matter 1256 ...इस लिये इस हरे रंग को करीब एक लाख साल पूर्व शिव व्यवस्थापक के भगवा ध्वज के रंग में परिवर्तित किया जाये...
अपराध
आर्य वर्ष के सभासादों का आधार (बैकग्राउंड) भगवा की जगह अरबदेशीय हरा किया
आर्यवर्ष को अरबीय देश अल्लाहस्थान बनाने का चरणवद्ध षडयंत्र
जिम्मेदार
कोमनवेल्थ, युनाइटेडनेसन, अरबीयदेशव्यवस्थापक, महिलावर्ग व भारत के सतर्क व सुरक्षा विभाग
एविडैंस
http://164.100.47.194/Loksabha/Members/AlphabeticalList.aspx
इस पर क्लिक कर के सभासदों के फोटो के आधार/बैकग्राउंड कलर को देखें वह हरा यानी अरबीय देश की स्वामित्व व प्रधानता को रिप्रजेन्ट कर रहा है
टोटल सभासद 534
अल्लाहस्थान के स्वामित्व के षाडयांत्रिक चरण को स्वीकार व रिप्रजेन्ट करते गुमराह या दोषी या बेहोश या विवस सभासद 451
क़ानून को रिप्रजेंट करते सभासद 83
ऑर्डर
क्यों की यह आर्यवर्ष के स्वामित्व व व्यवस्था को रिप्रजेन्ट करने से सम्बन्ध रखता है इस लिये इस हरे रंग को करीब एक लाख साल पूर्व शिव व्यवस्थापक के भगवा ध्वज के रंग में परिवर्तित किया जाये, जिम्मेदारों को चेतावनी दी जाती है की वह अपनी छल व बल की नीति को समान विश्व व्यवस्था से दूर रखें, सही नीति के तैहैत आगे बढ़ने के प्रयास करें या इस संदर्भ में समान विश्व व्यवस्था द्वारा की जा सकने वाली कारावाही के लिये तैयार रहें, करीब 650 वर्ष पूर्व से सभी मस्जिदें इसी प्रकार अन्य धर्मों की कब्र पर बनी हुई हैं इस बात के साक्ष्य देकर खुद व अपने धर्मं को नुकसान ना पहुंचायें, धर्मं का ही पर्यायवाची क़ानून व लौ है, जो विश्व में समानता से सब की सुरक्षा के लिये जारी है यदि आपके चुने हुये कैंडिडेट आपकी कसौटी पर सही या पूरे नहीं उतरते तो आप को अन्य कैंडिडेट को सिखाने चुनने व प्रस्तुत करने का अधिकार है, अकाल चुनाव का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का अधिकार है, आपके लिये इन कानूनी रास्तों का इस्तेमाल अधिक उपयोगी है ना की सीधा अन्य धर्म की कब्र बना कर उस पर हुकूमत स्थापित करना, आप को न्याय देने के लिये अरबों रक्षकों द्वारा खुद को शहीद करना जारी है कोई छल या बल जैसी हरकत कर खुद को समान विश्व व्यवस्था से अलग एक्सपार्टी या विरोधी साबित ना करें, ये व्यवस्था आप सभी के लिये समानता से करीब सवा लाख अधिकारों को लगातार उपलब्ध कराती आ रही है, माना की कुछ संघारी तत्व तिल का ताड़ बना कर संघार कराते आ रहे हैं जिन्हें रोकने के लिये प्रयास जारी हैं न्याय सदैव दोषी के अधीन नही रैहैता आप को आशा करने की बजाय कानूनी प्रयास करने चाहिये ना की अन्य बिरादरी के नाम पर अन्यों को प्रताड़ित करना चाहिये
जय धरती जय मानवता
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याड़ो
अपराध
आर्य वर्ष के सभासादों का आधार (बैकग्राउंड) भगवा की जगह अरबदेशीय हरा किया
आर्यवर्ष को अरबीय देश अल्लाहस्थान बनाने का चरणवद्ध षडयंत्र
जिम्मेदार
कोमनवेल्थ, युनाइटेडनेसन, अरबीयदेशव्यवस्थापक, महिलावर्ग व भारत के सतर्क व सुरक्षा विभाग
एविडैंस
http://164.100.47.194/Loksabha/Members/AlphabeticalList.aspx
इस पर क्लिक कर के सभासदों के फोटो के आधार/बैकग्राउंड कलर को देखें वह हरा यानी अरबीय देश की स्वामित्व व प्रधानता को रिप्रजेन्ट कर रहा है
टोटल सभासद 534
अल्लाहस्थान के स्वामित्व के षाडयांत्रिक चरण को स्वीकार व रिप्रजेन्ट करते गुमराह या दोषी या बेहोश या विवस सभासद 451
क़ानून को रिप्रजेंट करते सभासद 83
ऑर्डर
क्यों की यह आर्यवर्ष के स्वामित्व व व्यवस्था को रिप्रजेन्ट करने से सम्बन्ध रखता है इस लिये इस हरे रंग को करीब एक लाख साल पूर्व शिव व्यवस्थापक के भगवा ध्वज के रंग में परिवर्तित किया जाये, जिम्मेदारों को चेतावनी दी जाती है की वह अपनी छल व बल की नीति को समान विश्व व्यवस्था से दूर रखें, सही नीति के तैहैत आगे बढ़ने के प्रयास करें या इस संदर्भ में समान विश्व व्यवस्था द्वारा की जा सकने वाली कारावाही के लिये तैयार रहें, करीब 650 वर्ष पूर्व से सभी मस्जिदें इसी प्रकार अन्य धर्मों की कब्र पर बनी हुई हैं इस बात के साक्ष्य देकर खुद व अपने धर्मं को नुकसान ना पहुंचायें, धर्मं का ही पर्यायवाची क़ानून व लौ है, जो विश्व में समानता से सब की सुरक्षा के लिये जारी है यदि आपके चुने हुये कैंडिडेट आपकी कसौटी पर सही या पूरे नहीं उतरते तो आप को अन्य कैंडिडेट को सिखाने चुनने व प्रस्तुत करने का अधिकार है, अकाल चुनाव का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का अधिकार है, आपके लिये इन कानूनी रास्तों का इस्तेमाल अधिक उपयोगी है ना की सीधा अन्य धर्म की कब्र बना कर उस पर हुकूमत स्थापित करना, आप को न्याय देने के लिये अरबों रक्षकों द्वारा खुद को शहीद करना जारी है कोई छल या बल जैसी हरकत कर खुद को समान विश्व व्यवस्था से अलग एक्सपार्टी या विरोधी साबित ना करें, ये व्यवस्था आप सभी के लिये समानता से करीब सवा लाख अधिकारों को लगातार उपलब्ध कराती आ रही है, माना की कुछ संघारी तत्व तिल का ताड़ बना कर संघार कराते आ रहे हैं जिन्हें रोकने के लिये प्रयास जारी हैं न्याय सदैव दोषी के अधीन नही रैहैता आप को आशा करने की बजाय कानूनी प्रयास करने चाहिये ना की अन्य बिरादरी के नाम पर अन्यों को प्रताड़ित करना चाहिये
जय धरती जय मानवता
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याड़ो
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