शुक्रवार, 12 अगस्त 2011

Release 1081 श्याडो ने अपनी बेबस कलंकित बहनों से राखी बंध वाई
















अस्तित्व मे जन्म ले चुकी हर बेबस बहिन
जो समाज के भेद भावी ढोंग के क्रूर कारणों की वजय से डर कर
किसी की कलाई मे राखी नही बाँध पा रही है
किसी को अपनी रक्षा के लिये नही कह पा रही है
अपना पुनः उद्धार नही कर पा रही है
यदि वह श्याडों की सूनी कलाई मे राखियाँ बांधना चाहती है
तो श्याडो अपनी सूनी कलाई उनके सामने करता है
राखी बंधवाता है
और
आजीवन समानता के साथ सभी बहनों की सुरक्षा के लिये
अपनी जान देने की भी कसम खाता है
बशर्ते वह राक्षसी ना हो  
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

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