matter 1257 ...इनके बिना भी ये सभी हिन्दू सीमा में समान अधिकार प्राप्त करने के अधिकारी व कर्त्तव्य निभाने के जिम्मेदार रहेंगे...
ये कोई दो चार साल चलने वाली सरकारों की पंचवर्षीय योजना नही
हिन्दू धर्म व सभ्यता के अलावा अनंत कालीन श्रृष्टि की व्यवस्था है
सम्पूर्ण श्रृष्टि के विकाश का समानता से दाइत्व हिन्द है
चाहे कितने भी हिन्दुओं को खदेड़ा व कतल किया जाता आ रहा है
पर फिर भी किसी गैर हिन्दू को अपने अधिकार लेने के लिये शाह, पंजाबी, बंगाली, रिफ्यूजी, सिद्दीविनायक, सांई, बालाजी, सिडणी, हेल्ली आदि जैसे मिडियमजॉइंटएलिमेन्ट्स को इस्तेमाल करने, खुद के अस्तित्व को छुपाने व ग्लानी करने की जरूरत नहीं
इनके बिना भी ये सभी हिन्दू सीमा में समान अधिकार प्राप्त करने के अधिकारी व कर्त्तव्य निभाने के जिम्मेदार रहेंगे
भगवान शब्द के द्वारा भगवा रंग के ध्वज का निर्माण लाखों वर्ष पूर्व हुआ था यानी भगवा रंग हर धार्मिक वर्ग का द्योतक है ये किसी छोटे मोटे नेता व पार्टी तक सीमित नहीं
ये दर्द हम सैहै चुके हैं इस लिये ये दर्द किसी और को नहीं होने देंगे
हम मानव बंधीकरण को समाप्त कर विराटाकार पञ्चतत्वनियंत्रक प्रजातियों के विकाश की व्यवस्था जारी रखेंगे
डर ईश्वरीय तत्व है जो सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारियाँ निभाने के लिये काम पर लगाये रखता है जो मानवीय कर्म कैहैलाता है
करीब 84 लाख प्रजातियों व 8 अरब मानवों सहित
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याड़ो
ये कोई दो चार साल चलने वाली सरकारों की पंचवर्षीय योजना नही
हिन्दू धर्म व सभ्यता के अलावा अनंत कालीन श्रृष्टि की व्यवस्था है
सम्पूर्ण श्रृष्टि के विकाश का समानता से दाइत्व हिन्द है
चाहे कितने भी हिन्दुओं को खदेड़ा व कतल किया जाता आ रहा है
पर फिर भी किसी गैर हिन्दू को अपने अधिकार लेने के लिये शाह, पंजाबी, बंगाली, रिफ्यूजी, सिद्दीविनायक, सांई, बालाजी, सिडणी, हेल्ली आदि जैसे मिडियमजॉइंटएलिमेन्ट्स को इस्तेमाल करने, खुद के अस्तित्व को छुपाने व ग्लानी करने की जरूरत नहीं
इनके बिना भी ये सभी हिन्दू सीमा में समान अधिकार प्राप्त करने के अधिकारी व कर्त्तव्य निभाने के जिम्मेदार रहेंगे
भगवान शब्द के द्वारा भगवा रंग के ध्वज का निर्माण लाखों वर्ष पूर्व हुआ था यानी भगवा रंग हर धार्मिक वर्ग का द्योतक है ये किसी छोटे मोटे नेता व पार्टी तक सीमित नहीं
ये दर्द हम सैहै चुके हैं इस लिये ये दर्द किसी और को नहीं होने देंगे
हम मानव बंधीकरण को समाप्त कर विराटाकार पञ्चतत्वनियंत्रक प्रजातियों के विकाश की व्यवस्था जारी रखेंगे
डर ईश्वरीय तत्व है जो सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारियाँ निभाने के लिये काम पर लगाये रखता है जो मानवीय कर्म कैहैलाता है
करीब 84 लाख प्रजातियों व 8 अरब मानवों सहित
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याड़ो
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