मंगलवार, 8 अक्तूबर 2019

Matter 1380B ये पतियों द्वारा पतनियों की गलतियों को एक तरफ़ रख क्षमा कर भूल शान्ति सहित परिवार देश विश्व व्यवस्था को चलाने का विधान है





जिम्मेदारियों का दर्द आज़ादी का शौक बन कर पतनियों से गलतियां कराता ही रैहैता है
ये गलतियां पतनियों को दण्ड योग्य साबित कर देती है
पतनियों को इस दण्ड से बचाने के लिये धर्म गुरुओं द्वारा युक्ति व अवसर प्रदान किया जाता आ रहा है
ये युक्ति व अवसर 99*99 प्रतिशत तक वैधानिक व कारागर है
इसी युक्ति व अवसर को कर्वाचौथ मेलडे कहा जाता है
ये पतियों द्वारा पतनियों की गलतियों को एक तरफ़ रख क्षमा कर भूल शान्ति सहित परिवार देश विश्व व्यवस्था को चलाने का विधान है
इसका अस्थिर होना प्रलय की शुरुआत का कारण बनता आया है
इतिहास व वर्तमान इस बात का साक्ष्य है
मोड्रन हिन्दू युग में पतियों की ये महानता आज भी परिवारों को बना रही है
देखें https://youtu.be/JDzXR_mV_fI?t=7147

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें