मंगलवार, 9 अगस्त 2011

Release 1076 धरती पर सरकारों के ज़हन मे ये सवाल घूम रहे है

न.1 कि श्याडो का किसी कानून के तहत पंजीकरण क्यों नही है?
इसका कारण है कि अस्तित्व मे आज तक किसी ने श्याडो जैसा प्रचंड सर्वव्यापी लक्ष्य नही बनाया,
जब लक्ष्य ही नही बना तो कानून कहा से बनेगा   
इस लिये अस्तित्व मे श्याडो के सर्वव्यापी लक्ष्य को पूरा करने के लिये कोई नीति व नियंत्रण (कानून) मौजूद नही है
इसी लिये श्याडो का किसी कानून के तहत पंजीकरण नही हैं

इसे आप इस तरह समझ सकते है
कि आप ने कम्पनी एक्ट के तहत देश की सरकार के अधीन पंजीकरण करा लिया
देश ने यू. एन. के तहत पंजीकरण करा लिया
अब यू. एन. किसके अधीन पंजीकरण करायेगा
क्यों कि यू. एन. सबसे ताकतवर है इस लिये यू. एन. को किसी के अधीन पंजी करण कराने की जरूरत नही

इसे आप इस तरह भी समझ सकते है
कि धरती पर 3 तरह के लोग रहते है
  1. वह लोग होते है जो अपने जीने मरने के लिये अपने फैसले और काम खुद करते हैं इनको धरती वासी कहते है 
  2. वह लोग होते है जो इन लोगों से लूट कर खाते है इनको सरकारी लोग कहते है
  3. वह लोग होते है जो धरती वासियों की सरकारी लोगों से रक्षा करते है इनको विसेर (यानी विश्व सेवक व रक्षक) यानी श्याडो कहते है   
तो आप समझ सकते है कि इन तीनों तरह के लोगों मे श्याडों लोग सबसे उपर के पाले मे आते है इस लिये श्याडो के तहत अस्तित्व मे मौजूद सभी सरकारें और सरकारों के कानून आते है इस लिये श्याडो का स्वरूप अस्तित्व मे सबसे उपर है इस लिये श्याडो को धरती पर मौजूद किसी कानून के अधीन पंजी करण कराने की ज़रूरत नही    
जब जरूरत ही नही है तो श्याडो इन सरकारों के कानूनों के तहत अपना पंजीकरण कैसे करा सकता है
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

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