सोमवार, 25 जून 2012

Release 1167 श्याडो चुनौती देते है आओ धरतीवासियों के सामने एक मन्च पर हो जाये सुव्यवस्था पर जबरजस्त बातचीत और करने दो मानव जाति के विद्वानों को फ़ैसला कि धरती पर अपराध का जन्म दाता कौन और कहां



धर्म को आधार बना कर
लोकतन्त्र को सुधारने वालों को
असमान कानून के हथियार से गुलाम बनाया जा रहा है
जिसमे आज के समय भारत मे
हिन्दुओं पर सबसे अधिक कहर बरपाया जा रहा है
पर क्रिस्चनों को ये समझना जरूरी है
कि हिन्दुओं और मुसल्मानों ने भी अगर अपनी मर्यादा का खयाल कुछ पल के लिये मन से निकाल दिया तो धरती पर क्रिश्चनों का क्या होगा
आज धरती पर क्रिश्चन जैसी सोच को
मुसल्मान, हिन्दू व लोकतन्त्र अपराध घोषित कर चुका है
बस उजागर करना और दन्ड देना बाकी है
पर दुर्भाग्य कि विश्व स्तरीय तमाशा करने में आज क्रिश्चन सबसे आगे है
क्यों कि वह इस तमासे को एक हथियार की तरह इस्तेमाल करने में औरों से थोडा आगे है
हम क्रिश्चनों की तरह क्रिश्चन धर्म के प्रति सन्का और पाखन्ड जैसे प्रचार की कल्पना करना भी विश्व अपराध मानते है
पर क्रिश्चनों को
लूट के खाना     
असमान कार्य करना
ब्याज खाना
निर्दोश जीवों को खाना
नशा करना
आपराधिक असर डालने वाला प्रचार
विश्व स्तरीय सेवा का तमाशा   
अश्लील साहित्य
छल
षडयनतर
गुलामी
और हत्या की लत लग गई है
श्याडो चुनौती देते है
आओ धरतीवासियों के सामने एक मन्च पर
हो जाये सुव्यवस्था पर जबरजस्त बातचीत
और करने दो मानव जाति के विद्वानों को फ़ैसला
कि धरती पर अपराध का जन्म दाता कौन और कहां
धरती पर स्वर्ग लाके रहेंगे
श्याडो

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