शनिवार, 23 जुलाई 2011

Release 1065 अकाल मर ती धरती की रक्षा के लिये, भारत मे विसेरों (विश्व सेवक व रक्षकों) द्वारा देश द्रोहियों को एक बार मे जड सहित हटाने के लिये आप से सहयोग की अपेक्षा करते हुये अति विनम्र प्रार्थना

प्रेषक,
     Shyawhdo (श्याडो
     Shyam’s world help dedicate organize
     S-22 Pull Prahalad Pur
    New Delhi 110044 Bhaarat
    shyawhdo.blogspot.com
    9868247312

    श्री श्याम द्वारा निर्मित विश्व मे प्रत्येक असहाय की सहायता के लिये समर्पित समूह  
    जिनका काम धरती के केन्द्र से आकाश मे चमकते अंतिम प्रकाश बिन्दु तक
    प्रत्येक मानव जीव जंतु प्रकृतिक सम्पदा की सेवा सुरक्षा करना,
    100% कानून शुद्ध करना,
    100% कानून लागू करना,
    जन सेवकों को जन सेवा के लिये बाध्य करना,
    समय से पहले मरती धरती की रक्षा करना,      

सेवा मे,
      मुख्य प्रबन्धक महोदय (श्री वाई एस कुरेसी)
      भारत का चुनाव आयोग
      अशोक मार्ग नई दिल्ली 110001
        23720013 23717035
       syquraishi@eci.gov.in        

विषय,
     अकाल मर ती धरती की रक्षा के लिये, भारत मे विसेरों (विश्व सेवक व रक्षकों) द्वारा देश द्रोहियों को एक बार मे जड सहित हटाने के लिये आप से सहयोग की अपेक्षा करते हुये अति विनम्र प्रार्थना,          

विवरण,
    धरती पर इंसान को अपने अस्तित्व का आभास होते ही जो सामने आया वह यह था
कि जन सहायकों ने जमीन व उस पर रहने वाले लोगों को अपना अधीन बनाने के लिये क्रूरता और हत्यायें की
जन सहायकों ने अपनी सुरक्षा के लिये व अपने को ताकतवर बनाये रखने के लिये सदैव कमजोर को लूटा
हर जन सहायक ने अपने ताकत के अनुसार इलाकों पर कब्जा किया 
इन जन सहायकों ने अपनी जीत के लिये पवित्र अध्यात्म को भी माफ नहीं किया    
धरती पर काफी हद तक अल्लाह के नाम पर धरम परिवर्तन कराया गया
तब ईसाइयों ने भगवन ईशा के नाम से भारत का मित्र बन कर मुसलमानों को शांत किया
फिर ईसाइयों ने हिन्दू लोगों को भी शांत कर दिया
भारत वासियों को जब गुलामी महसूस हुई तो मुसलमान लोगों को साथ लेकर ईसाइयों को वापस उनके देश जाने को कहा,
तब ईसाइयों ने मुसलमानों के धरम परिवर्तन कराने के क्रूर काम को और धरती पर मुसलमान लोगो की तादाद को हिन्दू लोगों से ज्यादा दिखाते हुये भारत वासियों को डरा कर भारत को असुरक्षित होने की सम्भावना जतायी, और कहा कि हम भारत छोडना चाहते हैं पर भारत की सुरक्षा को लेकर हम नही छोडेंगे, क्यों कि मुसलमान भारत भूमी से हिन्दू को मुसलमान बना के और ताकत वर हो के हमको भी मुसलमान बनाने के लिये हमारे देश की ओर बडने की हिम्मत करेगा, पूरी धरती पर मुसलमान फिर कब्जा कर लेंगे, हम तभी यहां से जायेंगे जब भारत यू. एन. का सदस्य बन कर अपनी धरती हमारी व अपनी रक्षा करने मे समर्थ हो जायेगा, ईसाइयों ने यही बात अलग से मुसलमानों को कही, हिन्दू लोगों के विषय मे, भारत वासियों को यह सही लगी और भारत वासियों ने सुरक्षित रहने के लिये ईसाइयों के धरती स्तर के समूह नेसन की शर्तें मान कर सदस्यता ले ली, ईसाइयों के कहने डराने पर मुसलमान लोगों को अलग ज़मीन दे दी, अब ये ईसाई समूह धरती पर हर देश को अपना अधीन बनाये रखना चाहते है यह सत्य बहुत उच्च खोज व विचार द्वारा ही जाना व महसूस किया जा सकता है
ये जन सहायक ही राजा और सरकार के नाम से धरती पर मौजूद हैं
अध्यात्म आज इनका अधीन है
ये सत्य है कि जब तक धरती पर जीवन रहेगा युद्ध होते रहेंगे
और हर युद्ध धरती को अकाल मौत की ओर धकेलता रहेगा
धरती अकाल मौत की ओर जाती रहेगी
धरती पर जीवन को जन्म ले ने मे अकल्पनीय खरबों साल लगे है
और पिछले 70 वर्षों मे युद्ध के लिये धरती को जितना नुकसान हुआ है
उतना अकल्पनीय खरबों साल पहले कभी बही हुआ
कारण झूठी शान के लिये असफल व्यवस्था व युद्ध सामग्री
युद्ध सामग्री असफल व्यवस्था और झूठी शान के लिये धरती का नास  
यही कारण है कि जितनी तबाही बीते 70 सालों मे हुई उतनी तबाही तो अकल्पनीय खरबों सालों मे नही हुई,
अभी तो धरती 3 से 5 % ही नष्ट हुई है तब इतनी खौफनाक तबाही का तांडव दिख रहा है
पर यदि इस युद्ध के लिये धरती के अनुचित खनन को, जहरीले कूडे को कहीं भी डालना, वनस्पति व जीवों को खतम करना बन्द ना हुआ तो धरती 300 साल भी बडी दिक्कतों से जी पायेगी
और इसके जिम्मेदार होंगे हम
क्यो कि हम ने जानते हुये भी अपनी मौज मस्ती झूठी सान परिवार मोह खुदगर्जी के लिये
अपने वंश की परम्परा सर्व हित घोर जिम्मेदारी को नही निभाया
हम इस प्रकृति के गुनाह गार है
अपनी इसी जिम्मेदारी को निभाने के लिये
धरती पर शासन और अध्यात्म को पुनः अलग-अलग कर
एक धरती स्तर की व्यवस्था को धरती पर लागू करने के उद्देश्य के लिये           
हम अपना अभियान आगे बढाते है
और धरती पर भारत मे रहने के कारण
भारत से अपना नियंत्रण शुरू करने के लिये
भारत पर धरती वासियों का अधिपत्य कायम करने के लिये
आपसे सहयोग चाहते है
भारत मे जनता का राज है
ऐसा भ्रम फैला कर जन सहयोगि झूठी शान मे जी रहे है
जिसके करण असमानता
असमानता के कारण 100% समस्यायें हर धरती वासियों को दर्द दे रही हैं
इस भ्रम को हमने धरती वासियों को दिखा दिया है
गलत शासक जानता है कि उसका शासन काल समाप्त हो चुका है
पर वह अपनी सोच कि अंतिम वक्त तक लडता रहूँगा
की धारणा के कारण धरती वासियों को छल बल लालच मजबूर करके अपना बना कर टिका हुआ है
अब मौजूद असमान कानून के आधार पर
हम लुटेरों को जड सहित हटाने के लिये आप को अपने साथ
आम जनता द्वारा जाँच करने योग्य आधार के आधार पर 
बात करने के लिये आमंत्रित करते है
संविधान के तहत आप और हम बात करने के लिये कर्तव्य धारी हैं
कृपया धरती वासियों को ये 3 बाते बताने का कष्ट करें
न.1 जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 धारा 29, 5, 1, के तहत लिखी शर्तों को तोडने के बाद भी सभी सांसदों को उनके पदों के क्यों नही हटाया गया
न.2 संविधान के तहत सभी कार्यवाहियाँ जनता द्वारा जाँच करने योग्य आधार के आधार पर की जायेंगी यह आधार होते हुये भी ऐसा क्यों नही होता
न.3 यदि आप लुटेरों की सहायता के लिये  
हमे गलत जगह दौडाने का,
खामोश रहने का,
हमे सलाह के रूप मे धमका ने का  
कानूनी छल का,
गलत जानकारी देने का,
भुलाने के लिये विलम्ब कराने का,
लालच देने का,
हत्या आदि, गलत तरीकों के विषय मे सोच रहे हैं तो
सभी धरती वासी मिल कर बल पूर्वक अपने गलत सहायकों को उनके पदों से क्यों ना हटायें
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

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