शुक्रवार, 16 सितंबर 2011

Release 1112 श्याडो के विसेर की जेल जाने की तारीख बढ कर 29.9.2011 हो गई

 हम अन्ना (अण्णा) जी के साथ राम लीला मैदान मे अन्न सन्न पर थे
पर फिर भी हम समय पर जेल मे जाने के लिये द्वारिका कोर्ट पहुँच गये
शाम करीब 5 बजे जब हम पहुचे तो जज साहब की सहयोगी बहन ने कहा अरे आप तो एल पी डब्लू हो गये (यानी वारेंट निकलना) पर कोई बात नही अभी हट वा देते है
जज साहब नही थे
साथ के रूम में बैठे जज के पास तुरंत फाइल भेजी
हम ने अन्ना रूप धारण कर रखा था
सीने पर लिखा था
जीत या मौत
अन्ना / श्याडो
सिर पर अन्ना की टोपी
जिस पर लिखा था
में अन्ना हूँ
जज साहब ने देखा
हमने सीने पर हाथ रख कर सर झुका कर अभिनन्दन किया
जज साहब ने सहयोगी को देखा और इशारा किया हां
और हमारे वारेंट रद्द कर दिये गये
हमे 26.सितम्बर.2011 को जेल जाने के लिये फिर पेस होने को कहा गया
सहयोगी दूसरे सहयोगी से कह रहे थे इनकी 1 महीने की जेल का है
पर मुझे तो 3 महीने की जेल का कहा था
शायद सरकार ने रहम दिली का परिचय दिया
जो मानवीयता के जिन्दा रहने का सबूत है
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

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