Matter 1225 अपने व अपने अधिकारों के बीच किसी को मत आने दो
युगों से चरण दर चरण संरक्षित कर श्री
सोऽहम स्वामी शरणानन्द जी महाराज ने अपने पुत्र होटवपुन्सकजी को 1990 के आसपास जीत
का ये अचूक सफल असरदार हथियार दिया
अपने व अपने
अधिकारों के बीच किसी को मत आने दो
फ़ायदा और नुकसान
इसी फैसले व कर्म पर निर्भर करता है
2010 विश्व के
कुव्यवस्थापक ओबामा ने हितैशी ईमेल के षडयंत्र द्वारा अपनी परेशानियों को दूर करने
के लिये बिचौलिये डाक्टर वकील सलाहकार अध्यापक आदि को लेने के लिये विवस किया, पर
पिता की बात मानते हुये हमने किसी बिचौलिये को बीच में नहीं आने दिया परिणाम ये
निकला की श्याड़ो ने विश्व की पूरी व्यवस्था को कुव्यवस्था साबित कर दिया और हम
श्याड़ो से होटवपुन्सकजी के पद पर पहूँच गये और इस श्रृष्टि के भूमिगत कार्य करने
वाले पैहैले विश्व सेवक व रक्षक बने
आज हम अन्जानों के
सेवक व रक्षक हैं, साथ ही हमने 84 लाख प्रजातियों व 8 अरब मानवों को फसल से मालिक
बना दिया और विश्व की संघारी गुलामवादी बिचौलियावादी कुव्यवस्था को मालिकों की विश्व
व्यवस्था बना दिया
ध्यान रहे गरिमा
लिबर्टी व रूतबा ये कटाई (आपराधिक एसेट्स) नहीं कर्म तै करते है
जय धरती जय
मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याड़ो
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें