बुधवार, 2 मई 2012

Release 1151 The Hon’bl Guard of Indian’s & Democracy धरतीवासियों को समानता से बेफ़िक्र जीविका साधन देने के लिये, रामलीला मैदान मे कार्यक्रम करने हेतु, रक्षा करने व तिथि देने के लिये प्रार्थना

SHYAWHDO
Shyam’s World Help Dedicate Organize
S-22 Pull Prahaladpur New Delhi 110044 Bhaarat
9868247312
shyawhdo@gmail.com
shyawhdo.blogspot.com
shyawhdoinformation.blogspot.com
E.Channel shyawhdo you Tube
Under Principle of pohinin 2011

To,    
              The Hon’bl Guard of Indian’s & Democracy    
              President of UPA Shrimati Soniyan Gandhi
              Leader of loksabha Shri. Pranab mukharji
              General Secretary Parliament of loksabha Shri. T. K. Viswanathan
              Speaker of loksabha Shrimati. Mira kumara
              Leader loksabha of opposition Shrimati. Sushma swaraj
              President of NDA Shri. L K Advani
              Executive officer loksabha secretariat  shri. kariya munda

Sub. धरतीवासियों को समानता से बेफ़िक्र जीविका साधन देने के लिये, रामलीला
     मैदान मे कार्यक्रम करने हेतु, रक्षा करने व तिथि देने के लिये प्रार्थना  

महोदय,
  1. हम भयभीत हैं
  2. हमारे पास समानता से बेफ़िक्र जीविका साधन नही है
  3. ये समस्या हर धरतीवासी की है
  4. धरतीवासियों की इस समस्या का कारण यूएन के लोग है 
  5. हम धरतीवासियों को बेफ़िक्र जीविका साधन देना चाहते हैं  
  6. यूएन के लोग धरतीवासियों की बात नहीं सुन रहे हैं
  7. यूएन ने धरतीवासियों के साथ रक्षा के बदले अधिकारों का सौदा किया है 
  8. यूएन सौदे के तहत ले तो रहा है रक्षा करने के लिये दे नही रहा
  9. जिसके कारण धरतीवासियों का समान बेफ़िक्र जीविका साधन मर गया है 
  10. धरतीवासी लोकतन्त्र के तहत सौदा पूरा करेंगे या खतम करेंगे
  11. धरतीवासियो ने सभाओं का आयोजन करने का फ़ैसला किया है
  12. इस लिये भारत के रक्षकों से प्रार्थना है कि हमें रामलीला मैदान मे कार्यक्रम करने की तिथि  व रक्षा प्रदान करें ताकि हम उस तारीख का धरती पर प्रचार कर सकें
  13. अनुमानित धरती पर करोडों मौतें हो रही है यह धरतीवासियों का आपातकालीन मुद्दा है इस लिये आपात कालीन परिस्थिति मे रख कर तुरन्त जबाब देने का कष्ट करें
  14. धरतीवासियों के जीवन काल की हत्या ना करने का कष्ट करें, यानी विलम्ब ना करने का कष्ट करें
  15. क्यों की यह मामला भारत की सीमा के पार धरती व अस्तित्व का है इस लिये इसका फ़ैसला भारत की सबसे ऊंची सभा में ही किया जा सकता है
  16. यह धन का नहीं जीवन के अस्तित्व का मामला है

 आपके भागीदार
धरतीवासियों के नेत्रित्व करता
श्याडो

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें