सोमवार, 11 नवंबर 2019

Matter: 1428 हमारे द्वारा दण्ड/आदेश देने व व्यवस्था करने की शक्तियों का कानूनी आधार


श्रिष्टि में प्रत्येक प्राणी को लागू व्यवस्था के विकास करने का अधिकार है
मामलों के निबटारों के लिये
कानूनी मार्ग पर चल कर
व्यवस्थापक के असफ़ल, विनाशी, षडयन्त्री, गलत, नुकसानी, सन्घारी, हत्यरे, करप्ट, अपराधी, बलात्कारी, वैश्याई, झूठे, साबित हो जाने पर
बेबस हो जाने पर
आतन्कित हो जाने पर
मौजूद उपाय ना कर पाने पर
छुपने पर
खामोश रैहैने पर
सम्पर्क छुपाने पर
हमला करने पर
शिकार करने पर 
राज करने पर
इन व्यवस्थापकों को अयोग्य साबित करने में सफ़ल हो जाता है
इन तत्वों पर विजय प्राप्त कर
समानता, इमान्दारी, निस्स्वार्थ, निश्कामी, निडर्ता से
लागू व्यवस्था का विकास करने में सक्षम होता है 
वह कानूनन, शक्ति-प्रदर्शन, मैज्योरिटी, योग्यता, दीर्घ-खुसहाल-स्वस्थ-जीवन-आयू प्रदान करने के आधार पर
मौजूदा शीर्श व्यवस्थापक से सीनिअर होता है
व उक्त उद्देश्यों की पूर्ती के लिये अपने तैहैत 
वरिष्ठ, टोप, अन्तिम, आदेश व दण्ड देने में सक्षम होता है

इन्ही आधारों पर हमने खुद को सीनिअर साबित किया
आपत्ति पेस करने के लिये सार्वजनिक घोष्णायें की
और खुद को सीनिअर साबित कर आदेश व दण्ड प्रदान करने की शक्तियां प्राप्त की
2008 से सार्वजनिक घोषणाओं द्वारा चैलेन्जर तलाशा
सब के खामोश व सैहैमत होने पर खुद को टोपओफ़्फ़िसर साबित कर द्ण्ड व आदेश देना जारी रखा है


हमें लूटा जाता आ रहा था 
हमने नुक्सान अधिकार की प्राथना की
हमें और लूटा गया
ये आदेश मानने के लिये कि हम बिना अधिकारों की मांग किये ऐसे ही लुट्ते लुटते स्लो सु साइड करते रहें
हमने 43 सालों के अपने नुकसान अधिकार 2*75 अरब की प्रार्थना की
हमें और लूटा गया
हमने 5*5 अरब के नुकसान के अधिकार की प्रार्थना की  
हमारे और भी अधिकारों का नुकसान किया गया
हमने 26 लाख 250 करोड के नुकसान की प्रार्थना की
हमारे और भी अधिकारों का नुकसान किया गया
हमने 60 लाख 20 हजार अरब के नुकसान की प्रार्थना की
हमारा नुकसान जारी रखा गया
हमने सिस्टम को डीसिस्टम साबित कर सभी को सन्घारी साबित कर पदच्युत कर खुद को सबसे सीनिअर साबित कर दिया 
खुद को विश्व व्यवस्था के टोटल एस्सेट्स वल्यू का ओनर घोशित कर दिया
व ना से जितना हो इस सोच के आधार पर सभी को अपना अपना काम करते रैहैने दिया गया है
व सभी को नियन्त्रण में रखने के लिये सामूहिक व्यव्स्था विकास करना जारी रखा है
इस आधार पर भी हम आदेश दण्ड देने की शक्ति व अधिकार रखते है


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shyawhdo.blogspot.com

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