Matter 1265 ...कुछ नही होता, कुछ हुआ?...ऐसे संघारी गुलामदारी गलत सिस्टम को जारी रखने वाले कुछ गलत लोग...
आदरणीय प्राणियों ये संघारियों व गुलामदारों द्वारा करीब 8 अरब लोगों को दिये जाते आ रहे सन्देश है जो साबित करते हैं की धरती पर समान काम व अधिकार की व्यवस्था यानी क़ानून का कभी कोई अस्तित्व था ही नही
जब आप अपनी जिन्दगी के बहुत कीमती वापस ना मिलने वाले समय को कतल कराने के बाद अपने विरुद्ध हुये अधिकारों की लूट के षडयंत्रों का पर्दाफास कर अपने व सबके लूटवाये जा रहे अधिकारों को वापस लेने के लिये व इस कुव्यवस्था को सिस्टम बनाने के लिये जी जान से प्रयास करते है तब आप पर संघारियों गुलामदारों द्वारा उनके षडयंतत्रों का अगला चरण इस्तेमाल किया जाता है वह है जैहैर व चक्कर की मात्रा को और बढ़ा देना
जैहैर आपको पागलखानों यातनाग्रहों अस्पतालों फुतपातों व चक्कर आप को जेलों थानों लोकपों कतलखानों तक पहुंचा देता है यदि इतने पर भी आपकी हिम्मत चाहत व प्रयास जारी रैहैते है तो धरती से दूर बनाये गये कतलख़ानों में आपके प्रयासों का नामोनिशान मिटा दिया जाता है ना बोडी ना एविडैन्स ना कारावाही ना न्याय और फिर से ये सब नये फ्रैसर अन्जान बच्चोँ के साथ शुरू करना जारी रखा जाता है
हर षडयंत्र से पैहैले आप के कानों तक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से एक सन्देश पहुंचाना जारी रखा जाता है वह है कुछ नहीं होता और अगत इसके बाबजूद भी आप के प्रयास नहीं रुकते तो दूसरे संदेश का इस्तेमाल किया जाता है कुछ हुआ
अपनी समझदारी का इस्तेमाल कर फैसला कीजिये की यदि आपको अपनी बिल्डिग में अपने लिये सबसे सुरक्षित स्थान चुनना हो तो आप केंद्र को चुनेंगे या किनारे को
और अगर आप को कूडा फैकने करने के लिये कोई स्थान चुनना पड़े तो आप अपनी बिल्डिग में किनारे को चुनेंगे या केंद्र को
जबाब बिल कुल साफ है आप सुरक्षा के लिये केंद्र व कूडा नष्ट करने के लिये किनारों का चुनाव करेंगे
पर अगर कोई देश व दुनियाँ के सिस्टम को चलाने वाला सिस्टम को चलाने के लिये किनारों को चुनता है तो संघारी गुलामदारी के कोन्क्रीट एविडेंस मिल जाते है
ऐसे ही एविडैस हैं आर्यवर्ष की 5 यू .टी. यानी देश व दुनियाँ को चलाने के लिये 5 मुख्य स्थान जो केंद्र में होने की बजाय समंदर के किनारों पर हैं ताकि आसानी से मालिकों द्वारा सही बात कैहैने अधिकार मांगने व सिस्टम को बनाने के प्रयास करने पर उन्हें आसानी से काट कर एविडैंसेज़ को समंदर में नष्ट किया जा सके
ऐसे संघारी गुलामदारी गलत सिस्टम को जारी रखने वाले कुछ गलत लोग
ये सभी गलत बातें समाप्त करना जारी हैं
धरती के सभी लोगों को पुन: सूचित किया जा रहा है की वह समानता से ट्रेनिग काम धन व अन्य सभी अधिकार प्राप्त करने के लिये अपनी विश्व सेवा व सुरक्षा की सभी सुविधायें लेकर अपनी सभी समस्याओं का जड सहित अंत करना जारी रख सकते हैं
सम्पूर्ण विश्व के लिये हमेशा जारी रेहेने वाला कोनटैक्ट नंबर 9868247312
जय धरती जय मानवता
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याड़ो
आदरणीय प्राणियों ये संघारियों व गुलामदारों द्वारा करीब 8 अरब लोगों को दिये जाते आ रहे सन्देश है जो साबित करते हैं की धरती पर समान काम व अधिकार की व्यवस्था यानी क़ानून का कभी कोई अस्तित्व था ही नही
जब आप अपनी जिन्दगी के बहुत कीमती वापस ना मिलने वाले समय को कतल कराने के बाद अपने विरुद्ध हुये अधिकारों की लूट के षडयंत्रों का पर्दाफास कर अपने व सबके लूटवाये जा रहे अधिकारों को वापस लेने के लिये व इस कुव्यवस्था को सिस्टम बनाने के लिये जी जान से प्रयास करते है तब आप पर संघारियों गुलामदारों द्वारा उनके षडयंतत्रों का अगला चरण इस्तेमाल किया जाता है वह है जैहैर व चक्कर की मात्रा को और बढ़ा देना
जैहैर आपको पागलखानों यातनाग्रहों अस्पतालों फुतपातों व चक्कर आप को जेलों थानों लोकपों कतलखानों तक पहुंचा देता है यदि इतने पर भी आपकी हिम्मत चाहत व प्रयास जारी रैहैते है तो धरती से दूर बनाये गये कतलख़ानों में आपके प्रयासों का नामोनिशान मिटा दिया जाता है ना बोडी ना एविडैन्स ना कारावाही ना न्याय और फिर से ये सब नये फ्रैसर अन्जान बच्चोँ के साथ शुरू करना जारी रखा जाता है
हर षडयंत्र से पैहैले आप के कानों तक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से एक सन्देश पहुंचाना जारी रखा जाता है वह है कुछ नहीं होता और अगत इसके बाबजूद भी आप के प्रयास नहीं रुकते तो दूसरे संदेश का इस्तेमाल किया जाता है कुछ हुआ
अपनी समझदारी का इस्तेमाल कर फैसला कीजिये की यदि आपको अपनी बिल्डिग में अपने लिये सबसे सुरक्षित स्थान चुनना हो तो आप केंद्र को चुनेंगे या किनारे को
और अगर आप को कूडा फैकने करने के लिये कोई स्थान चुनना पड़े तो आप अपनी बिल्डिग में किनारे को चुनेंगे या केंद्र को
जबाब बिल कुल साफ है आप सुरक्षा के लिये केंद्र व कूडा नष्ट करने के लिये किनारों का चुनाव करेंगे
पर अगर कोई देश व दुनियाँ के सिस्टम को चलाने वाला सिस्टम को चलाने के लिये किनारों को चुनता है तो संघारी गुलामदारी के कोन्क्रीट एविडेंस मिल जाते है
ऐसे ही एविडैस हैं आर्यवर्ष की 5 यू .टी. यानी देश व दुनियाँ को चलाने के लिये 5 मुख्य स्थान जो केंद्र में होने की बजाय समंदर के किनारों पर हैं ताकि आसानी से मालिकों द्वारा सही बात कैहैने अधिकार मांगने व सिस्टम को बनाने के प्रयास करने पर उन्हें आसानी से काट कर एविडैंसेज़ को समंदर में नष्ट किया जा सके
ऐसे संघारी गुलामदारी गलत सिस्टम को जारी रखने वाले कुछ गलत लोग
ये सभी गलत बातें समाप्त करना जारी हैं
धरती के सभी लोगों को पुन: सूचित किया जा रहा है की वह समानता से ट्रेनिग काम धन व अन्य सभी अधिकार प्राप्त करने के लिये अपनी विश्व सेवा व सुरक्षा की सभी सुविधायें लेकर अपनी सभी समस्याओं का जड सहित अंत करना जारी रख सकते हैं
सम्पूर्ण विश्व के लिये हमेशा जारी रेहेने वाला कोनटैक्ट नंबर 9868247312
जय धरती जय मानवता
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याड़ो