शुक्रवार, 25 मई 2012

Release 1163 सरकारी मशीन का जनता को देते समय खराब हो जाना यानी technical fault अपराधी सरकारों द्वारा अपराध करने के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला एक असरदार हथियार है


यह कई तहर के होते है
मशीन वाले
माननीय कानून वाले
इनका काम करने का तरीका
सबसे पहले जनता से जनता का सब कुछ ले लेने के अधिकार अपराध कर के ले लेना
फ़िर जनता को लूट कर बन्दूकों के बीच चैन से छुप जाना और जनता से बात ना करना
जनता अधिकार छीने तो धमका देना दौडा-दौडा कर लाठियाँ मारना, हवालातों और जेलों मे तडपाना और जब घायल जनता कानून के सहारे शिकायत करे तो मशीन का खराब हो जाना और अपराधी सरकारों को खूब मजे का भेद-भावी जीवन जीने देना

सबूत रिलीज़ 1162 और हमारे लेख देखो
जनता की जमीन पर कब्जा करना, जनता को धमकाना जैसे जघन्य अपराध की जानकारी मिलने पर भी कानून व व्यवस्था को लागू ना करना, खामोश हो जाना
और षडयनतर-कारी विलम्ब यानी जान कर लेट करना और इस लेट समय में जनता को अपराधियों से मरवाना, पिटवाना, जलील करवाना, परेसान कराना जीविका खाना पीना घर लूटना जैसे अपराध करना, व शिकायत वापस लेने के लिये मजबूर करना,   
और ऐसे सन्दिग्ध हालातों की जानकारी को ये कह कर वापिस कर देना कि जानकारी लेने वाली मशीन तो खराब है
यहां ये सवाल पैदा होता है कि   

जनता से पल-पल लेने वाली अर्थ व्यवस्था जैसा बुद्धिमान सिस्टम
जनता को जनता के अधिकार देने के लिये इस्तेमाल क्यों नही होता?

तो जबाब मिलता है क्यों कि हम सरकारी लोग पैदाइशी नवाव व राजा है
और जनता गुलाम व जानवर
और नवाव तो शिकार कर के खाते है और जानवर शिकार हो कर
इसी लिये जनता को शिकार जैसे शब्द से पुकारा जाता है
 Victim का मतलब होता है शिकार और convict का मुजरिम    
ये ही है धरती पर अपराधों की असली समस्या नवावी-गुलामी
जिसके लिये अपराधियों ने माननीय कानून को अशुद्ध, बेअसर करके अपना गुलाम बना लिया है
इस माननीय कानून को आज़ाद कराना ही होगा
ये अपराध हर धरतीवासी के साथ हो रहा है
शिकायत लेने के समय शिकायत लेने वाली मशीन का खराब होना सरकारी अपराध है
ये इकतिफ़ाक नही षडयनतर है
जिसका कारण नवावी कायम रखना है  

अब आप सोचिये कि रिलीज़ 1162 जितना जघन्य अपराध होने के बाद
24 मई 2012 को 9868247312 द्वारा 9990069100 पर 
सुबह करीब 10 बज कर 30 मिनट पर एक आपराधिक शाजिश के हालात की जानकारी सरकार को दी जाती है,
और 24 मई 2012 तक सरकार की शिकायत लेने वाली मशीनरी भी ठीक है
और शिकायत भी करीब 5 सैकेन्ड मे पहुंच जाती है
शिकायत सरकार से कानून व्यवस्था लागू करने को कहती है
पर सरकार को पता चलता है कि अपराधी तो सरकार ही है 
अगर शिकायत दूर कर दी तो नवावी गुलामी का षडयनतर तो मर जायेगा  
हमे हर हाल मे अपना षडयनतर जिन्दा रखना है
कोई चारा नजर नही आ रहा
तब अपराधी सरकार चलाती है अपना असरदार हथियार
शिकायत लेने की मशीन खराब है
यानी
TECHNICAL FAULT

गम्भीर शिकायत
24 मई 2012 सुबह 6 बजकर 45 मिनट हम अपने आंगन मे ताजा हवा खाने बाहर निकले, तभी एक गाडी हमारे आश्रम के पास से गुजरी, हमे आम बात लगी, कमरे से  घूम कर जब दोबारा आंगन मे पहुंचे तो गाडी आश्रम से करीब 30 फ़िट की दूरी पर हमारी तरह मूं करके खडी मिली और गाडी से करीब 100 फ़िट की दूरी पर तीन लडके आपस मे बात करते दिखे, मुझे देखते ही सलीम जैसे दिखने वाले लडके ने बाकी दो को इशारे व बोल कर  एक तरफ़ आने को कहा, वो तीनो साइड मे आ गये हम कमरे में हो कर फ़िर बाहर आये तो देखा की वह तीनों साइड मे खडे हो कर बात कर रहे थे, मुझे फ़िर से देखते ही सलीम जैसे लडके ने घबराकर बाकी दो लडकों को जाने जो कहा, दौनों लडके भागने वाले व अपने को सामान्य रखने की कोशिश वाले अन्दाज़ में तुरन्त गाडी मे बैठ कर चले गये , सलीम जैसा दिखने वाला लडका पन्डित जी की गली मे चला गया

इसी बात को हमने छोटे सन्देश के द्वारा सरकार को भेजा
जिसमे लिखा था सन्दिग्ध अवस्था मे देखा गया, तीन लडकों को, आज सुबह आश्रम के आस पास, 6 45 ए एम, सूमो वाइट DL6CA6227 के साथ, तीनो पन्डित जी की दुकान के सामने खडे हो कर बात कर रहे थे, मुझे देख कर सहम गये, फ़िर दो सूमो मे तुरन्त चले गये, एक गली मे चला गया, गली मे जाने वाला सलीम जैसा दिख रहा था , य सामान्य नही था, उम्र 35 से 25, 23 5 2012 तक के हालातों की जानकारी का विस्त्रित  विवरण इन्टरनेट पर shyawhdoinformation.blogspot.com पर रिलीज़ 1162 मे सबके लिये लिखा जा चुका है क्रिपया अपनी रिपोर्ट मेल करें, या रिपोर्ट मे बाधा देने वाले हालातों से अवगत करायें, जय हिन्द, श्याडो
सारा दिन सरकार द्वारा विचार करने के बाद रात करीब 10 बजकर 31 मिनट पर जबाब मिला सन्देश नही गया है
अब अगर इस बात की तह तक जा कर सरकार को जिम्मेदार बनाया गया तो सरकार  तकनीकी खराबी के कवच को सामने ला कर अपने को निर्दोश कह देगी
इसी कवच को फ़ाडने के लिये हमारा कानून वी3 कहता है
प्रत्येक कार्यवाही धरतीवासियों द्वारा जांच करने योग्य आधार के आधार पर होगी और अन्तिम फ़ैसला मामले को समझने वाले समझदार धरतीवासियों का बहुमत करेगा,
यहां सवाल ये उठता है कि क्या सरकारों द्वारा पाले जा रहे नवाव सरकारों को दन्डित कर सकते है या नही ? यानी ऐसे समझो कि मामूली सा अफ़सर अपने सीनियर को दन्ड दे सकता है? जबाब है नही,
हर नौकरी करने वाले की इस मजबूरी को जड सहित हटाने के लिये हमारे वी3 के तहत यह सिद्धान्त है कि नौकर मालिकी खतम समानता से सामूहिक जिम्मेदारी शुरू, यानी ना कोई सीनियर ना कोई जूनियर, चौबीसो घन्टे आवाज़ लोकेसन विडियो और आपराधिक लक्षण पहचानने वाले कैप्सूल जैसे यन्त्र को जिसे डीडी कहते है का इस्तेमाल किया जायेगा,
यानी अपराध का जड सहित अन्त,
और अगर हुआ हो पीडित करेगा अपने साथ हुये अन्याय का फ़ैसला,
आज माननीय कानून व्यवस्था को बेअसर करके पशु वधशाला बना दिया गया है
जिसे हम धरती वासियों को पुनः असरदार माननीय कानून व्यवस्था मे परिवर्तित करना है
तो याद रखो टैक्निकल फ़ाल्ट अपराध है इक्तिफ़ाक नही
जिसकी जांच करके इसे आसानी से सिद्ध किया जा सकता है
वो भी सिर्फ़ फ़ोन पर
पर समस्या ये है कि लुटेरे का नौकर अपने आका को सजा कैसे दे सकता है?
इसके लिये असर दार कानून वी3 को लागू करने धरतीवासियों को संसद जाना ही होगा
श्याडो


     

   
    
                                                          
         
     

  
       
   
      
  

  

बुधवार, 23 मई 2012

Release 1162 देश, और लोकतन्त्र की रक्षा के लिये आपराधिक सरकारी कार्यवाही नही चलेगी,


Tuesday, May 01, 2012 11.40 am
हमने bk.gupta@nic.in  and delpo@vsnl.in 2-2 ईमेल द्वारा कमिस्नर ओफ़ पोलिस को शिकायत की 

Tuesday, May 01, 2012 11.44 am
हमने दिल्ली पोलि्स की वेव साइट से 23490312 नम्बर पर रिसीव मांगी जबाब मिला ये तो पी सी आर का न. है मेल रिसीव करने वाले ओफ़िसर का न. लिखो फ़िर 23490201 नम्बर पर काल करने को कहा  
  
Tuesday, May 01, 2012 11.44 am
हमने 23319661 से रिसीव नम्बर मांगा तो बोले 23490010 एक्स न 4268 से ले लीजिये      

Tuesday, May 01, 2012 11.44 am
हमने 23490010 ex. no. 4268. पर रिसीव न. मांगा बोले अपना मेल बताओ हमने बता दिया बोले मेल मिल गया है, साब के पास रखेंगे, हमने कहा हम आगे किस नम्बर से कार्यवाही जांचेंगे, तुरन्त किसी और ओफ़्फ़िसर को फ़ोन दे दिया, वह बोले जी गुप्ता जी कहिये हम्ने रिसीव मागी वह बोले पहले चैक करेंगे फ़िर सांम तक ले लीजिये हमने कहा आप हमारे मेल पर रीप्लाई दे दीजियेगा टालने वाले लिहाजे में बडी धीमी आवाज़ मे बोले ठीईईईक है

17 दिन हो गये, रोड बन गया,  इस बीच कुछ लोगों को जमiिन को रोड को नापते हुये देखा गय,  जिसमे एस एसड से एस एसपरन तक का मालिक मित्तल बन्धु थ े  को देखा गया ये नाप तोल अडिस्णल कमिस्नर डीपी के पास मौजूदा लिखा पढत को गैर कानूनी तरीके से बदलने के लिये की गैइ यानी गली की ज़मीन को कम कर देना और मालिकों की जमiिन को बडा देना  यानी अगर जांच की जाये तो सरकार जबाब दे सके कि कब्जा तो हुआ ही नही ये तो इन मालिकों की ही ज़मiिन है अब बस दीवारें लगना बाकी है   

ऐसे ही अपराधों को रोकने के लिये हमने 2008 मे भारत सरकार से 24 सुरक्षा गार्ड की माग की थiि  जो डी टी सiि के पास पेन्डिग पडiि है,  सरकार ने ये सुरक्षा गार्ड इस लिये नही दिये कि गै र्कानूनी कब्जा जब खुद सरकार करेगी तो ये hस्याडो तो समानता से लोकतन्त्र की सपथ के तहत कब्जा करने वाले अपराधी सरकारी लोगों पर ही कार्य्वाही hसुरू कर देगा ये सत्य भी है हaम भारत और दुनियां के लोकतान्त्रिक सम्विधान के तहत समnाअता से अपराध को नियन्त्रित करन ेक ेलिये निडरता से कसम खा चुके aहि 

फ़िर हम ने आगे का काम शुरू कर दिया

17.5.2012 साम को जबाब 5 बजे रिसीव्ड नम्बर 5009 से जबाब आया
आपका मुद्दा जोइन्ट कमिस्नर जी को भेज दिया गया है
23490010 एक्स 4276 पर सम्पर्क करें
3 ईमेल किये कोई जबाब नही आया

17 5 2012 यहां पर बोले अडिस्नल सी पी श्री अजय चौधरी साउथ के पास
2196-98/सी/एस सी आर 7 5 2012  से भेजा गया है
26825544, 26825822, 26825826, 

17.5.2012 26825822 से बताया गया कि ए सी पी अम्बेड्कर नगर श्री धर्मबीर जोशी जी को 5/207/सी/5/एच ए सी/साउथ ईस्ट डिस्टिक 8/5/2012 न्म्बर से भेज दिया गया है  इस नम्बर पर बात करो 29967092 मो 8750870908

17.5.2012  8750870908 बोले कौन सा थाना है हमने कहा पुल प्रहलादपुर, बोले थाने मे बात कर लो बहीं बात कर लो और अधूरी बात पर फ़ोन अकाट दिया दोबारा नही उठाया

17.5.2012  26366800 थाना मे कहा कि 9868054972 पर रीडर श्री नवीन जी से पूंछ लीजिये हमने बार बार इन्स्पैक्टर का नाम और सरकारी मोबाइल नओ। मागा पर टाल दिय  नही दिया  

17.5.2012  नवीन जी ने कहा की सब इस्पैक्टर श्री किशोर कुमार 9990069100 को मार्क की गैइ है,  574 से एसीपी ने हमे दी है, 191 से 16 5 2012 को हमने ली है
स्टेटस पेन्डिन्ग दिखा रहा है

19.5.2012 6.08 pm सब इंस्पेक्टर श्री किशोर कुमार जी ने 9990069100 नम्बर से हमें 9868247312 नम्बर पर फोन किया, बोले में प्रहलादपुर थाने से सब इन्स्पेक्टर किशोर कुमार बोल रहा हूं, हमने कहा, कहिये कैसे है आप, याद आ गई हमारी बोले नही में कर ही रहा था, हमने कहा दो घन्टे का काम है कर के रिपोर्ट हमें दे दो बोले हां कर रहे हैं अच्छा ये बताओ कि आप किस तरफ़ है हमने कहा आप इस इलाके के हैं और आपको ये पता नही पता, कमाल की बात है
फ़िर हमने करीब तीन बार उनको जगह बताई
बोले आपका ओफ़िस देखेंगे  
ये बात करीब 2 मिनट 26 सैकेनड चली
हमने कहा था कि हमारा बोर्ड लगा है
तो उन्होंने उसे जरूर पढा होगा  

अक्सर बोर्ड को पढते ही जन सेवक खामोश हो कर सम्पर्क बन्द कर देते है  
कारण उस पर वो सब करने को लिखा है जिसे करने का आडम्बर धरती की सरकारें कर करती रहती है और करती है भेद भाव के साथ अपराध टैक्स और दन्ड के नाम पर धरती वासियों को लूट रही है, यानी हमने अपने बोर्ड पर लिखा है कि
केवल 30 दिनों मे धरती से अपराध का अन्त करने मे सक्षम है हम
हम है श्याडो
हमारा काम
100% कानून शुद्ध करना
100% कानून लागू करना
असहायों की सहायता करना  
जन सेवकों को जन सेवा के लिये बाद्धय करना
धरती जीवन लोकतन्त्र आजादी और सम्मान की सेवा सुरक्षा करना

सरकार ने लेन देन मे धोखे के केस को अपने कानून का अपमान बता कर हमे जेल मे डाल दिया बोली माफ़ी मांगों, हमने सरकार को अपराधी सिद्ध कर दिया और जनता को जज बनाकर मीडिया पर अपने से बात करने की मांग की सरकार ने आपराधिक ताकत से हमे कैद कर लिया तिहाड कैद मे असिस्टैन्ड सुपरीटैन्डैन वार्ड 5 तिहाड के पूछने पर हमने ये ही बातें कह दी तो वह बोले मार गांड पर 2 लात और करा सफ़ाई भैनचोद से और मुज से उन्होंने अपनी टट्टी साफ़ कराई और अमानमीय दहशत व खान पान दिया  मेरी कैद को नरक बना दिया, और मैने काटी क्यों कि मुझे उस समय जो सही लगा मैने किया, उनको हमारी योग्यता का पता नही था, पर फ़िर भी किसी कैदी के मूल अधिकारों की रक्षा करना ही तो सरकारों का काम है अन्त तक हमे अपराधी बनाने की ताबड्तोड कोशिश जारी रखी गई पर ये तो ईश्वर उस शिक्षा की परीक्षा ले रहा जो शिक्षा वो हर पल हमे देता रहता है जिसका आधार है धरती पर समानता से हक और काम सबके लिये , कानून की रक्षा के लिये समानता से सभी कुर्बान भी होंगे भोग भी भोगेंगे
         

20 5 2012 को रात 9 बज कर 24 मिनट पर 9818658061 से सलीम पडोसी का फ़ोन आया, बोले कहां हो मिलना है, हमने कहा कहिये क्या बात है, पर वह मिलने की जिद करने लगे, हमने कहा मिल कर भी तो ये ही बात होगी जो फ़ोन पर हो रही है, कहिये क्या बात है, करीब तीन चार बार ये ही बात दौनों तरफ़ से दोहरायी जाती रही, फ़िर सलीम ने कहा आप ने मार्केट की शिकायत की है, हमने कहा नही ये गलत बात किसने उडाई है, उसका नाम बताओ, फ़िर हमने कहा हमने एस 23 से एस 27 तक के मालिकों के द्वारा कब्जा करने की शिकायत की है, लोग इस सामान के उपर कुत्ते की टट्टी कराते हैं,  कूडा फ़ैकते हैं पेशाब करते है बहू बेटियो का माहौल है यहां क्या ये ठीक है?  
सारा दिन धूल, मिट्टी, शोर, गाली, जाम ठीक है? सलीम ने कहा मार्केट में आप का नाम आ रहा है, हमने फ़िर अपनी ये ही बात दोहराई और फ़िर उस आदमी का नाम पूछा पर हर बार जबाब टाला गया, फ़िर सलीम ने दो तीन बार कहा दो दिन बाद बतायेंगे उसकी आवाज मे षडयनतर और धमकी के अपराध की झलक थी, पर हमने सलीम भाई करके ही बात की ये बात करीब 17 मिनट 10 सैकेन्ड चली

हमने सलीम को रात 10 बजकर 11 मिनट पर करीब चार बार फ़ोन किया पर सलीम ने नही सुना ना हीं उठाया हमें ठीक नही लगा, हमने फ़िर सलीम को मैसेज किया
किस आदमी ने आप को क्या तकलीफ़ दी है हमे बताओ जब तक हमे पता नही चलेगा तब तक हम आपकी परेशानी कैसे दूर करेंगे पर जबाब नही आया

सुबह हमने धमकी की शिकायत इस केस की तहकीकात करने वाले सब इन्स्पेक्टर किशोर कुमार को 9990069100 नम्बर पर मैसेज द्वार दे दी,
जिसमे लिखा था, कब्जा करने वाले पडोसी गर्ग बन्धुओं ने पडोसी सलीम जी से 9818658061 के द्वारा 22 5 2012 को हमारा अहित करने का सन्देश इसी नम्बर 9868247312 पर दिया, यह फोन 20 5 12 को रात 9 20 मिनट पर किया गया, यह बात 17 मिनट 10 सैकेन्ड तक हुई सलीम  ने कहा क्या आप ने मार्केट की शिकायत की है हम ने कहा नही हमने एस 23 से एस 27 तक के मालिकों द्वारा कब्ज़ा किये जाने की शिकायत की है ना कि मार्केट की फ़िर हमने कहा आप को भडकाने वाले का नाम क्या है
सलीम ने कम बोलते हुये कम शब्दों मे धमकाती आवाज मे कहा दो दिन बाद बतायेंगे जो की एक योजना बना कर दी गई धमकी है
जिसका कारण ये शिकायत अधूरी पडी है  
और इनकी चाहत है कि हमे कब्ज़ा और प्रदूषण का काम करने दो
रोकने वालों की हत्या व परेशानी हमारे लिये आम बात है
हमारी प्रार्थना दोषी व दोष का सज्ञान कर के रिपोर्ट हमे मेल कर दें और इन अनजाने  लोगों को सच्चे कानून की ताकत का ज्ञान दें जय धरती जय मानवता

ये ही मैसेज हमने स्थानीय निवासियों को दे दिया
श्याडो चौक को इस्तेमाल करने वाले सभी नागरिक व व्यापारी इन्ही मुसीबतों को सह कर बीमार और परेसान होने का दर्द सह रहे है अपना धन का नुकसान कराने को बेबस है करीब सालों से

21.7.2012  जय भगवान भाई अपने सहयोगी के साथ हमारे घर पर आये उनको  सन्देश दिलवाया गया कि वह फ़ोन पर बात कर लें जब उनका फ़ोन नही आया तो हमने उनको  मैसेज भेजने के लिये लिखा ही था कि उनका फोन आ गया हमने उनको सन्देश भेज दिया हमने जय भगवान व संजय भाई को करीब 10 मैसेज भेजे जिनमे प्रार्थना की कि आप हमारे अपने है, हम आप से लड नही सकते, हम सिर्फ़ दर्द आंखों मे सुखा सकते है  कानून रहीस नही होता पर रहीसों से ताकतवर होता है, कानून दिखता नही पर अपना असर दिखाता है आपको यहां रहने वालों को इन्सान समझना चाहिये
सलीम हमारा अपना है आपने सलीम को हमारे खिलाफ़ भडका दिया, आप को यहां रहने वाले इन्सानों को इन्सान समझना चाहिये, हम आपके अपने ही हैं आदि

22 5 2012 को सुबह पतीलों की अवाज ने जगाया बुद्धी बोली भन्डारे की तैयारियां हो रही हैं पक्का करने के लिये देखा तो पक्का हो गया कि भन्डारे की तैयारियां चल रही हैं भन्डारे के बहाने लोगों को इकट्ठा करके गवाही दिलाना, भडका के हमारे आश्रम पर हमला हो सकता था, भविश्य मै हमले के लिये मुआइना करवाया गया भी हो सकता है, यह भन्डारा भी इसी अपराका हिस्सा है, जिसके तहत लोगों को एक जगह इकट्ठा करके हमारे सर्वहित उद्देश्य को नष्ट करने के लिये हमारे खिलाफ़ भडकाया गया भी हो सकता है, पूरी धरती को हमने बता दिया पर अपराधी सरकारों ने अपराध करना बन्द नही किया, यानी अपराध को रोकने का काम नहीं किया, जो सिद्ध करता है कि सरकारें अपने व अपनों के हित के लिये धरतीवासियों को लूटती है धमकाती हैं हत्या करती हैं और विकास का आपराधिक प्रचार कर के धरतीवासियों का विनाश कर रही है जो भूलने पर महतम के तहत हर दिल मे दर्द बन कर आंखों मे सूखा रहता है और याद आने पर ज़लज़ला बन कर बरस उठता है थोडा सा हमारी चाहत से ज्यादा देने का लालच दे के छल से षडयनतर से सुरक्षा मे बैठ कर हमारे ही भाइयों बहनों से हमको कटवाना , और बात ना करना फ़ार्मूला है इस लूट का,   
  
प्रदूषण फ़ैलाया जा रहा है, मौतों को निमन्त्रण दिया जा रहा है, पर इनका कहना है
ये ही विकास है,
इसी के लिये हर धरतीवासी टैक्स के रूप मे अपना जीवन, जीवन काल, अपनी जान से प्यारी सन्ताने, अपना मांस, अपना खून, अपना व्यवस्था धन इनको अपने सौदे के तहत देता है सौदा है समानता से विकास लेंगे और इसके बदले अपना जीवन, जीवन काल, अपनी जान से प्यारी सन्ताने, अपना मांस, अपना खून, अपना व्यवस्था धन इनको देंगे, पूरी धरती के सामने चुनाव और वोट द्वारा होता है यह एग्रीमेन्ट, सौदा पूरा करना ही होगा, समानता से विकास देना ही होगा, नही तो धरती वासी भी अपना जीवन, जीवन काल, अपनी जान से प्यारी सन्ताने जो सेनाओं मे है, अपना मांस, अपना खून, अपना व्यवस्था धन, देना बन्द कर देंगे

  
  
           

 














शुक्रवार, 18 मई 2012

Release 1161 खुद समझ मे आये तो साइन करना, वरना इन अपराधियों से अपना मांस नुचवाने को तैयार रहना


हे धरतीवासियो
जब अपने फ़ायदे की बात समझ मे आये तब राजी हो
अगर कोई बात अधूरी समझ मे आये तो राजी मत हो
अगर कोई बात समझ ना आये तो राजी मत हो
अगर कोई सौदागर आपसे कहे की मुझ पर विश्वास कर के राजी हो जाओ तो राजी मत होना, क्यों कि वह सौदागर गलत सरकार की गुलामी करने का सौदा पहले कर चुका होता है, सौदागर यानी कानूनी सलाहकार, वकील, एडवोकेट, सरकारी अधिकारी, सरकारी मन्त्री, सरकारी नेता, इन मे जो गलत हों,
सही बात जानने के लिये आप अपने भरोसे के इन्सान से पूछ सकते है
यह इन्सान है हमारे बुजुर्ग, हमारे धर्म गुरू, हमारे माता पिता, आपके पूर्वज, हमारे सन्त, फ़कीर, पादरी जैसे धर्म व ईश्वरीय सिद्धान्तों के प्रचारक आदि, जो सरकारी धन सामान साधन सुविधायें इस्तेमाल ना करते हों, या करते हुये भी सत्य बोलने की हिम्मत रखते हों,
आपने विशाल आकार की मछली का शिकार होते हुये देखा होगा, नही देखा तो डिस्कवरी हिस्ट्री, नैस्नल जोगरफ़ी, प्लैनेट जैसे डोक्यूमैन्ट्री यानी सत्य फ़िल्म दिखाने वाले टीवी चैनलों को देखना, यहां ये ना समझा जाये कि इन चैनलों को हमारी तरफ़ सत्य और सही का प्रमाण पत्र दिया जा रहा है  
इसमे सागर धरती है,
शिकार होने वाले धरतीवासी है,
शिकार करने वाले अपराधी सरकारी लोग है
जिस कटीले हुक्क मे चारा लगाया जाता है सौदा है
जो चारा लगाया जाता है वह समानता से हक और अधिकारों का बांट है यानी सुरक्षा और विकास समानता से सबके लिये, यानी लालच  
जिन-जिन हथियारों और यन्त्रों का इस्तेमाल किया जाता है वह अनगिनत कानून है  
ये आज़ादी मौज मस्ती के साथ जीते है
जब जिस इन्द्री की भूख मिटाने की चाहत होती है तो लूटने के लिये धरती वासियों के इलाके में लूट मार यानी शिकार करते है
फ़िर सुरक्षा के साथ आज़ाद हो कर मौज मस्ती के साथ जीते है
अपनी सुरक्षा के हथियार के लिये यह अशुद्ध भेद भावी कानून का सहारा लेते है, यहां माननीय शुद्ध समान कानून का अपमान नही समझा जायेगा,
शिकार करते समय भी इनका यह अशुद्ध भेद भावी कानून इनकी सुरक्षा करता है
तो अब आप को समझ आजाना चाहिये कि ये गलत सरकारी लोग आपको देने मे फ़ेल और लेने में पास क्यों हो रहे है
क्यों कि यह अशुद्ध भेद भावी कानून का निर्माण और लागू करते है
और इस अशुद्ध भेद भावी कानून को डरा धमका कर, लालच दे कर, धोखा दे कर, ऐसे नही होता ऐसे होता है बहला पुसला कर, पुलिस व कैदियों से तडपा-तडपा कर राजी करा कर साइन करा लेते हैं,
ये साइन नही आपके राजी होने का सबूत है
इसी सबूत के आधार पर ये आपके जीवन को, जीवन काल को, आपके मास को, आपके खून को अपने खाने पीने और ऐस से जीने का सौदा मानते हैं
लेने के लिये कानून फ़ेल देने के लिये कानून पास इस लिये होता है  
जैसे सरकारों से धरती वासियों को लेना है तो कानूनी काम करने होंगे
पर जब धरती वासियों से सरकारें लेती है तो कानूनी काम की कोई जरूरत नही होती

अब बात करते है सभ्य नागरिकों और अपराधियों की
जो जीवित गलत सरकारी लोगों की गुलामी मान कर अपराध करता है वह सभ्य नागरिक कहलाता है
जो जीवित आज़ाद रह कर अपनी रक्षा करने का साहस रखता है वह अपराधी कहलाता है
जब आज़ाद अपनी रक्षा के लिये गलत सरकारी लोगों को अपराधी सिद्ध कर देता है तब गलत सरकारी लोग अपनी तरफ़ की बात जोर-जोर से, बार-बार, हांफ़-हांफ़ कर, चिल्ला-चिल्ला कर, नाच गा कर, खेल-खेल कर, कह कर उसकी हत्या कर देते हैं
और धरतीवासियों को धमकाते हैं समानता और आज़ादी की बात की तो ये हाल करेंगे
इसमे समाचार वाले मनोरन्जन वाले प्रचार वाले और रक्षा करने वाले शिक्षा देने wआले लोग होते हैं इन सबने जनता के हित का भेष धारण कर रक्खा होता है जनता भ्रमित है  पर सही जन सेवक की कमी के कारण गुलामी सहने को मजबूर है    

हर साइन करने से पहले इन सवालों का जबाब अच्छी तरह समझ लो
जल्द बाजी मे साइन नही करने
किस उद्देश्य के लिये आपको राजी किया जा रहा है
किस आदमी के साथ आप ये सौदा कर रहे हैं
किन नियमों को आप मान कर साइन कर रहे हैं
किन शर्तों को मान कर आप साइन कर रहे हैं
नियम शर्तें ना मानने पर क्या-क्या सजा हो सकती है
जो आपने समझा है वही सही है या नही,
जब जनता मांग करेगी तो मतलब बदल जायेगा तब न्याय कौन देगा, वो या तुम या तीसरा निष्पक्ष इन्सान, अगर वो कहे कि मेरा आदमी फ़ैसला करेगा तो साइन मत करो
ये सभी बातें एक जगह नम्बर से आसानी से समझ मे आने वाली भाषा और शब्दों मे जनता की मरजी से लिखी जाती हैं इसी को कानून कहते है जब ये बातें अशुद्ध असमान कई अर्थ देने वाली बातें डाल कर बिना जनता की मरजी के लिखा जाता है तो षडयनतर कहलाता है

सरकारों द्वारा षडयनतर का सबूत
आज कल जन गणना के नाम पर ऐसे आज़ाद जन रक्षकों की पहचान की जा रही है जो इनके षडयनतर को फ़ेल करने में सक्षम हैं जो इन को रोकने में सक्षम हैं
ऐसे जन रक्षकों को मार कर उनकी पहचान करके अपना लूट तन्त्र जारी रखा जा सके   
इस लिये सभी जनता के शरीर के अंगों, आंखों की पुतली, हाथों उंगलियों के निसान की फ़ोटो ज़ख्म के निशान आदि को सम्भाल कर रखा जा रहा हैं, ताकि उसकी हत्या करने के बाद उसकी पहचान करके ये सुनिश्चित कर सकें कि जिसे मारना था उसे मार दिया गया है चैन से, अपना लूट का राज ऐश से कर सकें और बिना विरोध जनता को खाकर जीते रहें,

इस षडयनतर से बचने के लिये इन सरकारी लोगों से नागरिक से सम्बन्धित सभी कानून अपनी समझ मे आने वाली भाषा मे अधिकार से मांगो, इनसे जो बात करो उसे रिकार्ड करो, सभी बातें 100% समझ मे आने पर भी अपने भरोसे के लोगों से सलाह लो, फ़िर फ़ैसला करो, इन अपराधियों ने नागरिक सम्बन्धी सभी कानूनों को छुपा लिया है ये है इनका लूट धोखा षडयनतर हत्या आदि अपराधों का सबूत, जो पूरी धरती पर सभी सरकारें कर रही हैं

समानता कहती है कि यदि धरतीवासियों का सभी रिकोर्ड सरकारी लोगों की जानकारी में रहेगा तो सरकारी लोगों का रिकार्ड भी धरती वासियों की जानकारी मे रहेगा
ताकि सरकारी लोग अपराध करके छुप ना सकें
समानता से पुरस्कार और दन्ड दौनों के लिये होगा

बुधवार, 16 मई 2012

Release 1160 please clean our area in appointed timing by administration of MCD, GRV/STZ/2012/000307


GRV/STZ/2012/000307  
by Govt.


To
The sanitary incharge S block 198 ward Delhi Bhaarat (sis198db)
Sub; please clean our area in appointed timing by administration of MCD
Thanks
Yours truly,
Citizens of S block 198 ward Delhi Bhaarat
Through
Shyawhdo (श्याडो)
9868247312
S-22 pull prahladpur New Delhi 110044 Bhaarat shyawhdo.blogspot.com
shyawhdoinformation.blogspot.com
Internet channel: shyawhdoyouTube



Release 1159 सरकारों ने धरतीवासियों की बातचीत व सूचना के साधन को खराब किया

धरतीवासियों को समानता दिलाने वाले श्याडो के बातचीत व सूचना के आधार नम्बर 9868247312 को दूसरी बार खराब यानी बेअसर कर दिया
ये सबूत है कि सरकारें अपराधी है

   
   

बुधवार, 9 मई 2012

Release 1157 7री का खामोश रहना उनका अपने अपराधों को टालना है जो अब सम्भव नहीं है



आज कानून व न्याय कहता है  
कि खामोश रहने वाले को कानून अपराधी मानेगा
पर यदि खामोश रहने वाले को या उसके किसी प्यारे को उसके दुश्मन द्वारा अपने कब्जे में करके,
नुकसान पहुंचाने की धमकी दे कर, तडपा कर या धन व मान का नुकसान करने की धमकी दे कर
खामोश रहने के लिये विवश किया गया है तो नही॰

भारत में 7री जनता के सामने खामोश हो गये हैं
इस लिये धरतीवासियों की अदालत इन्हें तब तक
लूट, हत्या, अपहरण, धमकी, षडयन्त्र, खातों मे गडबडी, जनता के धन की चोरी, गैर कानूनी वसूली, कानून को बेअसर करना, कानून से बचना, देश-द्रोह, भूमि लूट, तडपाना सपथ तोडना, लोकतन्त्र के प्रति सच्ची श्रद्धा की हत्या, भेदभाव व खामोश रहना जैसे जघन्य अपराधों का दोषी मानती है, और इन्हें धरतीवासियों के सेवक व रक्षक श्याडो से जनता को जज बनाकर बात करने का आदेश देती है,
धरतीवासियों की अदालत को विश्वास है कि अपराधी सिद्ध होने से बचने के लिये 7री खामोश है
धरतीवासियों की अदालत 7री की अल्प जनहित श्रद्धा को ध्यान मे रख कर वादा करती है,
कि वह अपने मानवीय सिद्धान्तों के तहत,
एक बार अपराधों को नजरन्दाज़ करने की योजना के तह्त
7री के अपराधों को नजरन्दाज़ करेंगी,
साथ ही उम्मीद करते हैं कि सत्य के युग के प्रारम्भ मे 7री पुनः प्रवेश करेंगे
और अपने सर्व हित के उद्देश्य का समानता व निडरता से पालन करेंगे
धरतीवासियों की 7री को चेतावनी
यदि 7री अपने सत्य के युग के शुद्धलोकतन्त्र कों उचित समय मे सहयोग नही करता है तो
सीबीआईओफ़श्याडो क्रिमिनल प्रोसिज़र के तहत सामान्य कार्यवाही प्रारम्भ कर देगी,
7री द्वारा इस कानूनी कार्यवाही को घातक हथियारों से रोकने का प्रयास आतंकवाद व आतंकवाद को पालना व आतंकवाद की व्यवस्था को कायम करना समझा जायेगा,
यदि धरतीवासियों को ऐसा लगा तो धरतीवासी अपराधी सरकारी लोगों को अपना दुश्मन समझ उनका त्याग कर सकते है जिसके तहत हर सरकारी इन्सान को एक आम इन्सान यानी धरतीवासी समझा जायेगा,
इस कार्यवाही की प्रिन्टिंग व प्रचार का कार्य धरती स्तर पर प्रारम्भ किया जा चुका है    
अब कभी भी सरकारों द्वारा हमारे विरुद्ध की जाने वाली कार्यवाहियां बदले की भावना से की गई मानी जायेंगी इसलिये उन्हें रद्द समझा जायेगा
हमारा आशीर्वाद ईश्वर आपको सचमुच आस्तिकता प्रदान करे