मंगलवार, 30 अगस्त 2011

Release 1090 ये ही संकल्प हमारा

Release 1089 भारत सरकार ने, मो.9811167620 से, 27 अगस्त 2011 को, शाम 5 बज कर 25 मिनट पर, मो. 9868247312 पर, श्याडो को फोन किया, बोले सरकार तो मान नही रही है, आप कृपया अन्ना जी की भूख हडताल खतम करने के लिये अन्ना जी को मना लो


भारत सरकार ने,
मो.9811167620 से,
27 अगस्त 2011 को,
शाम 5 बज कर 25 मिनट पर,
मो. 9868247312 पर,
श्याडो को फोन किया,
बोले सरकार तो मान नही रही है,
आप कृपया अन्ना जी की भूख हडताल खतम करने के लिये
अन्ना जी को मना लो
आप कहां से बोल रहे हो
हमने जबाब दिया अरविन्द केजरीवाल और किरण वेदी से कहिये
शायद अन्ना जी मान जायें
अन्ना जी जिद्दी है वह नही मानेंगे
सुरक्षा की वजय से हम निजी जानकारी देने मे असमर्थ है  
धन्यवाद

जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

रविवार, 28 अगस्त 2011

Release 1088 सरकारी लोगों ने भारत वासियों मे से उन लोगों को खरीदने या मिटाने के लिये चुन लिया जो भारत वासियों को इकट्ठा करके अपने अधिकारों को छीन ने मे सफल है

 सरकारी लोगों ने धमकाने व बहलाने के हथियार से प्रभावशाली लोगों को खरीदने व मिटाने के लिये कुछ समय के लिये मामले को ऊँचा उठा दिया है जो हमे चाहिये वह हमे नही मिल सका है
धमकाने का जबाब आत्म सुरक्षा है और बहलाने का तुरंत कार्यवाही
इन दौनों कमियों की पूर्ती करता है एक विधान
जन जांच व न्याय: प्रत्येक कार्यवाही जनता द्वारा जांच करने योग्य आधार के आधार पर होगी,
जिसमे लेखा जोखा ओडियो व वीडियो रिकार्डिंग और स्थान की स्थिती होगी,
जनता को न्याय करने व दंडित करने का अधिकार होगा
तब धरती पर सब को समय पर सामान, सुविधा और न्याय मिल सकेगा 
तब समानता के साथ धरती पर सबको जीवन जीने का मार्ग मिलेगा
और तब किसी को अपने अधिकार लेने के लिये रैली मे नरक माहौल नही सहना पडेगा     
ना गुलामी सहनी होगी, ना जान देनी होगी
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

Release 1087 सरकारी लोगों ने विलम्ब व बहलाने के हथियार से एक बार फिर से धरती वासियों को हरा दिया

यदि उन सभी लोगों का प्रचार होता जो इस आन्दोलन के लिये सचमुच अपनी जान की परवाह किये बिना सामिल हुये थे तो सरकारी लोगों की हिम्मत नही थी की वह विलम्ब व बहलाने के छल का इस्तेमाल करके अन्ना (अण्णा) को अपने वचन से पीछे हटने के लिये विवश कर पाते
सिर्फ में ही हूं यह धारणा गलत नेताओं का हथियार है
सत्य के आन्दोलन मे यह धारणा कभी सफल नही हो सकती
इस धारणा से आप का नाम बढ जाता है जो बढा भी है
पर सफलता नही मिलती, जो नही मिली है
आप अपने पुराने, विद्वान समर्थकों को खोते जाते है, जिनको खोया भी है 
आह्वान के लिये जब आप सन्देश देते है उस समय जो ईमान्दारी आप के सन्देश मे होती है वह आमने सामने भी जताना जरूरी है
आप मजबूरी का वास्ता की जगह सवालों के संतुष्ट जबाब देकर अपने समर्थक बनायेंगे तब सत्य का मजबूत आधार बनेगा
हर कानून छल होता है आपको समस्या के समाधान के आधार पर सोचना और चलना है ना कि गलत कानून के                 
आप किसी समर्थक को उसके स्वतंत्र विचारों को प्रकट करने से ना रोकें
ऐसा करने से आप उस मुद्दे का समाधान ढूँडने मे विफल हो जायेंगे
जिस मुद्दे को समर्थक ने उठाया है
जो आप की असफलता का कारण है 
आप चाहत ना रखें की कोई समर्थक आपके अधीन काम करे
आप चाहत रखें कि समर्थक समानता के साथ आप के सही लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये साथ काम करे     
इन कमियों को पूरा करने के बाद 1 लाख की जगह 1 समर्थक ही आन्दोलन का रुख पलट देगा और सफलता देगा, सफलता का भ्रम नही  
जो असरदार लोकतंत्र होगा
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

शुक्रवार, 26 अगस्त 2011

Release 1086 भारत वासियों द्वारा सरकार और सरकारी लोगों का बहिष्कार किया जाता है

   
भारत वासियों ने अपनी समस्याओं के निवारण का हल खोजा
और कुछ लोगों को इन समस्याओं को दूर करने का काम, ताकत और वैभव दिया
इनको सरकारी लोग कहते है
जनता की ढीले रवैये के कारण व इनको ताकत और वैभव ज्यादा दे देने के कारण
ये ऐवी बीमार बेईमान और लुटेरे बन गये है
अब ना तो ये समस्या हटाना चाहते हैं
और ना ही अपना स्थान छोडना चाहते है
छल बल और लालच इनके हथियार है
जिससे यह लगातार गुलामी कराते रहते है
यदि आप अपनी समस्यायें समाप्त करना चाहते हैं
यदि आप इनके षड्यंत्र से आज़ाद होना चाहते हैं
तो अब सिर्फ एक ही रास्ता बचा
इनको इनके स्थान से हटाना ही होगा  
जहां ये अपनी छल बल और लालच की ताकत से जमे हुये
इनकी इस ताकत को खतम करना ही होगा  
इनकी ताकत इनकी कमाई से जिंदा है
ये कमाई यह जनता से टैक्स, माल गुजारी, दंड, डिपोजिट, इंवेस्टमेंट, आदि के रूप मे ले के करते है  
इनकी कमाई खतम करने के लिये इनको परायों की तरह छांट कर अपने से अलग करना होगा   
इसे बहिष्कार करना, त्यागना, छोड देना आदि कहते है
इसके तहत सभी मंत्री, मुख्य मंत्री, प्रधान मंत्री, राष्ट्रपति, सांसद, विधायक, पार्षद, जज, अधिकारी, पुलिस अधिकारी, मीडिया, सभी सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त लोगों को एक बार अपने सही के रास्ते पर साथ आने का अवसर दिया जाये
यदि ये ना आयें तो इनको इनके कार्य स्थान मे ना जाने दिया जाये
इनको इनका काम ना करने दिया जाये  
अपने बैंक लोकर सेयर डिपोजिट आदि से अपना धन निकाल लिया जाये
इनको टैक्स, चुंगी, रोड टैक्स, डिपोजिट, इंवेस्ट, दंड आदि के रूप मे दिया जाने वाला धन ना दिया जाये
इनसे सरकारी सम्पत्ति छीन ली जाये
इनसे सरकारी वर्दी छीन ली जाये
इनसे किसी भी चीज का लेन देन ना किया जाये
जैसे खाने पीने ओढने पहनने की चीजें
इनकी बातें, नियम आदि ना मानी जायें
इनसे बातचीत बन्द कर दी जाये
इनसे रिस्ते करना बन्द कर दिये जायें
इनकी भेद भावी गलत नीतियों को इनके कार्यालयों मे नष्ट कर दिया जाये
अगर कोई हिंसा करे तो आत्म सुरक्षा के लिये संघर्ष किया जाये
पूरा भारत आपका है
यह आपके सेवक हैं
आप आज़ाद है
अपना भारत छीन लो
इन सेवकों को अपनी नौकरी से निकाल दो 
अपनी आज़ादी छीन लो
जिस दिन आप संसद मे अपना झंडा गाड देंगे
उस दिन भारत को अपने आप स्वर्ग मिल जायेगा
भारत मे स्वर्ग के दुश्मन ये सरकारी लोग ही हैं
जो आप को सबूतों के साथ दिख गये है
अब सवाल ये आता है कि ऐसा करने से जो जरूरी जन सुविधायें बाधित होंगी उन जन सुविधाओं को कैसे चालू रखा जाये
तो जबाब है संसद पर अपनी विजय का काम एक या दो दिनों मे तुरंत किया जाये
ताकि यह जन सुविधायें सहन की जा सकें
दूसरा यदि विलम्ब हो जाये तो गलत अधिकारियों की जगह सही अधिकारी को जो अभी उसी कार्यालय में छोटे पोस्ट पर काम कर रहे है उनको नियुक्त किया जाता है वह सभी जन सुविधायें जारी रखेंगे जिसके लिये वह सरकारी धन व जनता का धन इस्तेमाल करेंगे
सरकार से धन छीना जायेगा व जनता से यह धन टैक्स, चुंगी, रोड टैक्स, डिपोजिट, इंवेस्ट, दंड आदि के रूप मे लिया जायेगा
प्रत्येक कार्यवाही जनता द्वारा जांच करने योग्य आधार के आधार पर की जायेगी जैसे औडियों वीडियो रिकोर्डिग व लिखित लेखा जोखा
प्रत्येक मानव जांच करने, न्याय करने, व दंडित करने का अधिकार रखेगा
अंतिम निर्णय जनता का बहुमत व जनता की मरजी से भगवान का आदेश टोस व ड्रा करेगा
गलत मीडिया को तुरंत दंडित किया जायेगा सही को पुरस्कृत         
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

बुधवार, 24 अगस्त 2011

Release 1085 सरकार की गैर कानूनी बात का कानूनी जबाब

 
लोकसभा के लीडर कहते है कि संसद की बात सबसे बडी रहेगी
जनाब जब संसद होगी तो बडी रहेगी
बीमार ऐवी लुटेरों के अड्डे को संसद नही कहते
जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत आने वाले लोगों के फैसले लेने के स्थान को संसद कहते है
सिद्ध करो कि 65 सालों मे सभी सांसद इस धारा के तहत कर्तव्य पूरा करने मे सफल रहे है
सिद्ध हो गया तो संसद सबसे बडी है संसद की मानी जायेगी,
सिद्ध न हुआ तो ऐवियों के अड्डे की थोडीना मानी जायेगी
जिस जनता ने संसद को जनम दिया उस जनता की मानी जायेगी
वन्दे मातरम
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

Release 1084 पुकार



युगों से बलात्कार को झेलती आ रहे माता ने
आज फिर से आस लगायी है
कि उसके दबंग लाल उसकी लुटती आबरू को बचाने में सफल होगें
अपनी इज्जत के लुटते समय करहार करहार कर अपनी इज्जत को बचाने के लिये पुकारती माता ने पुकारा

पुकारती है ज़मी पुकारता चमन
पुकारती भारती आ मेरे दबंग
वंदे मातरम   वंदे मातरम   वंदे मातरम   वंदे मातरम      

लुटति आबरू को बचाना है तुझे
लूट को जड सहित हटाना है तुझे
लोकतंत्र को बसाने का बना तू मन
पुकारती है भारती आ मेरे दबंग 
वन्दे मातरम   वन्दे मातरम   वन्दे मातरम    वन्दे मातरम




रविवार, 14 अगस्त 2011

Release 1083 जीत या मौत

जीत या मौत
अण्णा / श्याडो

 
सरकारों की सोच
ज्यादा परेशान करेगा तो साले को काट के बहा देंगे,
अबे नही पूरी धरती और अपोजिसन भी इसके साथ है, मालला उलटा पड सकता है,
तो क्या अफसर, जज तो अभी हमारे हाथ मे है ना, हा.. हा.. हा......,
साले का प्रोग्राम बिगाडो
तब भी नी माना तो लट्ठ तो है ही, लट्ठ से तो भूत भी भागते है, ये क्या चीज है
पर पहले सत्यबादी चैनलों को भगा दियो
और अपने चैनलों को सब समझा दियो 
कोई गडबड नही होनी चाहिये
नी तो दूंगा कान के नीचे, एक धीरे से
चल थोडी (याचना) कर ले
रघुपति राघव राजा राम पतीत पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम पतीत पावन सीता.......
.......अच्छा ये बता, शीला और मुन्नी के बाद कोई और छमियां आयी क्या,
थोडा उधर भी ध्यान रखियों, ये सब तो चलता ही रहेगा,
जन गन, जन गन,   जय हिन्द, जय हिन्द,   जय हो, जय हो
..........................
अन्ना टीम की सोच


जीतेंगे या मरेंगे 
जन लोक पाल पास करो  
हमको को भी अरैस्ट करो
इनकलाब जिन्दा बाद 
.........
धरतीवासी अपनी आजादी को लेंगे लूट
सरकारो अब धरती से तुम जल्दी जाओ फूट
लाइव टैलीकास्ट पर जनता से तुम बात करो
जनता की मरजी मानो और सेवक बन कर काम करो
ऐसा ना करना तेरा ये देशद्रोह कह लायेगा
सर्व नाश होगा तेरा और जन झंडा लहरायेगा
9868247312,श्याडो,shyawhdo.blogspot.com

शनिवार, 13 अगस्त 2011

Release 1082 मौहल्लों के तमाशे के रूप मे श्याडो का सभी विद्वानों से विनम्र निवेदन

















हू हा
हू हा
हू हा
हू हा

हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया

1
आजादी का गुब्बारा जब मेरे अन्दर फूला
डर क्या होता है क्य़ों होता है मे ये सब भूला

सारा दिन मे मस्ती करता और रात को सोता
जो दिल होता वो ही करता खुद हँसता खुद रोता
हू हा
हू हा
हू हा
हू हा

हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया

2
सारा जग मेरा है और में जग का हूं सुन भैया
समझी जब ये बात तो मूं से निकला हाय दैया

ये सब मेरा है तो इसको क्यों नी में लेता हूं
रोटी पानी हवा जमी की क्यों कीमत देता हूं
हू हा ...
हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया






3
तब मैने अपनी रोटी पानी का देखो किया जुगाड
तब खाकी वर्दी वालों ने तम्बू मेरा दिया उखाड

तभी एक खाकी वर्दी मे टोपी पा के आया
दिखा दिखा के डंडा टोपी मुझको खूब डराया
हू हा.....
हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया


4
बोला मुझ को आधा दे दे वरना पूरा लूंगा
बिना बात के सालों तक तुझ को अन्दर कर दूँगा

जब उसने देखा कि मेरी हो गई दैया दैया
तब धीरे से पुच्ची दे के बोला सुनले भैया
हू हा
हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया

5
नजर मे मेरी है इक बन्दा उससे जा के मिलले
सारे कानूनों  के  उसकी  वर्दी  पर हैं बिल्ले
हू हा
अरे तू मिल ले भैया
खतम हो तेरी दैया
ना मरे तेरी मैया
हाय रे दैया दैया




डरते डरते मे उस बिल्ला धारी के घर पहुंचा
मेरे जाने से पहले सन्देशा मेरा पहुंचा

में बोलूं उससे पहले बोला वो तू चुप हो जा
मेरे दल मे ऐस करेगा अब तू भर्ती हो जा
हू हा
मेरी तो खुल गई भैया
खतम हो गई रे दैया
ना मरी मेरी मैया
हाय रे दैया दैया

ये सुनते ही मेरी तो लाटरी निकल पडी

मे तो शुरू हो गया

गुंडा गर्दी नही चलेगी   
                  नही चलेगी नही चलेगी

ताना शाही नही चलेगी  
                 नही चलेगी नही चलेगी

तेरी बातें बेईमानी      
                 बेईमानी बेईमानी

मेरी है गुलस्तानी  
                 गुलस्तानी गुलस्तानी  

लाठी पानी सब झेलेंगे   
                 सब झेलेंगे सब झेलेंगे

अपनी आजादी ले लेंगे   
                  अपनी आजादी ले लेंगे  
8

तब बिल्ला धारी ने खुश हो कर परमोसन दे दी
रोटी पानी हवा जमी सब फ्री मे मुझ को दे दी

तभी विपक्षी दल से मुझको मोटा ओफर आया
मोटा ओफर देख के मेरे मन ने गोता खाया
हू हा
हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया

8
तभी गुरू बोला मे भी तुज को इतने दे दूंगा
गया उधर तो सीने मे थोडा पीतल भर दूंगा

कितनों को भूना है जा के आज हिस्ट्री पढ ले
इतना तेरा साथ दिया चुल्लू पानी मे मर ले
हू हा
हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया
9
तब मैने अपने को अपनी जंजीरों मे पाया
जाग उठा जागीर मेरा और मेरा मन भर आया

फूट फूट कर रोता लेकिन दिखता सबको हंसता
जो भी बोलू जनता हित मे जनता बोले बकता
हू हा
हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया

10
तब मुझ को यादाया ये तो खुद का बीज है बोया
अपनी सच की अगनी ताकत को मैने क्यों खोया

दुनियां को आज़ाद कराता खुद में कैदी क्यों हू
हर इंसा को खून चूसता आज जानवर क्यॉ हू

हू हा
हाय रे दैया दैया
मेरी गुल हो गई भैया
कोई कुछ बोलो भैया
हाय रे दैया दैया

11
तब खामोश होकर नज़रों से जबाब दिया  

नही है इसके आगे दुनियां इसी लिये करता हूं
दुनियां की देखा दाखी  मे अपनों पे मरता हूं

तब आकाश वाणी हुई
आजा रे आजारे ओ मेरे भक्ता आजा
सच्चा ज्ञान चढा जा रे

बन्दा बोला हुक्क
एक और ..... आ गया

अच्छा एक बात बता

करम इंसान और भगवान मे फर्क करता है
अगर तू भगवान है तो बता
तू ने कौन से भगवानों वाला काम किया है
ला सबूत दे

तब ईश्वर ने भरी नीद मे सपना बन कर दिया जबाब
तब  उसको  दिन  मे  भी लगता देख शायद ख्वाब

न्यू पिंच करके ईश्वर ने जब जनता को समझाया
कैमरिन व ओबामा ने तब हमको दिल से लाया   

प्रभू की लीला तू क्या समझे ये तो प्रभु की मरजी है
समझ   गया  तो पंडित है वरना तेरी मरजी  है


श्याडो का आप सभी पंडितों से अति विनम्र निवेदन है
कि सम्विधान के तहत अपने कर्तव्यों का पालन करें

व धरती पर स्वर्ग लाने के इस अवसर का सम्मान करें

जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो