प्रदान करने के लिए है
अपने बच्चे को शिक्षा के अवसर या, जैसा कि
मामला हो सकता है, छह साल की उम्र के बीच वार्ड
चौदह साल।]


1 [bhaag iv
maulik dyooteej
51 e. yah bhaarat ke har naagarik ka kartavy hoga-

(e) sanvidhaan ka paalan karane aur isaka sammaan karane ke lie
aadarsh aur sansthaan, raashtreey dhvaj aur
raashtreey geet;
(bee) mahaan aadarshon kee dekhabhaal aur paalan karane ke lie
svatantrata ke lie hamaare raashtreey sangharsh ko prerit kiya;
(see) samprabhuta, ekata ko banae rakhane aur usakee raksha karane ke lie
aur bhaarat kee akhandata;
(dee) desh kee raksha aur raashtreey prastut karana
jab aisa karane ke lie kaha jaata hai to seva;
(ee) sadbhaav aur saamaany bhaavana ko badhaava dene ke lie
bhaarat ke sabhee logon ke beech bhaeechaare
dhaarmik, bhaashaee aur kshetreey ya paaradarshee
vibhaageey vividhata; prathaon ko apamaanajanak chhodane ke lie
mahilaon kee garima ke lie;
(eph) hamaare samrddh viraasat ko mahatv aur sanrakshit karane ke lie
samagr sanskrti;
(jee) praakrtik paryaavaran kee raksha aur sudhaar karane ke lie
jangal, jheelon, nadiyon aur jangalee jindagee, aur sahit
jeevit praaniyon ke lie karuna karo;
(ech) vaigyaanik gussa, maanavataavaad aur vikasit karane ke lie
poochhataachh aur sudhaar kee bhaavana;
(i) saarvajanik sampatti kee raksha aur apamaan karane ke lie
hinsa;
(je) ke sabhee kshetron mein utkrshtata kee or prayaas karane ke lie
vyaktigat aur saamoohik gatividhi taaki raashtr
lagaataar prayaas ke uchch star tak badhata hai aur
upalabdhi;
* [(ke) jo maata-pita ya abhibhaavak pradaan karane ke lie hai
apane bachche ko shiksha ke avasar ya, jaisa ki
maamala ho sakata hai, chhah saal kee umr ke beech vaard
chaudah saal.]