सोमवार, 8 अगस्त 2011

Release 1074 29.7.2011 को श्याडो के विसेर ने सब के हितों व अपनी सुरक्षा के लिये भारत सरकार से जेल मे कानूनी किताबें, आँतों से खून बहने की दवा, एक जोडा कपडे ले जाने के लिये इजाजत माँगी


29.7.2011 को श्याडो का विसेर कुछ कानूनी किताबें, आँतों से खून बहने की दवा, एक जोडा कपडे ले एक वी आई पी ट्राली अटैची मे ले कर जज के पास जेल मे जाने के लिये पहुंच गये, और सर झुका कर जज साहब को सम्मान दिया
जज साहब ने भी मुस्कुरा कर सर हिला कर स्वीकार किया
तब विसेर ने कानूनी किताबें, आँतों से खून बहने की दवा, एक जोडा कपडे जेल मे साथ ले जाने के लिये आवेदन स्वीकार करने की प्रार्थना की
जज साहब बोले आवेदन ले ने का समय खतम हो चुका है 
विसेर बोले ये आवेदन खतम होने के बाद का मामला है
जज साहब ने मुस्करा कर हाथ बडा कर कहा लाओ    
विसेर ने आवेदन दे दिया
आवेदन पढ कर मुस्कुरा कर बोले  
क्यों कि इन सामानों का जेल मे गलत इस्तेमाल हो जाता है इस लिये
सी जे का आदेश है कि जेल मे बाहर की चीजें ले जाने की इजाजत नही दी जाये
आप इस सी जे के आदेश की कोपी ले लो
हमने कहा हमे पता है हमे नही चाहिये  
पर ये उसके बाद
(यानी उस आदेश से उंचे कानून के तहत आधार प्राप्त करके दिया हुआ) का है    
जज साहब बोले आप ये आवेदन जेल मे दे दीजिये
विसेर ने पूछा जेल मे इंचार्ज़ सुपरीटेंडेंट या किसी विशेष नियुक्त किये गये अधिकारी किस को दिया जायेगा
जज साहब बोले सुपरीटेंडेंट
विसेर ने पूछा कि हमारे एरिया के हिसाब से हमे किस ज़ोन की जेल मे रखा जायेगा
जज साहब बोले ये ज़ोन के हिसाब से नही अलग अलग अपराध के हिसाब से रखा जाता है जैसे स्मगलर का वार्ड अलग है वगैरा वगैरा........ 
तिहाड मे अलग अलग वार्ड है वही वो अलग वार्ड देगे हिसाब से
जज साहब मुस्कुराते हुये बोले ये इसमे पपीता वगैरा क्या लिखा है 
विसेर ने कहा हम एलोपैथी का नुकसान करता इलाज नही लेते, हम नैचुरल थैरिपी के तहत भोजन के साथ 100 ग्राम पपीता, 300 ग्राम दूध वगैरा ले कर इलाज काबू मे रखते है और कुछ थोडी सी फस्टेड दवाइयां है
जज साहब बोले जेल मे फस्टेड उपलब्ध है
और कानून की किताबें तो नही पर किताबें वहाँ है
आप बेल के लिये आवेदन दे सकते हो
आप एक महीने मे अगर जुर्माना देना चाहो तो दे सकते हो
विसेर बोला हमे पता है कि पिछले तीन सालों मे हमारे पास कितना आया है  
आप आज से ही जे ल शुरू कर दीजिये
जज साहब बोले नही आज नही करेंगे कानून के हिसाब से चलेंगे
आपको कम समय दिया गया था
शायद इस बीच आप का मन बदल जाये
कानून के तहत आपको एक महीने का और समय दिया जाता है
विसेर पुनः बोला आप आज से ही जेल मे कर दीजिये  
हमारा समय बच जायेगा
पर जज साहब मुस्कुरा कर आदेश लिख वा ने लगे
और कहा अगली तारीख 23 अगस्त 2011 है
फिर दोहराया कि आप बेल करा सकते हो
अपील कर सकते हो
जुर्माना दे सकते हो
इससे पहले ये भी कहा था कि कानून कुछ भी ना करे ये भी हो सकता है         
और आवेदन वापस कर दिया
जय धरती जय मानवता
विश्व सेवक व रक्षक
श्याडो

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