एलीजा गैंग का माननीय शब्दों के नाम पर संघारी साम्राज्य
पुरुष बंदी कारण
इस काम के लिये महिलाओं को किशोरावस्था से ही पुरुषों
से पृथक कर दिया जाता है
ये काम परिवार के एक मजे हुये क्रिमिनल महिला वर्ग
द्वारा कराया जाता है
कन्या को ऐसी संगत में रखा जाता है जहाँ वह खुद ब
खुद पुरुष बंदी करण के अपराध को सीख लेती है
जिसे होम साइंस जैसे आम शब्द के साथ कानूनी
संरक्षण दिया जाता है ये महिला मैगजीनों ट्यूसन व सोज़ द्वारा भी सिखाया जाता आ रहा
है
मेरी बेटी को ये सिखाने के लिये एलिजा गैंग ने उसे
मुझ से दूर एक शर्मा के पास ट्यूसन पढ़ने भेजा और मुझे जैहैर व् झगड़े द्वारा उस पर ध्यान
नहीं रखने दिया, साक्ष्य मिले की उसे वहाँ पुरुषों के बंदीकरण की जानकारी सिखाई गई,
उसे पुरुष वर्ग व आरएसएस से दुश्मनी करना शिखाया गया, उसने एलिजा गैंग की कुशिक्षा
व आदेशों के आधार पर पिता पुत्री के पवित्र प्रेम की चाहत को हथियार बना कर मुझे
अपना चैहैरा दिखाना तक बंद कर दिया मेरे द्वारा उसे पवित्र प्यार से छूने देखने व
खेलने की चाहत करने पर उसने अपनी माँ व भाई के सामने एलीजा कुशिक्षा के तैहैत जंगली
जानवर की तरह पंजा मारा व नोच लिया हालां की उसके चैहैरे पर मासूमियत थी पर वह
अपने द्वारा जीवन भर पुरुष बंदी करण करने के लिये एलिजा गैंग के आदेश फोलो करने लगी
थी, जिसने मुझे उस से हमेसा के लिये दूर कर दिया और एलिजा गैंग उसको मेरे ध्यान से
दूर रखने में सफल हो गया, इसी तरह हर कन्या को एलिजा गैंग ने पिताओं भाइयों आदि से
लूटना व अपने कुसाम्राज्य के लिये हथियार की तरह इस्तेमाल कर आपराधिक जीवन जि आ कर
उनको भी खा जाना जारी रखा है जैसे श्रीदेवी जब श्री देवी ने अपनी बेटियों को इस
कोठे बाजार से दूर रखने का फैसला लिया तो उसका भी मर्डर कर दिया गया अब उसकी दौनौ
बेतियां एलीजा गैंग के कब्जे में हैं और वह भी भाग्य श्री के रास्ते पर डाली जाना
जारी है
दीपिका पादुकोण अपने जीवन का 66% रास्ता इसी
महिला बंदी करण के तैहैत पार कर चुकी है उसका 33% जीवन ही शेष बचा है पर एलीजा
गैंग को ये नहीं समझना चाहिये की धरती से व्यवस्थापक लुप्त हो चुके हैं और उस को
देखने व दंडित करने वाला कोई नही है उनकी खबरों को अपराध साबित करने वाला कोई नहीं
है
महिला बंदी कारण
जो महिलायें पुरुष बंदी कारण के लिये विरोध करती
हैं उन्हें.नारी निकेतन व इन्ही के जैसी जगहों में जिन्हें अल्प़ावास भी कैहैते
हैं रखा जाता है यहाँ यातानाई, अंग असक्षम बनाने की क्रिया द्वारा महिलाओं को
असक्षम बना कर यातो पुरुष बंदी कारण के लिये राजी कर लिया जाता है या लीगल सा
दिखने वाली हत्या कर दी जाती है या किसी स्टेसन व पुल के पास छोड़ उस के अंत का इंतजार
किया जाता है व उसकी दुर्दशा दिखा कर औरों को बंदी बनाया जाता है व अपराधिक
साम्राज्य को ज़िंदा रखा जाता आ रहा है
सोचिये की यदि किसी महिला को देखना जुर्म हो
सकता है तो महिला द्वारा पुरुष को जाना से मार दूगी जैसा वाक्य कैहैना कितना बड़ा
जुर्म हुआ इसे मनोरंजन के माध्यम से आम बात या तकिया कलाम बना देने से इसका
आपराधिक प्रभाव कम नहीं होता
जैसा की दीपिका पादुकोण से राम किरदार के हीरो
को कैहैल वाया गया की छोड़ दिया तो जान से मार दूंगी तो हमारी पत्नी ने हमें छोड़
दिया तो इस हिसाबा से हमें अपनी पत्नी को जान से मारने का लाइसेंस मिल गया, नही ये
गलत है ये एलीजा गैंग का षडयंत्र है
जो कन्यायें नही सीखना चाहती उन्हें परिवार से
अलग यातानाई दुर्दाशाई स्थान पर जैहैर दे याद की हत्या कर आतंकित कर जबरजस्ती राजी
किया जाता है
कई जगह तो ये इतना इको फ्रेंडली होगा की आप को
मैहैसूस ही नहीं होगा की ये सब कुछ कब हो गया
जो इन कुकर्मों में सबसे माहिर होता है उसे महानता
का सम्मान देने का षडयंत्र जारी रखा जाता है
और उस के नाम पर अपराध व संघार जैसी घोर हरकतों
को जारी रखा जाता है
साथ ही उन महिलाओं के साथ भी महिला बंदीकरण जारी
रखा जाता है
चाहे जनक पुरी डिस्ट्रिक सेंटर जैसी जगहों में लगातार
होते माहिलाओं के कतल को सुसाइड साबित करने के षडयंत्र हों या भाग्य श्री जैसी अभिनेत्रियों
के कतल को दुर्घटना का नाम देने का षडयंत्र हो नुकसान तो काम करने वाले मालिकों के
पारिवारिक सदस्यों का ही होता है जो एक सपनों की दुनिया में जीने का सपना लिये
सरकारी क़ानून का पालन करते सरकारी सुरक्षा क्षेत्र में जीयोत (जीविका) की तलास में
इन संघारियों तक पहुच जाते हैं
समाज सेवा शिक्षा संस्थान से यूंके के इंटरनैसनल
कोठों, भोजन के चिकन व मरीजों के ऑर्गन ट्रांसप्लांट तक ये सब कैसे होता है क्यों
नही रोका जा पा रहा ये आम इंसानों के लिये घिनौना यातानाई डरावना हो सकता है इन
विषयों पर बातें करने के लिये आम लोगों को दवायें व गार्ड की जरूरत पड सकती है क्यों
की वह पैहैले से ही मानव बंदी करण के तैहैत अपनी क्षमतायें खो चुके होते है
अपनी सुरक्षा के षडयंत्रों के तैहैत इन होरर
बातों को आम बातें बनाने के लिये फ़िल्में भी रिलीज की जाती आ रही है ताकि आम बात मान
कर कोर्ट व आम इंसान का ध्यान इन बातों पर ना जाये
पुरुष के लिये अलग व महिलाओं के लिये अलग जगह
बनाई गई हैं जहाँ उन्हें यातनाओं व उनकी याददास्त की हत्या कर उन्हें अपराधी बनाया
जाता है
पुरुष बंदी कारण के लिये महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
के अंग व महिला कोर्टें कार्य कर रही हैं
महिलाओं के बंदीकरण के लिये जेलों जैसी जगहों
में नारीनिकेतन जैसी जगहों पर महिलाबंदी करण जारी हैं
उदाहरण के लिये पुरुष बंदी करण के लिये थाना अमर
कॉलोनी लाजपत नगर में कुछ महिला आयोग के कुव्यवास्थापक महिला पक्ष द्वारा पुरुषों
की बंदी करण का कार्य कर रहे हैं वो भी खुद को कोर्ट सो कर के जाँच करने पर पता
चला की वहां ए सी पी स्तर का कुव्यवस्थापक जज के रूप में पुरुष बंदी करण कर रहा है
जिसका पद एडीसनल डी सी पी साउथ ईस्ट के तैहैत इतना छोटा है की है उसके जैसे 16 और
अधिकारी एडीसनल डी सी पी साउथ ईस्ट के नीचे काम करा रहे है जो गोबिंद पुरी के
इलाके में ऐ सी पी रेहे चुका है जिसने अपनी इमेज होरर बना रखी है थाने के साथ मिल
कर पुरुषों के फर्जी कागज़ बना कर उन्हें जेल में भिजवाकर उन्हें यातनायें. दिला कर
पुरुष बंदी करण व पुरुष संघार का कार्य किया जा रहा है वहीं साथ ही जैहैरीली दवाओं
को देने के लिये अस्पताल व ऐसी आपराधी महिलाओं को संरक्षण देने के लिये सोसल
जस्टिस एंड एन्पोवार्मेंट के नाम पर निवास कानूनी संरक्षण देने की पूरी व्यवस्था
कर रखी है साथ ही अगर उस अपराधी महिला का कोई बच्चा है तो उसे भी संरक्षण निवास
देने की पूरी व्यवस्था जारी है और उस जगह के अधिकारी को प्रोटेक्सन ऑफिसर के नाम
से विक्ख्यात करना भी जारी है इस ऑफिसर द्वारा किसी भी पुरुष के विरुद्ध झूठी
रिपोर्ट बनाने का काम कराया जाता आ रहा है जो महिला कोर्ट में साक्ष्य के रूप में मान्य
है साथ ही कुछ हिजड़ों को भी गुंडा गर्दी के लिये नियुक्त कर रखा है जो ओन द रोड व
घर पर आतंकित किडनैपिग टोर्चर हमला करने व दुर्घटना साबित करने में एक्सपर्ट हैं जब
हमारे साथ ये हुआ तो बात विश्व स्तर तक पहुंची और पिंकी नाम की फिल्म के द्वारा इन
संघारों को छूपाने व संघारों से ध्यान हटाया गया व पुरुषों का मनोबल घटाने के लिये
फिल्म में पुरुषों को जेल भी भेजा गया हमारी पत्नी के पिंकी व हमारे एरिया सब अधिक
तर हूबहू रखा गया प्रोस्टो को मोलिस्ट के नाम पर जारी रखने का पाठ पढाया गया और पुरुष
बंदी करण सैहैते आ रहे अमिताभबच्चन जी पर सारा गुनाह उडेल दिया गया सही लोग तो
अमिताभ जी को ही गलत मानेगे पर गलत एलीजा गैंग है अमिताभ जी ने सरकार फिल्म के
जरिये एक सन्देश दिया था विष का वास ही विशवास कैहैलाता है और इस का दोषी एलीजा
गैंग ही है जो करीब 4 अरब के करीब है जिसने अमिताभ जैसे हर हीरो की उनके घरेलू
महिलाओं डाक्टरों व पुलिस द्वारा पुरुष बंदी करण करना जारी रखा है कपिल के कोमिडी
सो को देखो एक बैंक मैनेजर ने अजय देवगण से पूछ लिया की आपने सीरिअस रेहेने की
प्रेरणा कहा से ली तो कपिल ने उसे जलील कर कहा ये सवाल सही नही है क्यों की कपिल
इस पुरुष बंदी करण को खीच कर रखो के नाम से जानता है व उस को इसी के विस्तार के लिये
पैसे मिलते हैं जिसे वह भ्रमित हो कर अपनी सक्सेस मानता है एक बार अपना दिमाग
लगाया तो अगले दिन सो बंद कोर्ट सो शुरू हो जायेगा
अजयदेवगन ने कहा मैं तो शादी के पैहैले दिन से काजोल
के थप्पड़ खा रहा हूँ तो कपिल बहुत खुस हो गया और सब से तालियाँ बजवाई बैक मैनेजर
को क्या पता की अजय देवगन घरेलू महिलाओं और डॉक्टरों द्वारा पुरुष बंदी करण का शिकार
होता आ रहा है जिसने उसकी फुर्तीली क्षमताओं को छीनना जारी रखा है वह सीरिअस नही
जैहैर खाया हुआ बंदी है जो उसे लगातार दिया जाता रहेगा उसकी आँखें नशीली नही
बेहोशी की हैं ये सब कुछ काजोल में नही है क्यों की उसे सुगर वाला जैहैर के लिये प्लान
किया जा चुका है जिसकी मुख्य दोषी एलीजा गैंग है
इस तरह एलीजा गैंग ने हम जैसों को ये सन्देश भी
दे दिया की हम ये खुले आम करते रहेंगे,
आलिया भट्ट ने कहा में तो सुगर से बहुत डरती हूँ
अब उस मासूम को क्या पता की हर महिला की हत्या के अधिकतर कारण लीवरफेल सो कर के सुगर
के नाम पर अस्पताल में प्यार से हत्या करना है शायद उसके पिता महेश भट्ट इस बात को
अच्छे तरीके से समझ सकते है
इधर अन्ना जी ने व्यवस्था शुरू की उधर एक फिल्म
बना कर सारे पर पानी फेर दिया ये एलिजा गैंग की संघार नीतियाँ अब ज्यादा नहीं चलने
वाली
हर यू.टी. व हर जिले में इस तरह विधिवत शान्ति
के साथ महिलाओं द्वारा पुरुष बंदी करन जारी है जिसके लिये एलीजा गैंग व उसके
समर्थक दोषी साबित होते व साबित करने वालों के कतल होते आ रहे हैं
मदनगीर लाजपत नगर व चानाक्यपुरू तक के पिंकी के एजूकेसन
के सफ़र डिस्ट्रिक सेंटर जनक पुरी तक ना गया हो ये मानना गलत होगा जो कोठो व
कातिलों का गड है पर हमें इस से नही वर्त्तमान में किये जा रहे अपराधों से मतलब है
की आज वह एलीजा गैंग के शराब खाने जैसे हुक्काबार में अपने सपनों के जीवन को तलास
रही हैं पर कानूनी रास्ते पर चलकर सोनियां गाधी जी की तरह शाही कार्य करने को
तैयार नही. इस बात से अंदाजा लगता है की एलीजा कुशिक्षा कितनी होरर है वर्तमान में
तो पिंकी द्वारा की जा रही चार हत्या रोकने में हमने कामयाबी ले ली अब सभी
जानकारों के चैहैरे पर दीखता एलीजा का जैहैर ख़तम करने की और कदम बढाना व एलीजा
गैंग के सदस्यों द्वारा लुटे गए एसेट्स नुकसान सहित वापस लेना व सभी एलीजा गैंग के
लोगों को कानूनन काम सिखाना व कराना बाक़ी है
लाजपत नगर में ये सभी अपराध जिस जगह से किये जा
रहे हैं उस जगह को माननीय शब्द कस्तूरबा
निकेतन के नाम से पुकारा जा रहा है जहाँ कोठों व कातिलों को खुले आम अपराध करते हुये
देखा जा सकता है और जिस जगह पुरुषों को ले जाकर टोचर किया जाता है उस क्रूर स्थान
का नाम भी माननीय मदर टैरिसा वार्ड तिहाड़ जेल है
इससे एक बात और साबित होती है की आप पार्टी और मदर
टैरिसा की हर मौहौल्ला
क्लीनिक पर लगी होर्डिग जिसमें कजरीवाल जी शिशुओं
को पोलियों का ड्रापस पिला रहे हैं वह पोलियो रोकने की दवा नही सरलता से पोलियो को
फैलाने का जैहैर है जो प्रतिरोधका क्षमता को नष्ट करता है जिसने 100% लोगों को
पोलियों का मरीज बना कर मानव बंदी कारण जारी रखा है षडयंत्र के तैहैत बस नाम बदल
साइकलोजिकल व न्यूरोलोजिकल प्रोबलम रखा दिया है अधिकतर पुरुषों के लिये दिल की
बीमारी चुनी गई है साबित हो चुका है की मानव के सम्पूर्ण विकास को 99% तक दवाओं के
नाम पर लगातार जैहैर खिलाने से रोका जाता आ रहा है जिसे थोटब्रेक नाम के षडयंत्र
द्वारा कोमंवेल्थ द्वारा चलाया जाता आ रहा है जो एलीजागैंग का एक अंग है पौने 6
करोड़ हत्या हर साल में में 95% हत्यायें इन्ही जैहैरीली दवाओं से की जाती आ रही है
जब एम्स के हैड ऑफ साईकाईट्रिस्ट से बात की तो पता चला की 100% लोगों को मानव बंदी
कारण द्वारा बंदी बनाया जाता आ रहा है
क़ानून के होते हुये गैर कानूनी रास्ते हे हत्यायें
करना दण्ड योग्य है ये ना समझा जाये की दंड देने वाला इस धरती पर मौजूद नही हैं
इसे किसी कीमत पर हम वल्ड वार के नाम पर प्रचारित नही होने देगे ये संघार है जिसके
लिये दोषी को अवसर या दंड मिलेगा
जेल नंबर एक में महिलापुलिस की मूर्ती विमला
मैहैरा की पुरुष से पूजा कराई जाती है सर झुकवाया जाता है माना जाता है की तिहाड़
की 1 नंबर जेल में एक नंबर के चुने हुये देश व दुनियाँ के पुरुष भक्तों को रखा
जाता है जहां माता के नाम पर उन्हें द्रोही बनाने का काम जारी हैं
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याड़ो
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