शुक्रवार, 9 सितंबर 2011

Release 1102 खून खराबा करने वाले हिंसक लोगों से श्याडो की प्रार्थना


हे मानव सही जानकारी ना देने वाले की हमेशा से कमी रही है
जो सही जानकारी देता है, उसे इस सही जानकारी देने की गलत कीमत चुकानी ही होती है, पर उसकी जानकारी असंख्य जन्मों के सुख मय जीवन का आधार बन जाती है, जो युगों-युगों तक प्रत्येक जन्मे को सुख मय जीवन प्रदान करती रहती है, और बीज से पेड, पेड से हरे जंगल की तरह जीवन बिखेरती रहती है, जिसे वह सही मानव अपनी क्वालिटी को नापने का पैमाना मानता है अपमान और दर्द को सहने का पैमाना मानता है और अपनी हत्या कैद और दुर्दशा को अपने आभूषण, इसी बात मे वजन है, यही सही है, जिसका सबूत आज धरती पर लोकतंत्र, मानवता, धर्म, शांति, और स्वर्गीय व्यवस्था के रूप मे सदैव था, है, और रहेगा, इसमे कोई दो राय नही की मानव यंत्रों की अपेक्षा धीमा है, पर धीमा, व प्राकृतिक रहन सहन शान के लिये धरती के अस्तित्व को समाप्त करना, दौनों मे किसी एक को चुनना पडे तो धीमा, व प्राकृतिक रहन सहन को चुनना सही है,  बस इतनी सी ही तो बात है, और यदि आपको किसी सही सवाल का जबाब ना मिलने के कारण गलत बात आप को अपने वश मे करके गलत कराती है तो आपको सही जानकारी की जरूरत है, और आज धरती पर सही जानकारी देने के लिये श्याडो का सत्यपाल अस्तित्व मे पुनः प्रकट हो चुका है, इसके प्रकट होने से जो काम आप हिंसा से कराना चाहते है बिना हिंसा के पूरा हो जाता है बस संगीत की तरह सुनना और मैगज़ीन की तरह पढना ही तो है, यदि कोई बात समझनी हो तो हम है ना कोई भी विध्वंसक हथियार इसका सामना नही कर सकता, तो आज से अपनी हर सही बात पूरी करने के लिये सत्यपाल के हथियार का इस्तेमाल करो और आतंकवादी नही विश्व सेवक व रक्षक (विसेर) कहलाओ, हर हिंसक काम आज से बन्द कर दो, फर्क पडता है. यह आप भी जानते हो, कमी सिर्फ थोडी अपनी गलत आदतों मे सुधार की है, थोडी कोशिश करो और देखो स्वर्ग आपके कदम चूम ने के लिये बेकरार है आप ही है इश शुद्ध लोकतंत्र के मज़बूत व्यवस्थापक, इस बात पर आपको यकीन करना ही होगा,

ये ज़िन्दगी तेरे दम पे है ये ज़िन्दगी तेरे दम पे है
तू ज़िन्दगी तू ज़िन्दगी कसम से है
सारी खुशी तेरे दम पे है, सारी खुशी तेरे मन मे है      
तू ज़िन्दगी तू ज़िन्दगी कसम से है

जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

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