शुक्रवार, 18 मई 2012

Release 1161 खुद समझ मे आये तो साइन करना, वरना इन अपराधियों से अपना मांस नुचवाने को तैयार रहना


हे धरतीवासियो
जब अपने फ़ायदे की बात समझ मे आये तब राजी हो
अगर कोई बात अधूरी समझ मे आये तो राजी मत हो
अगर कोई बात समझ ना आये तो राजी मत हो
अगर कोई सौदागर आपसे कहे की मुझ पर विश्वास कर के राजी हो जाओ तो राजी मत होना, क्यों कि वह सौदागर गलत सरकार की गुलामी करने का सौदा पहले कर चुका होता है, सौदागर यानी कानूनी सलाहकार, वकील, एडवोकेट, सरकारी अधिकारी, सरकारी मन्त्री, सरकारी नेता, इन मे जो गलत हों,
सही बात जानने के लिये आप अपने भरोसे के इन्सान से पूछ सकते है
यह इन्सान है हमारे बुजुर्ग, हमारे धर्म गुरू, हमारे माता पिता, आपके पूर्वज, हमारे सन्त, फ़कीर, पादरी जैसे धर्म व ईश्वरीय सिद्धान्तों के प्रचारक आदि, जो सरकारी धन सामान साधन सुविधायें इस्तेमाल ना करते हों, या करते हुये भी सत्य बोलने की हिम्मत रखते हों,
आपने विशाल आकार की मछली का शिकार होते हुये देखा होगा, नही देखा तो डिस्कवरी हिस्ट्री, नैस्नल जोगरफ़ी, प्लैनेट जैसे डोक्यूमैन्ट्री यानी सत्य फ़िल्म दिखाने वाले टीवी चैनलों को देखना, यहां ये ना समझा जाये कि इन चैनलों को हमारी तरफ़ सत्य और सही का प्रमाण पत्र दिया जा रहा है  
इसमे सागर धरती है,
शिकार होने वाले धरतीवासी है,
शिकार करने वाले अपराधी सरकारी लोग है
जिस कटीले हुक्क मे चारा लगाया जाता है सौदा है
जो चारा लगाया जाता है वह समानता से हक और अधिकारों का बांट है यानी सुरक्षा और विकास समानता से सबके लिये, यानी लालच  
जिन-जिन हथियारों और यन्त्रों का इस्तेमाल किया जाता है वह अनगिनत कानून है  
ये आज़ादी मौज मस्ती के साथ जीते है
जब जिस इन्द्री की भूख मिटाने की चाहत होती है तो लूटने के लिये धरती वासियों के इलाके में लूट मार यानी शिकार करते है
फ़िर सुरक्षा के साथ आज़ाद हो कर मौज मस्ती के साथ जीते है
अपनी सुरक्षा के हथियार के लिये यह अशुद्ध भेद भावी कानून का सहारा लेते है, यहां माननीय शुद्ध समान कानून का अपमान नही समझा जायेगा,
शिकार करते समय भी इनका यह अशुद्ध भेद भावी कानून इनकी सुरक्षा करता है
तो अब आप को समझ आजाना चाहिये कि ये गलत सरकारी लोग आपको देने मे फ़ेल और लेने में पास क्यों हो रहे है
क्यों कि यह अशुद्ध भेद भावी कानून का निर्माण और लागू करते है
और इस अशुद्ध भेद भावी कानून को डरा धमका कर, लालच दे कर, धोखा दे कर, ऐसे नही होता ऐसे होता है बहला पुसला कर, पुलिस व कैदियों से तडपा-तडपा कर राजी करा कर साइन करा लेते हैं,
ये साइन नही आपके राजी होने का सबूत है
इसी सबूत के आधार पर ये आपके जीवन को, जीवन काल को, आपके मास को, आपके खून को अपने खाने पीने और ऐस से जीने का सौदा मानते हैं
लेने के लिये कानून फ़ेल देने के लिये कानून पास इस लिये होता है  
जैसे सरकारों से धरती वासियों को लेना है तो कानूनी काम करने होंगे
पर जब धरती वासियों से सरकारें लेती है तो कानूनी काम की कोई जरूरत नही होती

अब बात करते है सभ्य नागरिकों और अपराधियों की
जो जीवित गलत सरकारी लोगों की गुलामी मान कर अपराध करता है वह सभ्य नागरिक कहलाता है
जो जीवित आज़ाद रह कर अपनी रक्षा करने का साहस रखता है वह अपराधी कहलाता है
जब आज़ाद अपनी रक्षा के लिये गलत सरकारी लोगों को अपराधी सिद्ध कर देता है तब गलत सरकारी लोग अपनी तरफ़ की बात जोर-जोर से, बार-बार, हांफ़-हांफ़ कर, चिल्ला-चिल्ला कर, नाच गा कर, खेल-खेल कर, कह कर उसकी हत्या कर देते हैं
और धरतीवासियों को धमकाते हैं समानता और आज़ादी की बात की तो ये हाल करेंगे
इसमे समाचार वाले मनोरन्जन वाले प्रचार वाले और रक्षा करने वाले शिक्षा देने wआले लोग होते हैं इन सबने जनता के हित का भेष धारण कर रक्खा होता है जनता भ्रमित है  पर सही जन सेवक की कमी के कारण गुलामी सहने को मजबूर है    

हर साइन करने से पहले इन सवालों का जबाब अच्छी तरह समझ लो
जल्द बाजी मे साइन नही करने
किस उद्देश्य के लिये आपको राजी किया जा रहा है
किस आदमी के साथ आप ये सौदा कर रहे हैं
किन नियमों को आप मान कर साइन कर रहे हैं
किन शर्तों को मान कर आप साइन कर रहे हैं
नियम शर्तें ना मानने पर क्या-क्या सजा हो सकती है
जो आपने समझा है वही सही है या नही,
जब जनता मांग करेगी तो मतलब बदल जायेगा तब न्याय कौन देगा, वो या तुम या तीसरा निष्पक्ष इन्सान, अगर वो कहे कि मेरा आदमी फ़ैसला करेगा तो साइन मत करो
ये सभी बातें एक जगह नम्बर से आसानी से समझ मे आने वाली भाषा और शब्दों मे जनता की मरजी से लिखी जाती हैं इसी को कानून कहते है जब ये बातें अशुद्ध असमान कई अर्थ देने वाली बातें डाल कर बिना जनता की मरजी के लिखा जाता है तो षडयनतर कहलाता है

सरकारों द्वारा षडयनतर का सबूत
आज कल जन गणना के नाम पर ऐसे आज़ाद जन रक्षकों की पहचान की जा रही है जो इनके षडयनतर को फ़ेल करने में सक्षम हैं जो इन को रोकने में सक्षम हैं
ऐसे जन रक्षकों को मार कर उनकी पहचान करके अपना लूट तन्त्र जारी रखा जा सके   
इस लिये सभी जनता के शरीर के अंगों, आंखों की पुतली, हाथों उंगलियों के निसान की फ़ोटो ज़ख्म के निशान आदि को सम्भाल कर रखा जा रहा हैं, ताकि उसकी हत्या करने के बाद उसकी पहचान करके ये सुनिश्चित कर सकें कि जिसे मारना था उसे मार दिया गया है चैन से, अपना लूट का राज ऐश से कर सकें और बिना विरोध जनता को खाकर जीते रहें,

इस षडयनतर से बचने के लिये इन सरकारी लोगों से नागरिक से सम्बन्धित सभी कानून अपनी समझ मे आने वाली भाषा मे अधिकार से मांगो, इनसे जो बात करो उसे रिकार्ड करो, सभी बातें 100% समझ मे आने पर भी अपने भरोसे के लोगों से सलाह लो, फ़िर फ़ैसला करो, इन अपराधियों ने नागरिक सम्बन्धी सभी कानूनों को छुपा लिया है ये है इनका लूट धोखा षडयनतर हत्या आदि अपराधों का सबूत, जो पूरी धरती पर सभी सरकारें कर रही हैं

समानता कहती है कि यदि धरतीवासियों का सभी रिकोर्ड सरकारी लोगों की जानकारी में रहेगा तो सरकारी लोगों का रिकार्ड भी धरती वासियों की जानकारी मे रहेगा
ताकि सरकारी लोग अपराध करके छुप ना सकें
समानता से पुरस्कार और दन्ड दौनों के लिये होगा

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