Matter1271 प्राईवेट लाइफ
ये मामला इतना डेंजर है की किसी भी देश को गुलाम बना सकता है फिर एक पुरुष व पुरुष प्रधान परिवार व पार्टी का क्या वजूद
प्राईवेटलाइफ कानून का गलत इस्तेमाल कर एक हथियार के रूप में किशोरियों युवतियों महिलाओं को वैश्या बनाने के लिये इस्तेमाल किया जा रहा है
या यूं कहें की अपराधियों द्वारा निर्दोषों से धोखे से सुरक्षा प्राप्त कर अपराधों को करते व कराते रहेने के लिये एक षडयंत्र के रूप इस्तेमाल किया जा रहा है जो घोरअपराधों की श्रेणी में है
प्राईवेट लाइफ की सही परिभाषा :- एक लाख साल की विश्व व्यवस्था का तजुर्बा रखने वाली वर्त्तमान विश्व भगवा व्यवस्था के कानूनों द्वारा कुछ काम खुले में किये जा सकते हैं पर कुछ काम सिर्फ खुद की मालिकी के स्थान यानी प्राईवेट प्लेस में छुप कर अधेरे में करने की ही व्यवस्था इजाजत देती है जैसे पति के साथ बंद अधेरे कमरे में प्रजनन, ये कानून है और इसी क़ानून का नाम है प्राइवेसी, जब इसी प्राइवेसी को अपनी मरजी से अपनी खुशियों के लिये अपनी लाइफ में बार बार दोहोराया जाता है तो ये कैहैलाती है प्राइवेटलाइफ प्राइवेटलाइफ का मतलब ये नही है की आप अपने दोस्तों, आस पड़ोसियों, क्लासमेटों, कजनों, रिश्तेदारों, साथ काम करने वालों, राहगीरों, कोठो बाजारों क्लबों होटलों में किसी के साथ भी कहीं भी खुलेआम प्रजनन व प्रजनन पूर्व व निकटतम मुद्राओं को कर प्रजनन के क़ानून को तोड़े,
प्राइवेट पार्ट
प्राणियों के प्रत्येक अंग को उनका प्राइवेट पार्ट कैहैते हैं जो उस प्राणी या उसका ध्यान रखने वाले की मर्जी व चाहत से सम्बन्ध बनाता है छुपता छुआता व उजागर करता है
पर लम्बे समय से कुछ अपराधी वर्ग मादा के कुछ गुप्त अंगों को क़ानून के संरक्षण में रैहैते हुये अपराध करने के लिये इस्तेमाल करते आ रहे हैं
सही मायने में पेरेंट्स दाई गार्जियन डॉक्टर, नर्स, रक्षक आदि इनको सुरक्षा के कानून के आधार पर प्राइवेट पार्टस को जांचने व पति को कभी भी पत्नी के प्राईवेट पार्ट को देखने छूने सैहैलाने चूमने चूसने व इनके साथ प्रजनन करने के अधिकार प्राप्त होते हैं,
यहाँ ये साबित होता है की प्राइवेट पार्ट जैसे क़ानून की आड़ में अपराधी वर्ग अपराध जारी रखे हुये है
अपराधी वर्ग द्वारा मादाओं का इस्तेमाल करने के लिये
आपराधिक कुव्यवस्था में मादाओं की भरती के लिये
मादाओं को उनका ध्यान रखने वालों से लूटने के लिये
मादाओं को ध्याता द्वारा बनाये सुरक्षा घेरे से बाहर खींचने के लिये
मादाओं को बैहैलाने फुसलाने काम से बचने व राजा करने का लालच देने के लिये
इस प्राइवेट पार्ट जैसे कानून का हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता आ रहा है
यकीन करना मुस्किल है की ये षडयंत्र महिलाओं द्वारा करीब 2000 साल पूर्व से महाबलियों पुरुषों को जानवर बनाकर जोतने तमाशा कराने कतल कराने फिर उनका कतल करने में असरदार साबित होता आ रहा है
जहां तक महिला सुरक्षा का सवाल है तो वहां सुरक्षा करने वाली महिलाओं के परिवार सम्पर्क व इलाके में लाखों ऐसी वेश्यायें मिल जायेगी जो इन प्राइवेटपार्टों के क़ानून को तोड़ती आ रही है तो जब तक इस क़ानून को तोड़ना जारी है तब तक ये क़ानून है ही नहीं आज ये दौनों काम एक साथ इसी लिये जारी है क्यों की इन प्राइवेट पार्ट की रक्षा करने वाली इन्ही प्राइवेट पार्ट से पुरुषों से गुलामी करा कर उनकी हत्या करती आ रही हैं रक्षा करने वाली ही ये धंदा भी ओर्गेनाइज़ कर रही हैं
वैश्या बनाने वाले लोग परिस्थिति अनुसार सभी किये जा सकने वाले अपराध करते आ रहे हैं क्यों की इन्हों ने भ्रम फैला रखा है की ये ही जस्टिस देने वाले हैं इस लिये ये कभी भी किसी जो जस्टिस नही दे पा रहे हैं इस लिये ये जस्टिस की जगह सॉर्टआउट करने के प्रयास करते आ रहे हैं यदि इतने पर भी आप जस्टिस की मांग करना बंद नहीं करते तो आप के जीवन काल की ह्त्या यानी जेल या आपका कतल कर दिया जाता है
इन मामलों में सबसे पैहैले विश्व फिर देश फिर राज्य फिर जिला फिर किशोरी युवती महिलायें फिर उनके रक्षक दोषी है
आज विभिन्न माध्यमों से मादाओं को संघारी बनाया जा रहा है जिसमें नेपकीन, पेंटी, ब्रा, सेल्फडिफेन्स, वोकेसनलक्लास, हॉटयोगाक्लास, कूडल, जोगिंग, कोचिंग, डांस, एजुकेसन, क्लबिंग, पार्टी, ड्रिंक, ड्रग्स, म्यूजिक, टूर, ट्रेवल, फिल्म, मूवी, शो, थिएटर शो, सीरिअल, एड, शायरी, आदि के माध्यम से अपराधी बनाया जा रहा है
परिणाम पौने छै करोड़ हत्यायें सालाना जारी हैं
इस जस्टिस के भ्रम को बनाये रखने वालों की जगह धरती के मालिकों द्वारा जस्टिस देना जारी है यदि आप को कुछ गलत लगता है दुःख दर्द होता है टीस होती है आँसू आते हैं बीमार रैहैते हैं काम नही करपाते हैं विकलांघ हैं गरीबा हैं तो आप के साथ भी अन्याय हो रहा है तो आप भी जस्टिस पाने के अधिकार रखते हैं इन्हें लेने के लिये आजाद अमीर शान्ति लाइफ जीने के लिये आप हमारे साथ जुड़ सकते हैं
आप के अधिकारों का रक्षक
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याडो
ये मामला इतना डेंजर है की किसी भी देश को गुलाम बना सकता है फिर एक पुरुष व पुरुष प्रधान परिवार व पार्टी का क्या वजूद
प्राईवेटलाइफ कानून का गलत इस्तेमाल कर एक हथियार के रूप में किशोरियों युवतियों महिलाओं को वैश्या बनाने के लिये इस्तेमाल किया जा रहा है
या यूं कहें की अपराधियों द्वारा निर्दोषों से धोखे से सुरक्षा प्राप्त कर अपराधों को करते व कराते रहेने के लिये एक षडयंत्र के रूप इस्तेमाल किया जा रहा है जो घोरअपराधों की श्रेणी में है
प्राईवेट लाइफ की सही परिभाषा :- एक लाख साल की विश्व व्यवस्था का तजुर्बा रखने वाली वर्त्तमान विश्व भगवा व्यवस्था के कानूनों द्वारा कुछ काम खुले में किये जा सकते हैं पर कुछ काम सिर्फ खुद की मालिकी के स्थान यानी प्राईवेट प्लेस में छुप कर अधेरे में करने की ही व्यवस्था इजाजत देती है जैसे पति के साथ बंद अधेरे कमरे में प्रजनन, ये कानून है और इसी क़ानून का नाम है प्राइवेसी, जब इसी प्राइवेसी को अपनी मरजी से अपनी खुशियों के लिये अपनी लाइफ में बार बार दोहोराया जाता है तो ये कैहैलाती है प्राइवेटलाइफ प्राइवेटलाइफ का मतलब ये नही है की आप अपने दोस्तों, आस पड़ोसियों, क्लासमेटों, कजनों, रिश्तेदारों, साथ काम करने वालों, राहगीरों, कोठो बाजारों क्लबों होटलों में किसी के साथ भी कहीं भी खुलेआम प्रजनन व प्रजनन पूर्व व निकटतम मुद्राओं को कर प्रजनन के क़ानून को तोड़े,
प्राइवेट पार्ट
प्राणियों के प्रत्येक अंग को उनका प्राइवेट पार्ट कैहैते हैं जो उस प्राणी या उसका ध्यान रखने वाले की मर्जी व चाहत से सम्बन्ध बनाता है छुपता छुआता व उजागर करता है
पर लम्बे समय से कुछ अपराधी वर्ग मादा के कुछ गुप्त अंगों को क़ानून के संरक्षण में रैहैते हुये अपराध करने के लिये इस्तेमाल करते आ रहे हैं
सही मायने में पेरेंट्स दाई गार्जियन डॉक्टर, नर्स, रक्षक आदि इनको सुरक्षा के कानून के आधार पर प्राइवेट पार्टस को जांचने व पति को कभी भी पत्नी के प्राईवेट पार्ट को देखने छूने सैहैलाने चूमने चूसने व इनके साथ प्रजनन करने के अधिकार प्राप्त होते हैं,
यहाँ ये साबित होता है की प्राइवेट पार्ट जैसे क़ानून की आड़ में अपराधी वर्ग अपराध जारी रखे हुये है
अपराधी वर्ग द्वारा मादाओं का इस्तेमाल करने के लिये
आपराधिक कुव्यवस्था में मादाओं की भरती के लिये
मादाओं को उनका ध्यान रखने वालों से लूटने के लिये
मादाओं को ध्याता द्वारा बनाये सुरक्षा घेरे से बाहर खींचने के लिये
मादाओं को बैहैलाने फुसलाने काम से बचने व राजा करने का लालच देने के लिये
इस प्राइवेट पार्ट जैसे कानून का हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता आ रहा है
यकीन करना मुस्किल है की ये षडयंत्र महिलाओं द्वारा करीब 2000 साल पूर्व से महाबलियों पुरुषों को जानवर बनाकर जोतने तमाशा कराने कतल कराने फिर उनका कतल करने में असरदार साबित होता आ रहा है
जहां तक महिला सुरक्षा का सवाल है तो वहां सुरक्षा करने वाली महिलाओं के परिवार सम्पर्क व इलाके में लाखों ऐसी वेश्यायें मिल जायेगी जो इन प्राइवेटपार्टों के क़ानून को तोड़ती आ रही है तो जब तक इस क़ानून को तोड़ना जारी है तब तक ये क़ानून है ही नहीं आज ये दौनों काम एक साथ इसी लिये जारी है क्यों की इन प्राइवेट पार्ट की रक्षा करने वाली इन्ही प्राइवेट पार्ट से पुरुषों से गुलामी करा कर उनकी हत्या करती आ रही हैं रक्षा करने वाली ही ये धंदा भी ओर्गेनाइज़ कर रही हैं
वैश्या बनाने वाले लोग परिस्थिति अनुसार सभी किये जा सकने वाले अपराध करते आ रहे हैं क्यों की इन्हों ने भ्रम फैला रखा है की ये ही जस्टिस देने वाले हैं इस लिये ये कभी भी किसी जो जस्टिस नही दे पा रहे हैं इस लिये ये जस्टिस की जगह सॉर्टआउट करने के प्रयास करते आ रहे हैं यदि इतने पर भी आप जस्टिस की मांग करना बंद नहीं करते तो आप के जीवन काल की ह्त्या यानी जेल या आपका कतल कर दिया जाता है
इन मामलों में सबसे पैहैले विश्व फिर देश फिर राज्य फिर जिला फिर किशोरी युवती महिलायें फिर उनके रक्षक दोषी है
आज विभिन्न माध्यमों से मादाओं को संघारी बनाया जा रहा है जिसमें नेपकीन, पेंटी, ब्रा, सेल्फडिफेन्स, वोकेसनलक्लास, हॉटयोगाक्लास, कूडल, जोगिंग, कोचिंग, डांस, एजुकेसन, क्लबिंग, पार्टी, ड्रिंक, ड्रग्स, म्यूजिक, टूर, ट्रेवल, फिल्म, मूवी, शो, थिएटर शो, सीरिअल, एड, शायरी, आदि के माध्यम से अपराधी बनाया जा रहा है
परिणाम पौने छै करोड़ हत्यायें सालाना जारी हैं
इस जस्टिस के भ्रम को बनाये रखने वालों की जगह धरती के मालिकों द्वारा जस्टिस देना जारी है यदि आप को कुछ गलत लगता है दुःख दर्द होता है टीस होती है आँसू आते हैं बीमार रैहैते हैं काम नही करपाते हैं विकलांघ हैं गरीबा हैं तो आप के साथ भी अन्याय हो रहा है तो आप भी जस्टिस पाने के अधिकार रखते हैं इन्हें लेने के लिये आजाद अमीर शान्ति लाइफ जीने के लिये आप हमारे साथ जुड़ सकते हैं
आप के अधिकारों का रक्षक
विश्व प्राणी न्याय व्यवस्थापक
श्याडो
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