शुक्रवार, 15 जुलाई 2011

release 1061 श्याडो ने 16.7.2011 को सरकारों को कहा, सरकारों की अद्रिश्य क्रूरता दिखाई, व सलाह दी, वरना परिणाम बताया

  1. In the court of M.M. Delhi
  2. Cc no. 6741/2008

  1. Hsbc v/s ………………………………………
  2. u/s 138 of NIA 1881
  3. N.H. 16.7.2011
  4. प्रेषक,

7.             ……………………………………

8.     युगांतरों से योगियों को था जिसका इंतज़ार, कलिराम ने कलियुग मे फिर पुनः लिया अवतार, 30 दिनों मे धरती व 3 दिनों मे भारत की 100% समस्याओं का अंत करके रहेंगे, श्याडो (श्याम्स वल्ड हेल्प डेडिकेट ओर्गेनाइज़) यानी श्री श्याम द्वारा निर्मित विश्व में प्रत्येक असहाय की सहायता के लिये समर्पित समूह, जिसका काम धरती के केन्द्र से आकश मे चमकते अंतिम प्रकाश बिंदु तक प्रत्येक मानव जीव जंतु प्राकृतिक सम्पदा की सेवा सुरक्षा करना, जनता की सरकार से रक्षा करना, 100% कानून शुद्ध करना, 100% कानून लागू करना, जन सेवकों को जन सेवा के लिये बाध्य करना, यू एन के अरबों रुपयों के उपहार अस्वीकार कर चुके हैं हम, प्रैज़ीडैंन्ट बाराक ओबामा के बात करने के आग्रह को अस्वीकार कर चुके हैं हम, धरती पर हमे व धरती वासियों को धमकाने वालों (यू के, यू एस ए, यू एन, भारत)  को अपनी ताकत का आधार दिखा चुके है हम, और अधिक जानने के लिये http://shyawhdo.blogspot.com, shyawhdo@gmail.com, 9868247312, एस 22 पुल प्रहलाद पुर दिल्ली 110044, मे आपका स्वागत है

9.     शब्द अर्थ:
10.  सरकार = विधायिका + कार्यपालिका + न्यायपालिका + लूट शैली अपनाने वाले व उनके सहायक लोग    

11.  वाक्य अर्थ:
12.  जांच करने योग्य आधार = जैसे आवाज, वीडियो, रिकार्ड करना, लाइव प्रसारण करना, सार्वजनिक प्रचार करना, क्रमिक कार्यवाही, समान कार्यवाही, व काम शैली (विश्व समान निश्चिंत मानवीय लोकतंत्र) के तहत कार्यवाही करना,    

13.  सेवा में,
13.
14.  माननीय एम एम श्री सचिन सागवान
15.  व अति सम्मानित तीनों अंगों सहित भारत की सरकार
16.  कोर्ट न. 310 द्वारिका न्यायालय दिल्ली

17.  विषय:
17.     हमारे साथ गलत कार्यवाही (आपराधिक षडयंत्र, हमारा गलत प्रचार, हवालात जेल व अन्य अधीन स्थान मे बीमारी संक्रमण कराना, जलील करना, मारपीट करना, अस्वस्थ भोजन देना, अस्वस्थ वातावरण देना, असुरक्षित स्थान मे रखना, हत्या का प्रयास, घायल का प्रयास, अनुचित चिकित्सा देना, धमका ने वाली बात और अभिव्यक्ति करना, जेल के कानून को तोडना आदि अहितकारी कोशिशें) हुई तो उसकी दोषी सरकारें (तीनों अंगों सहित) व मीडिया हैं,


18.  विवरण: महोदय यह मामला Hsbc v/s ……………………………………, u/s 138 of NIA 1881 का नही बल्कि धरती पर छीनने वाले v/s धरती पर छिनवाने वालों के बीच देश द्रोह, बेईमानी, षडयंत्र, भ्रमित करना, छ्ल करना, लूटना, हत्या करना, धमकाना, आपराधिक षडयंत्र, सौदागीरी करना, गुलाम बनाना व आपराधिक आधार पर राज करने का है,

19.  सरकार की लूट शैली का अदृश्य तरीका
20.  सबसे पहले मीडिया द्वारा भ्रम फैला कर डराया जाता है 
21.  फिर सुरक्षा के लिये ताकत और ताकत के लिये सबके साथ सौदा किया जाता है  
22.  ताकतवर होते ही बेईमानी करके सौदा तोड दिया जाता है
23.  अगर कोई जनता को बताने के लिये जांच करने की कोशिश करे तो उसकी हत्या कर दी जाती है
24.  फिर इस हत्या का मीडिया द्वारा प्रदर्शन करके धमकी दी जाती है कि दोबारा किसी ने हिसाब जाँचने की हिम्मत की तो उसका भी ये ही हाल किया जायेगा    
25.  फिर जनता को बेबस कर के रखा जाता है,
26.  फिर मीडिया द्वारा विकास, उपहार, ब्राइट कैरिअर आदि के झूठे सपने और अश्लील मनोरंजन दिखा कर जनता को गुलाम बनाया जाता है, जनता के दर्द को भुलवा दिया जाता है, समझौता कराया जाता है, 
27.  और फिर से इसी लूट शैली को पुनः दोहराया जाता है
28.  धरती व भारत मे हम इन लुटेरों के इस षडयंत्र से जनता को मुक्त कराने का कानून जनता को दे चुके है
29.  हम है छिनवाने वालों के सेवक व रक्षक,
29.आप को भय है कि यदि हमारी सत्य की आवाज धरती पर छिनवाने वालों के पास पहुंच गयी तो आप का षडयंत्र 3 दिनों मे खतम हो जायेगा,
30.  इसी भय के कारण आप जाँच करने योग्य आधार के तहत कार्यवाहियां नही करते,
31.  इसी लिये आप जांच करने योग्य आधार की मांग को अस्वीकार करके बेअसर, खानापूर्ती करने वाली, केवल प्रदर्शन करने वाली, केवल आपकी लूट को कामयाब बनाने वाली कार्यवाहियां कर रहे हैं,
32.  हमने आपके द्वारा बनायी गयी सभी षडयंत्र कारी बाधाओं को ईश्वर की सिद्धि से पार कर आपको गलत षडयंत्र कारी सिद्ध कर दिया है,
33.  धरती पर भारत मे छिनवाने वालों की सेवा व सुरक्षा के लिये हम शहीद होने व नरक जैसी जीवन शैली स्वीकार करने के लिये तैयार हैं,
34.  सरकार ने लखनउ की जेल में एक हम जैसे सर्व हितैषी की 10 मुख्य खून की नसें काट कर उसे तडपा-तडपा कर क्रूरता पूर्वक मार दिया और हमारे द्वारा इस पत्र मे दिये तथ्यों को साबित किया व अपनी दहशताना नीति व नियंत्रण का परिचय दिया,
35.  राम देव बाबा, अण्णा हजारे व इनके साथ 10000 से जादा लोगों को सर्व हित का काम करने से क्रूरता पूर्वक, छल पूर्वक, बल पूर्वक, असंविधानिक ताकत से रोक दिया,
36.  स्वामी निगमा नन्द को प्रकृति की सुरक्षा के लिये उपहार मे ज़हरीला उपचार दे के मार दिया,
37.  रोहिणी के सुधार ग्रह मे एक सरकार के षडयंत्र को उजागर करने वाले, की पीठ को गरम सलाख़ों से झुलसा कर लिखा कमीना,
38.  कानून व्याख्यान करने मे सक्षम कानून ज्ञाता के पुत्र को रस्सियों से बाँध कर सरकार ने घसीटा फिर मीडिया से अपनी आपराधिक हिम्मत का प्रदर्शन किया,
39.  बसूली ना देने वाले सिविल इंगीनियर को यू पी मे सरकार ने उसी के घर मे उसी के परिवार वालों के सामने बिजली की तार से लपेट कर करंट लगा के मार दिया, आदि
40.  आप के 99.99% मामलों को हम चुनौती देते है कि वह हमारे द्वारा बताये गये सत्य के षडयंत्र के तहत रचे गये है
41.  आपके द्वारा धमकाने के लिये जो अपराधिक क्रूर प्रदर्शन किया जाता है उसकी लिस्ट बहुत बडी है सबका बता पाना हमारे जीवन काल में असम्भव है    
42.  सभी रिकोर्ड आपके कार्यालयों मे सुरक्षित है
43.  एक-एक मामले को निबटाना तो खेल होगा, इसी लिये जब तक ईश्वर खुद प्रलय ना चाहे तब तक प्रत्येक मानव जीव जंतु और प्राकृतिक सम्पदा के लिये हम स्वर्गीय जीवन शैली यानी हमारा कानून लागू कर चुके है
43.सलाह: इसी लिये बडे सम्मान सहित आपको सलाह दे रहे है, कि हमारे साथ गलत कार्यवाही (आपराधिक षडयंत्र, हमारा गलत प्रचार, हवालात जेल व अन्य अधीन स्थान मे बीमारी संक्रमण कराना, जलील करना, मारपीट करना, अस्वस्थ भोजन देना, अस्वस्थ वातावरण देना, असुरक्षित स्थान मे रखना, हत्या का प्रयास, घायल का प्रयास, अनुचित चिकित्सा देना, धमका ने वाली बात और अभिव्यक्ति करना, जेल के कानून को तोडना आदि अहितकारी कोशिशें) हुई तो उसकी दोषी सरकारें (तीनों अंगों सहित) व मीडिया हैं,
44.  हम जानते है कि आप अपनी ठीक ठाक जीवन शैली की मजबूरी के कारण गलत का साथ दे रहे हैं
45.  इसी मजबूरी को धरती से जड सहित हटने के लिये ईश्वर ने हमे धरती पर भेजा है
46.  इस मजबूरी का जड सहित समाधान देखने के लिये हमारे वेव पेज http://shyawhdo.blogspot.com को देखा जा सकता है                 
47.  यदि इसके बाद भी हमारे व हमारे जैसे लोगों के साथ गलत कार्यवाही हुयी तो सरकार के पिता धरती वासियों द्वारा सरकार को घोर दंडित किया जा के रहेगा,                                            

48.  प्रार्थना:
49.  इसी लिये बडे सम्मान सहित आपसे प्रार्थना है,
50.  कि जांच करने योग्य आधार के साथ कार्यवाही करें,
51.  हमारे व हम जैसे लोगों के साथ गलत कार्यवाहियाँ ना करें, हमारे साथ गलत कार्यवाही (आपराधिक षडयंत्र, हमारा गलत प्रचार, हवालात जेल व अन्य अधीन स्थान मे बीमारी संक्रमण कराना, जलील करना, मारपीट करना, अस्वस्थ भोजन देना, अस्वस्थ वातावरण देना, असुरक्षित स्थान मे रखना, हत्या का प्रयास, घायल करने का प्रयास, अनुचित चिकित्सा देना, धमका ने वाली बात और अभिव्यक्ति करना, जेल के कानून को तोडना आदि अहितकारी कोशिशें) हुई तो उसकी दोषी सरकारें (तीनों अंगों सहित) व मीडिया हैं,

52.  जय धरती, जय मानवता,
53.  विश्व सेवक व रक्षक,
54.  श्याडो (shyawhdo)

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