शुक्रवार, 25 मई 2012

Release 1163 सरकारी मशीन का जनता को देते समय खराब हो जाना यानी technical fault अपराधी सरकारों द्वारा अपराध करने के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला एक असरदार हथियार है


यह कई तहर के होते है
मशीन वाले
माननीय कानून वाले
इनका काम करने का तरीका
सबसे पहले जनता से जनता का सब कुछ ले लेने के अधिकार अपराध कर के ले लेना
फ़िर जनता को लूट कर बन्दूकों के बीच चैन से छुप जाना और जनता से बात ना करना
जनता अधिकार छीने तो धमका देना दौडा-दौडा कर लाठियाँ मारना, हवालातों और जेलों मे तडपाना और जब घायल जनता कानून के सहारे शिकायत करे तो मशीन का खराब हो जाना और अपराधी सरकारों को खूब मजे का भेद-भावी जीवन जीने देना

सबूत रिलीज़ 1162 और हमारे लेख देखो
जनता की जमीन पर कब्जा करना, जनता को धमकाना जैसे जघन्य अपराध की जानकारी मिलने पर भी कानून व व्यवस्था को लागू ना करना, खामोश हो जाना
और षडयनतर-कारी विलम्ब यानी जान कर लेट करना और इस लेट समय में जनता को अपराधियों से मरवाना, पिटवाना, जलील करवाना, परेसान कराना जीविका खाना पीना घर लूटना जैसे अपराध करना, व शिकायत वापस लेने के लिये मजबूर करना,   
और ऐसे सन्दिग्ध हालातों की जानकारी को ये कह कर वापिस कर देना कि जानकारी लेने वाली मशीन तो खराब है
यहां ये सवाल पैदा होता है कि   

जनता से पल-पल लेने वाली अर्थ व्यवस्था जैसा बुद्धिमान सिस्टम
जनता को जनता के अधिकार देने के लिये इस्तेमाल क्यों नही होता?

तो जबाब मिलता है क्यों कि हम सरकारी लोग पैदाइशी नवाव व राजा है
और जनता गुलाम व जानवर
और नवाव तो शिकार कर के खाते है और जानवर शिकार हो कर
इसी लिये जनता को शिकार जैसे शब्द से पुकारा जाता है
 Victim का मतलब होता है शिकार और convict का मुजरिम    
ये ही है धरती पर अपराधों की असली समस्या नवावी-गुलामी
जिसके लिये अपराधियों ने माननीय कानून को अशुद्ध, बेअसर करके अपना गुलाम बना लिया है
इस माननीय कानून को आज़ाद कराना ही होगा
ये अपराध हर धरतीवासी के साथ हो रहा है
शिकायत लेने के समय शिकायत लेने वाली मशीन का खराब होना सरकारी अपराध है
ये इकतिफ़ाक नही षडयनतर है
जिसका कारण नवावी कायम रखना है  

अब आप सोचिये कि रिलीज़ 1162 जितना जघन्य अपराध होने के बाद
24 मई 2012 को 9868247312 द्वारा 9990069100 पर 
सुबह करीब 10 बज कर 30 मिनट पर एक आपराधिक शाजिश के हालात की जानकारी सरकार को दी जाती है,
और 24 मई 2012 तक सरकार की शिकायत लेने वाली मशीनरी भी ठीक है
और शिकायत भी करीब 5 सैकेन्ड मे पहुंच जाती है
शिकायत सरकार से कानून व्यवस्था लागू करने को कहती है
पर सरकार को पता चलता है कि अपराधी तो सरकार ही है 
अगर शिकायत दूर कर दी तो नवावी गुलामी का षडयनतर तो मर जायेगा  
हमे हर हाल मे अपना षडयनतर जिन्दा रखना है
कोई चारा नजर नही आ रहा
तब अपराधी सरकार चलाती है अपना असरदार हथियार
शिकायत लेने की मशीन खराब है
यानी
TECHNICAL FAULT

गम्भीर शिकायत
24 मई 2012 सुबह 6 बजकर 45 मिनट हम अपने आंगन मे ताजा हवा खाने बाहर निकले, तभी एक गाडी हमारे आश्रम के पास से गुजरी, हमे आम बात लगी, कमरे से  घूम कर जब दोबारा आंगन मे पहुंचे तो गाडी आश्रम से करीब 30 फ़िट की दूरी पर हमारी तरह मूं करके खडी मिली और गाडी से करीब 100 फ़िट की दूरी पर तीन लडके आपस मे बात करते दिखे, मुझे देखते ही सलीम जैसे दिखने वाले लडके ने बाकी दो को इशारे व बोल कर  एक तरफ़ आने को कहा, वो तीनो साइड मे आ गये हम कमरे में हो कर फ़िर बाहर आये तो देखा की वह तीनों साइड मे खडे हो कर बात कर रहे थे, मुझे फ़िर से देखते ही सलीम जैसे लडके ने घबराकर बाकी दो लडकों को जाने जो कहा, दौनों लडके भागने वाले व अपने को सामान्य रखने की कोशिश वाले अन्दाज़ में तुरन्त गाडी मे बैठ कर चले गये , सलीम जैसा दिखने वाला लडका पन्डित जी की गली मे चला गया

इसी बात को हमने छोटे सन्देश के द्वारा सरकार को भेजा
जिसमे लिखा था सन्दिग्ध अवस्था मे देखा गया, तीन लडकों को, आज सुबह आश्रम के आस पास, 6 45 ए एम, सूमो वाइट DL6CA6227 के साथ, तीनो पन्डित जी की दुकान के सामने खडे हो कर बात कर रहे थे, मुझे देख कर सहम गये, फ़िर दो सूमो मे तुरन्त चले गये, एक गली मे चला गया, गली मे जाने वाला सलीम जैसा दिख रहा था , य सामान्य नही था, उम्र 35 से 25, 23 5 2012 तक के हालातों की जानकारी का विस्त्रित  विवरण इन्टरनेट पर shyawhdoinformation.blogspot.com पर रिलीज़ 1162 मे सबके लिये लिखा जा चुका है क्रिपया अपनी रिपोर्ट मेल करें, या रिपोर्ट मे बाधा देने वाले हालातों से अवगत करायें, जय हिन्द, श्याडो
सारा दिन सरकार द्वारा विचार करने के बाद रात करीब 10 बजकर 31 मिनट पर जबाब मिला सन्देश नही गया है
अब अगर इस बात की तह तक जा कर सरकार को जिम्मेदार बनाया गया तो सरकार  तकनीकी खराबी के कवच को सामने ला कर अपने को निर्दोश कह देगी
इसी कवच को फ़ाडने के लिये हमारा कानून वी3 कहता है
प्रत्येक कार्यवाही धरतीवासियों द्वारा जांच करने योग्य आधार के आधार पर होगी और अन्तिम फ़ैसला मामले को समझने वाले समझदार धरतीवासियों का बहुमत करेगा,
यहां सवाल ये उठता है कि क्या सरकारों द्वारा पाले जा रहे नवाव सरकारों को दन्डित कर सकते है या नही ? यानी ऐसे समझो कि मामूली सा अफ़सर अपने सीनियर को दन्ड दे सकता है? जबाब है नही,
हर नौकरी करने वाले की इस मजबूरी को जड सहित हटाने के लिये हमारे वी3 के तहत यह सिद्धान्त है कि नौकर मालिकी खतम समानता से सामूहिक जिम्मेदारी शुरू, यानी ना कोई सीनियर ना कोई जूनियर, चौबीसो घन्टे आवाज़ लोकेसन विडियो और आपराधिक लक्षण पहचानने वाले कैप्सूल जैसे यन्त्र को जिसे डीडी कहते है का इस्तेमाल किया जायेगा,
यानी अपराध का जड सहित अन्त,
और अगर हुआ हो पीडित करेगा अपने साथ हुये अन्याय का फ़ैसला,
आज माननीय कानून व्यवस्था को बेअसर करके पशु वधशाला बना दिया गया है
जिसे हम धरती वासियों को पुनः असरदार माननीय कानून व्यवस्था मे परिवर्तित करना है
तो याद रखो टैक्निकल फ़ाल्ट अपराध है इक्तिफ़ाक नही
जिसकी जांच करके इसे आसानी से सिद्ध किया जा सकता है
वो भी सिर्फ़ फ़ोन पर
पर समस्या ये है कि लुटेरे का नौकर अपने आका को सजा कैसे दे सकता है?
इसके लिये असर दार कानून वी3 को लागू करने धरतीवासियों को संसद जाना ही होगा
श्याडो


     

   
    
                                                          
         
     

  
       
   
      
  

  

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