लोकसभा के लीडर कहते है कि संसद की बात सबसे बडी रहेगी
जनाब जब संसद होगी तो बडी रहेगी
बीमार ऐवी लुटेरों के अड्डे को संसद नही कहते
जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत आने वाले लोगों के फैसले लेने के स्थान को संसद कहते है
सिद्ध करो कि 65 सालों मे सभी सांसद इस धारा के तहत कर्तव्य पूरा करने मे सफल रहे है
सिद्ध हो गया तो संसद सबसे बडी है संसद की मानी जायेगी,
सिद्ध न हुआ तो ऐवियों के अड्डे की थोडीना मानी जायेगी
जिस जनता ने संसद को जनम दिया उस जनता की मानी जायेगी
वन्दे मातरम
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो
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