बुधवार, 9 मई 2012

Release 1157 7री का खामोश रहना उनका अपने अपराधों को टालना है जो अब सम्भव नहीं है



आज कानून व न्याय कहता है  
कि खामोश रहने वाले को कानून अपराधी मानेगा
पर यदि खामोश रहने वाले को या उसके किसी प्यारे को उसके दुश्मन द्वारा अपने कब्जे में करके,
नुकसान पहुंचाने की धमकी दे कर, तडपा कर या धन व मान का नुकसान करने की धमकी दे कर
खामोश रहने के लिये विवश किया गया है तो नही॰

भारत में 7री जनता के सामने खामोश हो गये हैं
इस लिये धरतीवासियों की अदालत इन्हें तब तक
लूट, हत्या, अपहरण, धमकी, षडयन्त्र, खातों मे गडबडी, जनता के धन की चोरी, गैर कानूनी वसूली, कानून को बेअसर करना, कानून से बचना, देश-द्रोह, भूमि लूट, तडपाना सपथ तोडना, लोकतन्त्र के प्रति सच्ची श्रद्धा की हत्या, भेदभाव व खामोश रहना जैसे जघन्य अपराधों का दोषी मानती है, और इन्हें धरतीवासियों के सेवक व रक्षक श्याडो से जनता को जज बनाकर बात करने का आदेश देती है,
धरतीवासियों की अदालत को विश्वास है कि अपराधी सिद्ध होने से बचने के लिये 7री खामोश है
धरतीवासियों की अदालत 7री की अल्प जनहित श्रद्धा को ध्यान मे रख कर वादा करती है,
कि वह अपने मानवीय सिद्धान्तों के तहत,
एक बार अपराधों को नजरन्दाज़ करने की योजना के तह्त
7री के अपराधों को नजरन्दाज़ करेंगी,
साथ ही उम्मीद करते हैं कि सत्य के युग के प्रारम्भ मे 7री पुनः प्रवेश करेंगे
और अपने सर्व हित के उद्देश्य का समानता व निडरता से पालन करेंगे
धरतीवासियों की 7री को चेतावनी
यदि 7री अपने सत्य के युग के शुद्धलोकतन्त्र कों उचित समय मे सहयोग नही करता है तो
सीबीआईओफ़श्याडो क्रिमिनल प्रोसिज़र के तहत सामान्य कार्यवाही प्रारम्भ कर देगी,
7री द्वारा इस कानूनी कार्यवाही को घातक हथियारों से रोकने का प्रयास आतंकवाद व आतंकवाद को पालना व आतंकवाद की व्यवस्था को कायम करना समझा जायेगा,
यदि धरतीवासियों को ऐसा लगा तो धरतीवासी अपराधी सरकारी लोगों को अपना दुश्मन समझ उनका त्याग कर सकते है जिसके तहत हर सरकारी इन्सान को एक आम इन्सान यानी धरतीवासी समझा जायेगा,
इस कार्यवाही की प्रिन्टिंग व प्रचार का कार्य धरती स्तर पर प्रारम्भ किया जा चुका है    
अब कभी भी सरकारों द्वारा हमारे विरुद्ध की जाने वाली कार्यवाहियां बदले की भावना से की गई मानी जायेंगी इसलिये उन्हें रद्द समझा जायेगा
हमारा आशीर्वाद ईश्वर आपको सचमुच आस्तिकता प्रदान करे

     

     

      
   
     


    
 

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